Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    परीक्षा फार्म भरने की तिथि बढ़ाए गोरखपुर विश्वविद्यालय, स्व-वित्तपोषित महाविद्यालय के प्रबंधकों ने की मांग

    By Pragati ChandEdited By:
    Updated: Tue, 19 Apr 2022 03:33 PM (IST)

    स्व वित्तपोषित महाविद्यालय प्रबंधक महासभा ने विश्वविद्यालय प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है। सीबीसीएस आधारित स्नातक व परास्नातक द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षा फार्म भरने की अंतिम तिथि को एक महीने तक के लिए बढ़ाए जाने की मांग की गई है।

    Hero Image
    परीक्षा फार्म भरने की तिथि बढ़ाए गोरखपुर विश्वविद्यालय।

    गोरखपुर, जागरण संवाददाता। दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय से सम्बद्ध् स्व-वित्तपोषित महाविद्यालय के प्रबंधकों ने सीबीसीएस आधारित स्नातक व परास्नातक द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षाओं के लिए फार्म भरने की अंतिम तिथि बढ़ाने की मांग की है। इसे लेकर स्व-वित्तपोषित महाविद्यालय प्रबंधक महासभा ने कुलसचिव से विशेश्वर प्रसाद से मुलाकात की और उन्हें पांच सूत्री ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में उन्होंने कहा है कि वार्षिक परीक्षाएं चल रही हैं, ऐसे समय में परीक्षा फार्म भरना बेहद मुश्किल है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    महासभा के महामंत्री डा. सुधीर कुमार राय ने कहा कि स्नातक व स्नातकोत्तर के प्रथम सेमेस्टर का परीक्षा परिणाम अभी घोषित नहीं हुआ है। अधिकांश छात्र ग्रामीण पृष्ठभूमि और परिणाम नहीं आने का हवाला देते हुए परीक्षा फीस देने में असमर्थता जता रहे हैं। विश्वविद्यालय की वार्षिक परीक्षा 2022 के संचालन में महाविद्यालय का समस्त स्टाफ लगा हुआ है।

    वार्षिक परीक्षाएं प्रातःकालीन एवं सायंकालीन दोनों सत्रों में हो रही हैं। ऐसे में महाविद्यालय के कर्मचारियों को द्वितीय सेमेस्टर का ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म पूरित करने का समय ही नहीं मिल पा रहा है। अंतिम तिथि 20 अप्रैल के बाद परीक्षा फार्म जमा करने वाले छात्रों को पेनाल्टी के तौर पर विलम्ब शुल्क देने का प्राविधान विश्वविद्यालय द्वारा किया गया है। इसलिए परीक्षा फार्म भरने की अंतिम तिथि को एक महीने तक के लिए बढ़ाया जाए।

    टेबलेट के लिए जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन: मुख्यमंत्री टेबलेट वितरण योजना का लाभ न मिलने से परेशान दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के परास्नातक विद्यार्थियों ने सोमवार को जिलाधिकारी कार्यालय में अपनी शिकायत दर्ज की। जिलाधिकारी को संबोधित ज्ञापन में उन्होंने बताया कि टेबलेट योजना के लिए उनके पास कोई सत्यापन संदेश नहीं आया है, जिससे इस योजना का लाभ उन्हें नहीं मिल पा रहा है। इसे लेकर विद्यार्थियों ने अपनी शिकायत जब रजिस्ट्रार से मिलकर दर्ज कराई तो उन्होंने बताया कि यह कार्य जिलाधिकारी के निर्देशानुसार हो रहा है। ऐसे में उन्हें जिलाधिकारी के पास आना पड़ा है। ज्ञापन में उन्होंने जिलाधिकारी से अनुरोध किया है कि वह मामले का संज्ञान लेते विश्वविद्यालय के परास्नातक विद्यार्थियों को योजना का लाभ दिलवाएं। विद्यार्थियों का ज्ञापन जिलाधिकारी की ओर से उप जिलाधिकारी ने लिया।