गुवाहाटी-कटरा समर स्पेशल में एसी की जगह लगा दिया स्लीपर कोच, यात्रियों ने जमकर किया हंगामा
एसी थर्ड का कन्फर्म टिकट होने के बाद भी दर्जनों यात्रियों ने गुवाहाटी से गोरखपुर तक 1124 किमी की यात्रा स्लीपर कोच में की। गोरखपुर जंक्शन के प्लेटफार् ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। समर स्पेशल ट्रेन के यात्रियों की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही। स्पेशल ट्रेनों के प्रति रेलवे की उदासीनता यात्रियों पर भारी पड़ने लगी है। 04679 गुवाहाटी- श्रीमाता वैष्णव देवी कटरा समर स्पेशल ट्रेन में तो रेलवे ने एसी (वातानुकूलित) की जगह स्लीपर (शयनयान) कोच लगा दिया।
एसी थर्ड का कन्फर्म टिकट होने के बाद भी दर्जनों यात्रियों ने गुवाहाटी से गोरखपुर तक 1124 किमी की यात्रा स्लीपर कोच में की। गोरखपुर जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर छह पर पहुंचने पर यात्रियों ने हंगामा शुरू कर दिया। यात्री (विशेषकर महिला यात्री) ट्रेन रोककर इंजन के सामने पटरियों पर बैठ गए।
इस दौरान एक यात्री की तबीयत भी खराब हो गई। यात्रियों के उग्र प्रदर्शन को देखते हुए स्टेशन प्रबंधन को एक अतिरिक्त एसी कोच लगाना पड़ा। एसी कोच लगने के बाद यात्रियों ने राहत की सांस ली और ट्रेन साढ़े आठ घंटे की देरी से आगे के लिए रवाना हुई।
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बुधवार को ट्रेन सुबह 07:00 की जगह दोपहर करीब 12 बजे गोरखपुर के प्लेटफार्म नंबर छह पर पहुंची। प्लेटफार्म पर पहले से ट्रेन की प्रतीक्षा कर रहे यात्रियों को जब पता चला कि एसी का कोच ही नहीं लगा है तो प्रदर्शन करने लगे।
ट्रेन को रोककर यात्री हंगामा करने लगे। स्टेशन प्रबंधन और सुरक्षा बलों ने यात्रियों को समझाकर मामले को शांत करने का प्रयास किया, लेकिन बात नहीं बनी। यात्री एसी कोच लगाने की मांग पर अड़े रहे। स्टेशन डायरेक्टर जय प्रकाश सिंह के नेतृत्व में स्टेशन प्रबंधन ने आनन-फानन एक एसी कोच दुरुस्त कराकर ट्रेन में लगाया। जिन यात्रियों की तबयीत खराब थी, उनका उपचार कराया गया। यात्रियों के लिए ठंडा पानी की व्यवस्था की गई।
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बलिया निवासी यात्री अभिषेक कुमार ने बताया कि परिवार के साथ मां वैष्णव देवी का दर्शन करने जा रहा हूं। स्पेशल ट्रेन में एक माह पहले ही एसी का कन्फर्म टिकट बुक करा लिया था। भटनी में सुबह से ही ट्रेन का इंतजार कर रहा था। दस बजे के आसपास जैसे ही ट्रेन पहुंची, दौड़कर बच्चों के साथ बी वन कोच में चढ़ गया।
कोच के अंदर पहुंचा तो कान खड़े हो गए। एसी कैसे स्लीपर में बदल जाएगा। विश्वास नहीं हुआ तो बाहर निकलकर देखा कि सही कोच में चढ़े हैं या गलत। लेकिन कोच पर बी वन (एसी थर्ड) का बोर्ड लगा था। फिर अंदर पहुंचा तो पहले से बैठे प्रभात, लव कुमार, प्रियांशु आदि यात्रियों ने बताया कि वे लोग भी भ्रम में पड़ गए थे।
ट्रेन में एसी कोच लगा ही नहीं है। एसी की जगह स्लीपर कोच लगाकर बी वन का बोर्ड लगा दिया गया है। टिकट चेकिंग स्टाफ से शिकायत के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। शीला भटक, रिद्धिमा, अजीत और दिव्या आदि यात्रियों ने बताया कि एसी का टिकट होने के बाद भी वे भीषण गर्मी में स्लीपर कोच में यात्रा कर रहे हैं।
हमलोग सभी स्टेशनों पर शिकायत करते हुए यहां पहुंचे हैं, लेकिन किसी ने ध्यान नहीं दिया है। जबतक एसी कोच नहीं लग जाता, तब तक हम ट्रेन को आगे नहीं बढ़ने देंगे।
चार्ट बनने के बाद वेटिंग हो गया था एसी का टिकट
एक मई को भी चार्ट बनने के बाद गोरखपुर- सीएसएमटी 01110 समर स्पेशल ट्रेन के यात्रियों का एसी कन्फर्म टिकट वेटिंग हो गया था। 15 एसी इकोनामी कोच का टिकट बुक कर रेलवे ने 13 कोच का ही चार्ट बनाया था। जिसका खामियाजा यात्रियों को भुगतना पड़ा।
दो एसी कोच खाली होने के बाद भी यात्रियों को धक्के खाते हुए गोरखपुर से मुंबई तक की यात्रा करनी पड़ी थी। मामले की विजिलेंस जांच चल रही है।

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