जालसाज ने मरीज बनकर डॉक्टर के खाते से 2.48 लाख रुपये उड़ाए, QR कोड साझा करना पड़ा भारी
गोरखपुर में एक डॉक्टर ऑनलाइन ठगी का शिकार हो गए। साइबर ठगों ने मरीज बनकर उनसे 2.48 लाख रुपये ठग लिए। डॉक्टर ने QR कोड साझा किया जिसके बाद उनके खाते से पैसे कट गए। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है और लोगों से ऑनलाइन लेनदेन में सावधानी बरतने की अपील की है।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। साइबर ठगों ने ऑनलाइन मरीज बनकर शहर के एक फिजिशियन डाॅक्टर से करीब 2.48 लाख रुपये की ठगी कर ली। मामला शाहपुर थाना क्षेत्र के बशारतपुर पूर्वी निवासी डाॅ. जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव का है। उन्होंने तत्परता दिखाते हुए साइबर थाना और हेल्पलाइन नंबर 1930 पर सूचना देकर अपने खाते को तुरंत सील कराया। पुलिस ने बुधवार को उनकी तहरीर पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
डाॅ. जितेंद्र ने बताया कि आठ सितंबर 2025 की शाम करीब 4:15 बजे उनके मोबाइल पर एक व्यक्ति का फोन आया। उसने खुद को मरीज बताया और ऑनलाइन परामर्श के लिए भुगतान करने की बात कही। कुछ देर बाद व्यक्ति ने डाॅक्टर से स्कैनर क्यूआर कोड मांगा।
जैसे ही उन्होंने कोड साझा किया, उनके पंजाब नेशनल बैंक, बशारतपुर शाखा के खाते से तीन बार में क्रमशः 49 हजार 511 रुपये, 99 हजार 588 रुपये और 99 हजार 588 रुपये की तीन ट्रांजेक्शन के जरिए रकम ट्रांसफर हो गई।
डॉ. जितेंद्र के अनुसार, फोन करने वालों ने खुद को प्रमील कुमार और एसके रावत बताया। ठगी का पता चलते ही उन्होंने बैंक जाकर खाता फ्रीज कराया और साइबर पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई।
सीओ गोरखनाथ रवि सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। ठगों की पहचान की जा रही है और आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने लोगों से अपील की कि किसी भी अनजान व्यक्ति से आनलाइन लेनदेन या क्यूआर कोड साझा न करें, क्योंकि ठग अब नित नए तरीके अपनाकर लोगों को जाल में फंसा रहे हैं।

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