गोरखपुर, जागरण संवाददाता। बड़हलगंज कोतवाली के उपनिरीक्षक एसके शर्मा की लापरवाही के चलते कैंट थाने की एक विवेचना पिछले दो वर्षों से लंबित थी। आपरेशन न्याय के दौरान यह मामला एसएसपी दिनेश कुमार पी के संज्ञान में आया तो उन्होंने तत्काल दारोगा एसके शर्मा को निलंबित कर दिया। दारोगा दो दिन पूर्व बड़हलगंज कोतवाली में पोस्ट हुए थे। उससे पूर्व वह कैंट थाने के चौकी इंचार्ज थे और जालसाजी के एक मामले की विवेचना कर रहे थे।
जालसाजी के मामले का दो साल से कर रहे थे विवेचना
कैंट थाने में आपरेशन न्याय का आयोजन किया गया। 15 ऐसे मामले थे, जो लंबे समय से लंबित हैं। उसी मामले को लेकर फरियादी और विवेचक को बुलाया गया। थाने में आपरेशन न्याय के दौरान एसएसपी दिनेश कुमार पी के साथ पुलिस अधीक्षक नगर सोनम कुमार भी मौजूद रहे। लंबित मामलों की समीक्षा के दौरान एसएसपी को पता चला कि जालसाजी के एक मामले की दारोगा एसके शर्मा पिछले दो वर्षों से विवेचना कर रहे थे। विवेचना को लेकर वह क्षेत्र में पर्याप्त समय ही नहीं दिया है और न ही किसी से पूछताछ किया है।
अधिकारियों के निर्देश का किया अनदेखी
वह अधिकारियों के निर्देश पर भी नहीं ध्यान देते रहे हैं। इसे गंभीरता से लेते हुए एसएसपी दिनेश कुमार पी ने उन्हें निलंबित कर दिया। एसएसपी ने कहा कि आपरेशन न्याय से फरियादियों को राहत मिलेगी। इस कार्यक्रम के समय मौके पर विवेचक, थानेदार, सीओ, एएसपी व एसएसपी मौजूद रहते हैं। ऐसे में कोई किसी को गुमराह नहीं कर सकता है। स्पष्ट रूप से पता चलता है कि लापरवाही किस स्तर पर हो रही है। इससे लंबित विवेचनाओं का शीघ्र निस्तारण होगा। पिछले सप्ताह बांसगांव में आपरेशन न्याय के दौरान भी एक विवेचक के स्तर से लापरवाही मिली थी। उन्हें तत्काल निलंबित किया गया था।
विवेचकों को शीघ्र विवेचना निस्तारण के के निर्देश
पुलिस अधीक्षक नगर सोनम कुमार ने विवेचकों को शीघ्र विवेचना निस्तारित करने का निर्देश दिया। एसएसपी दिनेश कुमार पी ने कहा कि आपरेशन न्याय से फरियादियों को राहत मिलेगी। इससे लंबित विवेचनाओं का शीघ्र निस्तारण होगा। पिछले सप्ताह बांसगांव में आपरेशन न्याय के दौरान एक विवेचक को निलंबित किया गया था।