Gorakhpur News: प्रापर्टी के लिए माफिया का भाई बन मांगी रंगदारी और की थी फायरिंग, खुली पोल; पांच गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक प्रापर्टी डीलर को माफिया विनोद उपाध्याय के भाई बनकर रंगदारी मांगी गई और उनके घर पर फायरिंग की गई। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की मदद से पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में माफिया के संबंधों की भी जांच की जा रही है।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। गुलरिहा के प्रवीण श्रीवास्तव की भूमि न बिके, इसके लिए बदमाशों ने माफिया विनोद उपाध्याय का भाई बन प्रापर्टी डिलर अंकु शुक्ल से एक करोड़ की रंगदारी मांगी, इसके बाद घर पर चढ़कर फायरिंग की। शाहपुर पुलिस ने सीसी कैमरे से बदमाशों की पहचान कर बुधवार को पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।
इसमें तीन आरोपित भी प्रापर्टी डिलिंग का काम करते है। पुलिस ने इनके पास से दो पिस्टल, दो कारतूस, दो बोलेरों और एक बाइक बरामद की है। हालांकि एक आरोपित अभी फरार चल रहा है। इसकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस माफिया के संबंधों की जांच करेगी।
घटना का पर्दाफाश करते हुए एसएसपी डा. गौरव ग्रोवर ने बताया कि 24 फरवरी की रात शाहपुर के शताब्दीपुरम कालोनी निवासी प्रापर्टी डीलर सोमनाथ शुक्ल उर्फ अंकु शुक्ल के घर फायरिंग हुई थी। पीड़ित ने थाने पहुंचकर केस दर्ज कराया।
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घटना स्थल पर पहुंचकर एसपी सिटी अभिनव त्यागी व सीओ गोरखनाथ रवि कुमार सिंह ने जांच की। सीसी फुटेज से मामला सही पाया गया। बदमाशों की पहचान शाहपुर चरगांवा निवासी अंकित पासवान उर्फ मंटू, अंबिका पासवान, गुलरिहा रामपुर बुजुर्ग निवासी नितिन मिश्रा, चिलुआताल के करीमनगर पोखर भिंडा निवासी साहिल अली और गुलरिहा सेमरा नंबर दो निवासी शुभम श्रीवास्तव के रूप में हुई।
शाहपुर में प्रापर्टी डिलर से रंगादरी मांगने व फायरिंग करने वाले आरोपित।
इसके बाद शाहपुर थाने की पुलिस और स्वाट टीम इनकी तलाश में जुट गई। उधर, पूछताछ में प्रापर्टी डीलर अंकु शुक्ल ने बताया कि गुलरिहा ग्रीन लैंड के पास प्रवीण श्रीवास्तव की भूमि है। माफिया विनोद उपाध्याय उस पर कब्जा करना चाहता था, इसे लेकर पहले भी विवाद हुआ था।
माफिया के मुठभेड़ में मरने के बाद भू स्वामी उस भूमि को उसके और जावेद के माध्यम से बेचना चाह रहे थे। उनके द्वारा एग्रीमेंट कराने के बाद वह दोनों ग्राहक ढूढ रहे थे। जबकि उनकी भूमि पर आरोपितों की भी नजर थी।
चिलुआताल में मजदूर से छीना था मोबाइल फोन
एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि वह नहीं चाहते थे कि प्रवीण की भूमि कोई और बेचे। इसके लिए गौरव पांडेय ने पांच साथियों के साथ मिलकर योजना बनाई। बोलेनों कार से चिलुआताल क्षेत्र पहुंचे और एक मजदूर का मोबाइल फोन छीनकर फरार हो गया। इसके बाद गौरव ने अंबिका पासवान के साथ मिलकर 18 फरवरी को उसी फोन से अंकु के पास फोन कर धमकी दिया। फिर 19 फरवरी को जावेद के पास फोन कर धमकी दी और रंगदारी मांगी।
पांच आरोपितों को शाहपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। गौरव पांडेय अभी फरार है। इसकी गिरफ्तारी भी जल्द हो जाएगी। इसमें से चार आरोपितों पर वर्ष 2024 में भी मुकदमा दर्ज है। सभी के अपराधों की जांच कर हिस्ट्रीशीट खोलते हुए गैंग्सटर एक्ट की कार्रवाई की जाएगी। आरोपितों की गिरफ्तारी करने वाली टीम को 25 हजार रुपये का पुरस्कार दिया गया है। -डा. गौरव ग्रोवर, एसएसपी
23 फरवरी को भी फायरिंग के लिए गये थे
एसपी सिटी ने बताया कि आरोपित गौरव व अंबिका ने फोन कर पहले डराने की कोशिश की थी। नहीं डरने पर 23 फरवरी को दोबारा अंकु शुक्ल के पास फोन कर धमकी दी। इसके बाद रात में उनके घर फायरिंग के लिए पहुंचे थे लेकिन गोली मिस हो गई और वापस चले गये।
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दोबारा योजना बनाकर गौरव व अंबिका बाइक से और अन्य चारों आरोपित बोलेनों से अंकु के घर पहुंचे और फायरिंग कर दहशत फैलाने की कोशिश की। बाइक गौरव चला रहा था और अंबिका ने फायरिंग की थी। अंकित पासवान, नितिन मिश्रा, साहिल अली और शुभम श्रीवास्तव इनकी बाइक के पीछे गाड़ी से चल रहे थे। इनकी योजना था कि अगर फायरिंग मिस होगी तो पीछे से चारों फायरिंग करेंगे।
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