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    Driving license Rules: परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस के लिए बदला गया नियम, इसे हासिल करने के लिए देना होगा यह टेस्‍ट

    Updated: Wed, 22 May 2024 09:19 AM (IST)

    Driving license Rules परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस का टेस्ट सीसी कैमरे की नजर में होगी। अभ्यर्थी दो और चार पहिया वाहनों को चलाकर टेस्ट देंगे। ट्रैक पर थोड़ी सी गड़बड़ी होने पर सिस्टम पकड़ लेगा। मैनुअल टेस्ट पूरी तरह बंद हो जाएगा। नई व्यवस्था लागू हो जाने से कुशल चालकों को ही ड्राइविंग लाइसेंस जारी होंगे। कार्य प्रणाली सरल होने के साथ सिस्टम भी पारदर्शी हो जाएगा।

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    शहीद बंधू सिंह चालक प्रशिक्षण केंद्र (डीटीआइ) चरगांवा में आनलाइन टेस्ट के लिए कंप्यूटराज्ड सिस्टम लगा दिया गया है।

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर।  Driving license Rules लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस की तरह अब परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस के लिए भी आनलाइन टेस्ट होगा। ड्राइविंग ट्रैक पर टेस्ट के दौरान सिग्नल रेड होते ही अभ्यर्थी स्वत: फेल हो जाएंगे। ग्रीन सिग्नल पर ही अभ्यर्थी पास माने जाएंगे। शहीद बंधू सिंह चालक प्रशिक्षण केंद्र (डीटीआइ) चरगांवा में आनलाइन टेस्ट के लिए कंप्यूटराज्ड सिस्टम लगा दिया गया है।

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    ड्राइविंग ट्रैक पर 40 टावर पर दर्जनों सीसी कैमरे और सिग्नल लगाए गए हैं। कार्यदायी कंपनी ने पूरे सिस्टम को परिवहन विभाग (आरटीओ) को हैंडओवर कर दिया है। चुनाव बाद कंप्यूटराइज्ड सिस्टम पर आनलाइन टेस्ट शुरू हो जाएगा।

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    परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस का टेस्ट सीसी कैमरे की नजर में होगी। अभ्यर्थी दो और चार पहिया वाहनों को चलाकर टेस्ट देंगे। ट्रैक पर थोड़ी सी गड़बड़ी होने पर सिस्टम पकड़ लेगा। मैनुअल टेस्ट पूरी तरह बंद हो जाएगा। नई व्यवस्था लागू हो जाने से कुशल चालकों को ही ड्राइविंग लाइसेंस जारी होंगे। कार्य प्रणाली सरल होने के साथ सिस्टम भी पारदर्शी हो जाएगा। अराजकतत्वों पर अंकुश लगने के साथ दलालों की सक्रियता पर भी लगाम लग जाएगी।

    डीटीआइ में चलेगी ड्राइविंग की पाठशाला

    शहीद बंधू सिंह चालक प्रशिक्षण केंद्र (डीटीआइ) में ड्राइविंग की पाठशाला भी चलेगी। ड्राइविंग ट्रैक पर प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके अलावा सेमुलेटर पर भी प्रशिक्षण की सुविधा होगी। भवन के भूतल पर प्रयोगशाला होगी। हल्के एवं भारी वाहनों के अभ्यास के लिए दो कंप्यूटर कक्ष होंगे। प्रथम तल पर सेंटर हेड कक्ष, सर्विलांस कक्ष, सभागार, अभ्यर्थियों के लिए क्लास रूम और 100 लोगों के लिए आडिटोरियम होगा।

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    दूर-राज के अभ्यर्थियों के लिए हास्टल की सुविधा मिलेगी। प्रशिक्षण के अलावा ठहरने, नाश्ता और भोजन के लिए न्यूनतम शुल्क निर्धारित होगा। कोई भी व्यक्ति प्रशिक्षण प्राप्त कर अपना लाइसेंस बनवा सकता है। प्रशिक्षण के लिए न्यूनतम एक माह की अवधि निर्धारित की गई है। प्रशिक्षण के साथ यातायात के नियमों की समुचित जानकारी भी दी जाएगी। निगरानी के लिए संभागीय निरीक्षक तैनात होंगे। उनकी देखरेख में ही प्रशिक्षण के बाद ड्राइविंग लाइसेंस जारी किए जाएंगे।

    489.56 लाख में बना है डीटीआइ

    पूर्वांचल के युवाओं को कुशल चालक बनाने व मार्ग दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से शासन ने 489.56 लाख रुपये खर्च कर डीटीआइ का निर्माण कराया है। 15 अक्टूबर, 2020 को निर्माण कार्य पूरा हो गया था। जुलाई 2021 से ड्राइविंग लाइसेंस से संबंधित कार्य शुरू है। परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस के लिए प्रतिदिन 50 से 60 अभ्यर्थी टेस्ट देने पहुंचते हैं।