शातिर बदमाश विपिन सिंह से जुड़े लोगों की कुंडली तैयार कर रही पुलिस Gorakhpur News
शव लेकर लौटते समय परिजनों ने अयोध्या में सरयू नदी के तट पर उसकी अंत्येष्टि कर दी थी। पुलिस को सूचना मिली है कि अंत्येष्टि में कई लोग शामिल हुए थे।
गोरखपुर, जेएनएन। पुलिस मुठभेड़ में मारे गए शातिर बदमाश विपिन सिंह से जुड़े लोगों की पुलिस कुंडली तैयार कर रही है। साथ ही उसे शरण देने वालों और उसका इस्तेमाल कर प्रापर्टी खड़ी करने वालों का भी रिकार्ड तैयार किया जा रहा है। अयोध्या में सरयू नदी के तट पर उसकी अंत्येष्टि में शामिल हुए लोगो के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि जो भी लोग अंत्येष्टि में शामिल हुए थे, उनका विपिन सिंह से क्या रिश्ता है।
पुलिस मुठभेड़ में मारा गया था शातिर अपराधी विपिन
शाहपुर क्षेत्र के जंगल सालिकराम, बधिक टोला में स्थित व्यासनगर कालोनी निवासी विपिन सिंह नौ जून को गुलरिहा इलाके में पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में घायल हो गया था। गंभीर हालत में उसे केजीएमयू, लखनऊ में भर्ती कराया गया, जहां दूसरे दिन 10 जून को उसने दम तोड़ दिया। इससे पहले गुलरिहा इलाके के झुगिया गांव में प्रापर्टी डीलर आशीष उर्फ छोटू प्रजापति और पिपराइच क्षेत्र के शाहगंज निवासी उनके दोस्त अरुण निषाद के भाई दीपचंद पर उसने गाली चलाई थी। इस हमले में छोटू तो बाल-बल बच गए लेकिन दीपचंद घायल हो गए थे। भागते समय बदमाशों के गोली चलाने से शाहपगंज गांव का ही दस वर्षीय बालक भी घायल हो गया था। इसके बाद पुलिस से हुई मुठभेड़ में विपिन सिंह को पेट में गोली लग गई थी।
अयोध्या अंत्येष्टि में शामिल हुए थे कई लोग
शव लेकर लौटते समय परिजनों ने अयोध्या में सरयू नदी के तट पर उसकी अंत्येष्टि कर दी थी। पुलिस को सूचना मिली है कि अंत्येष्टि में कई लोग शामिल हुए थे। पुलिस यह पता लगा रही है कि अंत्येष्टि में कौन लोग शामिल हुए थे? विपिन सिंह से उनका क्या रिश्ता है? उनकी आपराधिक पृष्ठभूमि है कि नहीं? विपिन सिंह का इस्तेमाल कर किन लोगों ने संपत्ति अर्जित की है? उसके नाम पर कौन-कौन वसूली करता था? जमीन के कारोबार में उसका सहारा लेकर लोगों को डराने-धमकाने वालों तथा उससे लाभ लेने वाले रिश्तेदारों की सूची भी तैयार की जा रही है। बता दें कि श्यामदेउरवा, महराजगंज निवासी विपिन ङ्क्षसह, व्यासनगर कालोनी में निनिहाल में रहता था। गोरखपुर वह पढ़ाई करने आया था लेकिन गलत सोहबत में पडऩे की वजह से अपराध की राह पर चल निकला।
इनाम घोषित होने के बाद भी गिरफ्त में नहीं आया माफिया राकेश यादव
विपिन सिंह को प्रापर्टी डीलर आशीष उर्फ छोटू प्रजापति और उनके दोस्त अरुण निषाद की हत्या की सुपारी देने का आरोपित माफिया राकेश यादव इनाम घोषित होने के बाद भी पुलिस गिरफ्तार नहीं कर पाई है। छोटू प्रजापति और अरुण निषाद पर कुछ माह पहले खाद कारखाना परिसर में हमला हुआ था। इसके बाद दिसंबर 2019 में मेडिकल कालेज पुलिस चौकी के पास छोटू प्रजापति को गोली मारी गई थी। इस मामले में विपिन सिंह को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भेजा था। पूछताछ में विपिन ने बताया था कि माफिया राकेश यादव ने छोटू और अरुण की हत्या की सुपारी दी है। लॉक डाउन में जमानत पर जेल से छूटने के कुछ दिन बाद ही विपिन ने एक बार फिर छोटू पर हमला कर दिया और अरुण निषाद के भाई को गोली मार दी। इसके पीछे राकेश यादव का हाथ मानते हुए पुलिस ने दो दिन पहले ही उस पर 15 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। एसएसपी डा. सुनील गुप्त ने बताया कि राकेश यादव की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए अलग से टीम लगाई गई है। उन्होंने बहुत जल्दी उसके पुलिस गिरफ्त में आने की उम्मीद जताई है।
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