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Water Logging in Gorakhpur City: पुलिया के नीचे बोरा में बालू रखकर भरा, सिंघडिय़ा में पानी आना बंद

बोरों में बालू भरकर पुलिया के नीचे के हिस्से को पूरी तरह बंद कर दिया गया है। इससे सिंघडिय़ा इलाके में पानी आना बंद हो गया है। श्रवण नगर से तकरीबन पांच सौ मीटर लंबी नाली खोदकर इसे एम्स के बगल से गुजर रहे नाले में मिलाया गया।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Published: Mon, 26 Jul 2021 12:05 PM (IST)Updated: Mon, 26 Jul 2021 12:05 PM (IST)
Water Logging in Gorakhpur City: पुलिया के नीचे बोरा में बालू रखकर भरा, सिंघडिय़ा में पानी आना बंद
गोरखपुर शहर के करीम नगर में जलजमाव। जागरण।

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। सिंघडिय़ा इलाके में जलभराव का सबब बनी पुलिया को नगर निगम ने बंद करा दिया है। बोरों में बालू भरकर पुलिया के नीचे के हिस्से को पूरी तरह बंद कर दिया गया है। इससे सिंघडिय़ा इलाके में पानी आना बंद हो गया है। श्रवण नगर से तकरीबन पांच सौ मीटर लंबी नाली खोदकर इसे अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के बगल से गुजर रहे नाले में मिलाया गया। यहां से पानी रामगढ़ताल में चला जा रहा है।

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नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने उप नगर आयुक्त संजय शुक्ल और मुख्य अभियंता सुरेश चंद के साथ सिंघडिय़ा इलाके में जलभराव वाले स्थानों का निरीक्षण किया था। नगर आयुक्त और अन्य अफसर पैदल ही पूरे इलाके में घूमे। 19 पंपिंग सेट चलने के बाद भी पानी न कम होने से हैरान नगर आयुक्त श्रवण नगर के पास रेल लाइन के किनारे पहुंचे तो वहां पानी का बहाव मिला। पता चला कि रेल लाइन पर बनी पुलिया के नीचे से पानी श्रवण नगर होते हुए सिंघडिय़ा इलाके में आ रहा है।

ऐसे आ रहा था पानी

रेल लाइन के नीचे से पानी श्रवण नगर में आता है। यहां से प्रज्ञापुरम, वसुंधरानगर, देवरिया मार्ग के नीचे बनी पुलिया से होते हुए प्रकृति नगर की ओर से होते हुए रामगढ़ताल में जाता है। नगर आयुक्त के निर्देश पर दो साल पहले श्रवण नगर से एम्स नाले तक खोदी गई नाली को फिर से साफ कराया गया। इसके बाद पानी निकलने लगा।

तेल पर रोजाना छह लाख का खर्च

शहर में जलभराव से निजात दिलाने के लिए 140 पंपिंग सेट चलाए जा रहे हैं। इनमें से 100 से ज्यादा पंप विभिन्न इलाकों में लगाए गए हैं। इसके अलावा संपवेल और रेग्युलेटरों पर पंपिंग सेट लगाए गए हैं। इन पंपिंग सेट में रोजाना तकरीबन छह लाख रुपये का डीजल खर्च हो रहा है। नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने बताया कि पंपिंग सेट चलते रहें इसके लिए अफसरों की टीम मानीटङ्क्षरग कर रही है। यदि पंपिंग सेट न चल रहे हों तो इसकी सूचना नगर निगम के अफसरों को दें।


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