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लखनऊ में आत्‍महत्‍या का प्रयास करने वाली महिला को लेकर सियासी सरगर्मी बढ़ी, पूर्व राज्यपाल के पुत्र हिरासत में

लखनऊ में महिला के आत्‍महत्‍या का प्रयास करने के मामले में राजस्थान के पूर्व राज्यपाल रहे स्व. सुखदेव प्रसाद के पुत्र व कांग्रेस के अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष आलोक प्रसाद को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Updated: Wed, 14 Oct 2020 07:26 PM (IST)
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महराजगंज में धरने पर बैठे कांग्रेस कार्यकर्ता। - जागरण

महराजगंज, जेएनएन। मंगलवार को लखनऊ विधान भवन के पास आत्मदाह का प्रयास करने वाली अंजली तिवारी का मामला राजनैतिक रंग लेता जा रहा है। लखनऊ पुलिस ने देर रात राजस्थान के पूर्व राज्यपाल रहे स्व. सुखदेव प्रसाद के पुत्र व कांग्रेस के अनुसूचित जाति विभाग के प्रदेश अध्यक्ष आलोक प्रसाद को हिरासत में ले लिया है। महराजगंज के वीर बहादुर नगर मोहल्ला निवासी आलोक प्रसाद पर महिला को उकसा कर आत्मदाह के लिए प्रेरित करने का आरोप है। आलोक प्रसाद की गिरफ्तारी के बाद महराजगंज में सियासी सरगर्मी बढ़ गई । कांग्रेसियों ने राजनैतिक प्रतिद्वंदिता के तहत उन्हें फंसाने का आरोप लगाया है।

धरने पर बैठे कांग्रेसी

जैसे ही आलोक प्रसाद को हिरासत में लेने की खबर महराजगंज पहुंची बड़ी संख्या में कांग्रेसी जिलाध्यक्ष अवनीश पाल के नेतृत्व में सदर कोतवाली पहुंच गए। कांग्रेसियों ने जिला मुख्यालय स्थित छत्रपति साहू जी महाराज की मूर्ति के पास धरना देकर अपना विराेध जताया। जिलाध्यक्ष ने कहा कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच आवश्यक है। सत्ता पक्ष के कुछ लोगों को बचाने का कुचक्र रचा जा रहा है। अगर आलोक प्रसाद को रिहा नहीं किया गया तो कांग्रेसी उग्र आंदोलन के लिए विवश होंगे। कांग्रेसियों के प्रदर्शन को देखते हुए कलेक्ट्रेट में बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। धरने में प्रदेश महासचिव वीरेंद्र चौधरी, पूर्णवासी प्रसाद सहित अन्य कांग्रेसी उपस्थित रहे।

आत्मदाह के प्रयास के बाद हरकत में आई पुलिस

झारखंड के पलामू जिले के केसास गांव की रहने वाली अंजली तिवारी उर्फ ज्योति जून 2012 में महराजगंज जिले के घुघली थाना क्षेत्र में स्थित पिपराइच उर्फ पचरूखिया तिवारी में बहू बनकर आई थी।पति से विवाद के बाद 2016 में अंजली किराए का मकान लेकर महराजगंज के वीर बहादुर नगर वार्ड में रहने लगी। जीवन यापन के लिए उसने एक कपड़े की दुकान पर नौकरी भी कर ली। इसी दौरान उसका संपर्क पड़ोस के आशिक रजा नाम के युवक से हो गया था। अंजली का आरोप है कि आशिक रजा नाम के जिस व्यक्ति से उसने दुबारा निकाह किया वह जबरन उसका धर्म परिवर्तन कराना चाह रहा था। नाम बदलकर अंजली से आयशा कर दिया। दो बार उसने गर्भपात भी करवाया। बीते चार अक्टूबर को अंजली आशिक रजा के घर में रहने के लिए धरने पर भी बैठ गई थी। मंगलवार को विधान भवन के सामने आत्मदाह की कोशिश करने पर मामला गर्म हो गया।

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