'संभव' पोर्टल पर होगा शिकायतों का निस्तारण
कुशीनगर में बिजली विभाग ने उपभोक्ताओं की समस्याओं का समाधान करने के लिए व्यवस्था बनाई है अब पोर्टल पर तय होगी विभाग के अधिकारियों की जवाबदेही विभाग के अधिशासी अभियंता का कहना है कि प्रभावी निगरानी के लिए पोर्टल बनाया गया है इसपर उपभोक्ता शिकायत कर सकेंगे।

कुशीनगर : बिजली उपभोक्ताओं की शिकायतों का निस्तारण अब 'संभव' पोर्टल पर भी किया जाएगा। ऊर्जा विभाग की ओर से जारी पोर्टल एक बहुविधिक मंच है जो उपभोक्ता से संबंधित समस्याओं का पंजीकरण व त्वरित निस्तारण करेगा। इसके जरिए अधिकारियों व कर्मचारियों की जवाबदेही भी तय की जाएगी।
अगर किसी उपभोक्ता को शिकायत लेकर कहीं भागदौड़ करनी पड़े तो उसके खर्च की भरपाई भी संबंधित अधिकारी को करना पडे़गा। जिन उपभोक्ताओं की शिकायतों का निस्तारण होना होगा, उन्हें इस पोर्टल के जरिए वीडियो कांफ्रेंसिग से जोड़कर वार्तालाप किया जा सकता है। संभव पोर्टल पर जनता से संबंधित समस्याओं का पंजीकरण व त्वरित निस्तारण के जरिए अधिकारियों व कर्मचारियों की जवाबदेही तय होने से उपभोक्ताओं को लंबी प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ेगी। यह पोर्टल नगर विकास एवं ऊर्जा विभाग की योजनाओं, जन शिकायतों, विभागीय मुद्दों, परियोजनाओं और कार्यक्रमों की सतत, सक्षम व प्रभावी निगरानी के लिए बनाया गया है, जहां अधिशासी अभियंता से लेकर मंत्री तक जनसुनवाई करेंगे।
अधिशासी अधिकारी सेवरही सुजीत गुप्ता ने बताया कि संभव पोर्टल में जिला स्तर पर माह के प्रत्येक सोमवार को सुबह 10 से 12 बजे तक अधिशासी अभियंता और दोपहर तीन से पांच बजे तक सर्किल स्तर पर अधीक्षण अभियंता जनसुनवाई करेंगे। प्रबंध निदेशक स्तर पर हर माह के प्रत्येक मंगलवार को 10 से 12 बजे तक और प्रत्येक माह के तीसरे बुधवार को विभागीय मंत्री व उच्चाधिकारी राज्य स्तर पर 12 बजे से जनसुनवाई करेंगे।
72 घंटे बाद 12 गांवों के घरों में जली बत्ती, चले पंखे
फाजिलनगर बिजली घर से जुड़े एक दर्जन गांवों में बीते शनिवार की रात आई आंधी पानी के चलते बत्ती गुल हो गई थी। उपभोक्ताओं ने विभाग को सूचित किया, लेकिन बिजली नहीं आई। 21 अप्रैल को गांगीटीकर निवासी नंदलाल सिंह ने विभाग के पोर्टल पर सुबह 10.58 बजे शिकायत दर्ज कराई। दो घंटे बाद ही समस्या निस्तारण का मैसेज शिकायतकर्ता के मोबाइल पर आ गया। नाराज उपभोक्ता ने विभागीय अधिकारियों को सत्यता बताते हुए भ्रामक सूचना देने का मुकदमा दर्ज कराने की बात कही तो अधिकारी गंभीर हुए और 72 घंटे बाद खराबी दूर हुई। घरों की बत्ती जली और पंखे चले।
चक्रवाती आंधी के कारण क्षेत्र के गांगीटीकर, पड़री, सोंदिया बुजुर्ग, सपहां, बतरौली, बैरागी पट्टी, बेलवा डीह, अवरवां, सोफीगंज, डीहटोला सहित एक दर्जन गांवों की आपूर्ति ठप हो गई थी। कई पोल उखड़ गए थे। अनेक गांवों में तार टूटकर गिर गए थे। इस वजह से उपभोक्ताओं को काफी परेशानी झेलनी पड़ी। पेयजल का संकट खड़ा हो गया तो इनवर्टर भी जवाब दे गए। अवर अभियंता अरुण कुमार ने बताया कि तकनीकी गड़बड़ी से कभी-कभी समस्या पैदा हो जाती है। शिकायतों का निस्तारण करना हमारी जिम्मेदारी है।
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