Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    परदेसी बाबू आए, कोरोना साथ लाए

    By JagranEdited By:
    Updated: Wed, 07 Apr 2021 06:00 AM (IST)

    सिद्धार्थनगर: जिले में परदेसियों ने कोरोना संक्रमण की रफ्तार एक बार फिर बढ़ा दी है। मार्च से अब तक

    Hero Image
    परदेसी बाबू आए, कोरोना साथ लाए

    सिद्धार्थनगर: जिले में परदेसियों ने कोरोना संक्रमण की रफ्तार एक बार फिर बढ़ा दी है। मार्च से अब तक 108 कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं। सभी संक्रमित या तो बाहर से आए हैं, या फिर इनके संपर्क में आने से हुए हैं। ये वह लोग हैं जो होली के त्योहार या चुनाव की वजह से गैर प्रांतों से लौटे हैं। महाराष्ट्र, केरल और दिल्ली में कोरोना के बढ़ते संक्रमण से भी कंपनियों के बंद होने की आशंका के कारण बेरोजगार होने के डर से भी लोग घर लौटने लगे हैं। टीकाकरण ने भी जोर पकड़ लिया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    होली पर तमाम लोग गैर प्रांतों से वापस घर लौट आए हैं। पंचायत चुनाव भी चल रहा है। ऐसे में तमाम प्रत्याशी बाहर से मतदाताओं को बुलाने में जुटे हुए हैं। यह लोग कोरोना बढ़ाने में सहायक हो रहे हैं। जिले में नए स्ट्रेन के फैलने के बाद 12 मार्च से जिले में कोरोना संक्रमित मिलने लगे हैं। अब तक 108 संक्रमितों की पहचान हो चुकी है।

    ......

    नहीं हो पा रही लौट रहे लोगों की जांच

    गैर प्रांत से लोगों के लौटने का सिलसिला चल पड़ा है। लोग ट्रेन व बसों से घर आ रहे हैं। इनकी जांच के लिए जिले में पांच टीमों को लगाया गया है। स्टाफ कम होने से अधिकांश लोगों की जांच नहीं हो पा रही है।

    इलाहाबाद से आए एक अधिवक्ता मिले संक्रमित

    108 में से 91 लोग मुंबई से चलकर आए और संक्रमित पाए गए हैं। जनपद के एक अधिवक्ता प्रयागराज से आने पर संक्रमित मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि सभी संक्रमित के संपर्क में आने से पाजिटिव हुए हैं।

    मार्च से अब तक कुल मिले संक्रमित- 108,मुंबई से आए जांच में मिले पाजिटिव की संख्या-91,एक साथ पति-पत्नी मिले संक्रमित-10,12 मार्च से अब तक हो चुकी जांच- 40 हजार, अप्रैल में पांच दिनों में लगा कोरोनारोधी टीका- 41 हजार।

    सीएमओ डा. आइवी ने कहा कि

    बाहर से आए लोगों को लगातार जांच हो रही है। सभी को आइसोलेट किया गया है। संक्रमण की रफ्तार को रोकने के लिए टीकाकरण के साथ अन्य उपायों पर जोर दिया जा रहा है।