Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Cyber Attack: हैकरों ने रूस से किया था कंपनी के सर्वर पर रैनसमवेयर अटैक, क्रिप्टो करेंसी में मांगी गई फिरौती

    गोरखपुर की रामरायका मार्केटिंग और गौरी ट्रेडिंग कंपनी के सर्वर पर रूसी हैकरों ने रैनसमवेयर अटैक किया। डेटा करप्ट कर क्रिप्टो करेंसी में फिरौती मांगी गई। साइबर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में हमले का स्रोत रूस पाया गया है जिसके बाद दूतावास से मदद मांगी गई है। आइटी टीम ने सर्वर को रिस्टोर कर लिया है और कामकाज सामान्य हो रहा है।

    By Satish pandey Edited By: Vivek Shukla Updated: Wed, 11 Jun 2025 07:20 AM (IST)
    Hero Image
    साइबर पुलिस ने मामला दर्ज किया है। जागरण

    जागरण संवाददाता,गोरखपुर। रामरायका मार्केटिंग और गौरी ट्रेडिंग कंपनी के सर्वर पर रूस के साइबर अपराधियों ने रैनसमवेयर अटैक किया था।हमले के बाद सर्वर में काम कर रहे डाटा को पूरी तरह करैप्ट कर दिया गया और फिरौती के तौर पर क्रिप्टो करेंसी में भुगतान की मांग की गई। मामला सामने आने के बाद साइबर थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था।जांच में यह बात सामने आने पर मामले की गहनता से छानबीन की जा रही है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    शहर के हरिओमनगर में रहने वाले कारोबारी संजय रामरायका ने साइबर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उन्होंने बताया कि उनकी दोनों कंपनियां तेल और चीनी की ट्रेडिंग करती हैं। 29 मई की सुबह उनकी आइटी टीम ने जब रूटीन जांच की, तो पाया कि आंतरिक सर्वर सिस्टम में किसी ने घुसपैठ की है।

    जांच में यह स्पष्ट हुआ कि सर्वर पर रैनसमवेयर अटैक हुआ है और एक संदिग्ध मलेशियन सॉफ्टवेयर के जरिए पूरा डाटा करैप्ट कर दिया गया है। सर्वर पर एक नोट छोड़ा गया था, जिसमें साफ तौर पर लिखा था कि डाटा को डिक्रिप्ट करने के लिए क्रिप्टो करेंसी में भुगतान करना होगा।

    इसके बदले वे डिक्रिप्शन कमांड देने को तैयार हैं। व्यापारी संजय रामरायका के अनुसार, इस हमले से कंपनी का पूरा आर्थिक और व्यापारिक ढांचा ठप पड़ गया था। साइबर पुलिस की शुरुआती जांच में यह सामने आया कि हमला रूस से किया गया है।

    सर्वर में मिले आइपी और कोड के आधार पर पुष्टि हुई कि साइबर अटैक रसिया के नेटवर्क से हुआ है। भारत की साइबर पुलिस सीधे वहां कार्रवाई नहीं कर सकती, इसलिए अब दूतावास के माध्यम से रूस से औपचारिक जानकारी मांगी गई है।

    सर्वर हुआ रिस्टोर,सामान्य हो रहा कामकाज

    आइटी टीम की कड़ी मेहनत के बाद दोनों कंपनियों का सर्वर रिस्टोर कर लिया गया है। इससे व्यापारिक गतिविधियां धीरे-धीरे सामान्य हो रही हैं। फिलहाल पुलिस साइबर हमले के मूल स्रोत और दोषियों का पता लगाने के लिए डिजिटल फोरेंसिक की मदद ले रही है।