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    लारेंस बिश्नोई व गोल्डी बराड़ गैंग को असलहा सप्लाई करता था शशांक, दोस्तों को बताता था अंबाला में करता है नौकरी

    By Jagran NewsEdited By: Pragati Chand
    Updated: Fri, 29 Sep 2023 02:15 PM (IST)

    असलहा सप्लाई करने वाला शशांक वारदात के बाद गोरखपुर में आकर साथियों के साथ पार्टी करता था। वह अपने दोस्तों को बताता था कि वह अंबाला में नौकरी करता है। जांच में पता चला कि पिता की मौत के बाद से ही शशांक गिरोह के संपर्क में आया और सदस्यों संग मिलकर हरियाणा व राजघाट में हत्या व लूट की वारदात करने के साथ असलाह सप्लाई करने लगा।

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    असलहा सप्लाई करने वाला शशांक दोस्तों को बताता था अंबाला में करता है नौकरी। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई व गोल्डी बराड़ गैंग को असलहा की सप्लाई करने वाला बिहार के पश्चिम चंपारण जिले का मूल निवासी शशांक पांडेय सिंघड़िया में रहने वाले दोस्तों को बताता था कि उसे अंबाला में नौकरी मिली है। वारदात के बाद छिपने के लिए वह गोरखपुर आता तो दोस्तों संग पार्टी करता था। उसके पिता दस वर्ष पहले रोजगार की तलाश में गोरखपुर आए थे और सिंघड़िया के स्वर्णनगर में बंद नमकीन फैक्ट्री में किराये पर परिवार के साथ रहते थे।

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    यह है पूरा मामला

    पश्चिम चंपारण के मैनाटाड़ थाना क्षेत्र स्थित चुटहा गांव निवासी नित्यानंद पांडेय बंद नमकीन फैक्ट्री के कमरे में रहते थे। पांच वर्ष पहले उनकी मौत हो गई। इसके बाद मां गांव चली गई। ढाई वर्ष पहले शशांक लारेंस बिश्नोई गैंग के संपर्क में आया। सदस्यों संग मिलकर हरियाणा व राजघाट में हत्या व लूट की वारदात करने के साथ असलाह सप्लाई करने लगा। 24 जुलाई, 2022 को अंबाला पुलिस ने शशांक व उसके साथियों को गिरफ्तार किया तो यहां की पुलिस को जानकारी हुई।

    दूसरी बार जिले में एनआइए की दस्तक

    शशांक के दोस्तों से पूछताछ करने आई एनआइए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) की टीम जिले में पहले भी एक बार आई थी। 10 वर्ष पहले नेपाल सीमा पर पकड़े गए हिजबुल मुजाहिद्दीन के आतंकी लियाकत अली शाह को लेकर टीम जांच करने गोरखपुर आई थी। कश्मीर के लियाकत अली शाह को दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम व एसएसबी ने 21 मार्च, 2013 को भारत में घुसते समय सोनौली से पकड़ा था। उसकी निशानदेही पर ही दिल्ली पुलिस ने जामा मस्जिद के पास हथियारों का जखीरा बरामद किया था।

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    इससे दिल्ली में होली के पहले होने वाली आतंकी घटना का पर्दाफाश हुआ था। पूछताछ व जांच के बाद मामला एनआइए के पास गया। 27 अप्रैल, 2013 को एनआइए लियाकत को लेकर गोरखपुर पहुंची। अगले दिन उसे लेकर रेलवे स्टेशन रोड के होटल गई। मैनेजर व कर्मचारियों का बयान दर्ज करने के बाद दस्तावेज कब्जे में लिया था। अंबाला में शार्प शूटर शशांक की जानकारी जुटाने टीम बुधवार को यहां आई थी।

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    अंडरवर्ल्ड में है गोरखपुर के शूटरों की मांग

    गोरखपुर के शूटरों की अंडरवर्ल्ड में काफी मांग है। हेमंत पुजारी, राजा शेट्टी उर्फ राजा बोनांजा के साथ कई ऐसे बदमाश हैं, जिनके सहयोगी गोरखपुर में पकड़े जा चुके हैं। 10 वर्ष पहले राजा शेट्टी के शूटर नीरज श्रीवास्तव के सहयोगी विजय को एसटीएफ ने पकड़ा था। पास से मुंगेर निर्मित .32 बोर की चार पिस्टल और और आठ मैगजीन मिली थी।

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