बिजली विभाग के तत्कालीन एक्सईएन समेत छह अधिकारियों मिले दोषी
पूर्व यूपीपीसीएल के चेयरमैन के निर्देश पर शासन स्तर की टीम ने की थी आडिट
संतकबीर नगर: बिजली विभाग के तत्कालीन एक्सईएन समेत छह अधिकारियों के दोषी मिलने के बाद मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। वाराणसी के मुख्य अभियंता व उप मुख्य लेखाधिकारी अब मामले की अंतिम जांच करेंगे। जांच के बाद आरोप पत्र दायर करेंगे। बिजली बिल संशोधन के नाम पर करीब छह करोड़ की घपलेबाजी के मामले में खंड कार्यालय-खलीलाबाद के तत्कालीन एक्सईएन को निलंबित कर दिया गया था। इन्हें मुख्य अभियंता-बस्ती कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया था। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक विद्या भूषण का पत्र आते ही अधिकारियों व कर्मचारियों में खलबली मच गई है।
विद्युत वितरण खंड कार्यालय-खलीलाबाद में एक दिसंबर 2016 से 30 नवंबर 2019 तक विद्युत बिल संशोधन के नाम पर करीब छह करोड़ रुपये की घपलेबाजी हुई थी। इसकी भनक लगने पर उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड (यूपीपीसीएल) के तत्कालीन चेयरमैन ने इसकी जांच के लिए विशेष जांच टीम गठित की थी। यह जांच टीम जिले के विद्युत वितरण खंड कार्यालय-खलीलाबाद में आडिट की थी। इस टीम ने 27 फरवरी 2022 को अपनी जांच रिपोर्ट पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के निदेशक (वित्त) को सौंपी थी। वहीं पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के मुख्य अभियंता एनके अग्रवाल ने अपनी रिपोर्ट 30 मई 2022 को वाराणसी स्थित डिस्काम मुख्यालय के संप्रेक्षा-अनुभाग को भेजी थी। इसमें इस जनपद के बिजली विभाग के छह अधिकारी दोषी पाए गए हैं। इसमें खंड कार्यालय-खलीलाबाद में एक दिसंबर 2016 से तीन अक्टूबर 2019 तक एक्सईएन के पद पर रहे इंजीनियर संजय कुमार सिंह है। वह निलंबन के बाद से मुख्य अभियंता कार्यालय-बस्ती से संबद्ध हैं। वहीं एक जून 2018 से नौ अगस्त 2019 तक विद्युत वितरण उपखंड धनघटा-तृतीय के एसडीओ रहे इंजीनियर रामसुधार वर्तमान में सहायक अभियंता के रूप में विद्युत कार्यशाला केंद्र-बस्ती में तैनात हैं। वर्तमान में विद्युत वितरण उपखंड धनघटा-तृतीय के एसडीओ इंजीनियर प्रेम प्रकाश वर्मा, तीन अक्टूबर 2019 से अब तक खंड कार्यालय खलीलाबाद के एक्सईएन आरके सिंह, विद्युत वितरण उपखंड धनघटा-तृतीय में 11 अप्रैल 2017 से 31 अगस्त 2018 तक एसडीओ रहे इंजीनियर अजय गुप्त वर्तमान में सहायक अभियंता मीटर के पद पर विद्युत परीक्षण खंड-खलीलाबाद तथा विद्युत वितरण उपखंड खलीलाबाद शहर-प्रथम में एक दिसंबर 2016 से 21 अक्टूबर 2018 तक एसडीओ रहे इंजीनियर अरविद सिंह शामिल हैं। वाराणसी के मुख्य अभियंता व उप मुख्य लेखाधिकारी इस मामले की एक माह के अंदर जांच कर अपनी रिपोर्ट देंगे। जांच के बाद आरोप पत्र दायर करेंगे। दोषी मिलने के बाद जांच समिति प्रकरण की जांच करेगी। इसके बाद वह रिपोर्ट पेश करेगी। जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई होगी।
आरके सिंह,एक्सईएन, विद्युत वितरण खंड कार्यालय,खलीलाबाद
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