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    एक बार फिर NIRF Ranking में नहीं दिखा Gorakhpur University, तकनीकी खामी का हवाला दे रहा विश्वविद्यालय प्रशासन

    NIRF Ranking गोरखपुर विश्वविद्यालय की बात करें तो इससे पहले एनआइआरएफ रैंकिंग के लिए 2017 में आवेदन किया गया था। उस समय विश्वविद्यालय को टॉप 200 में स्थान बनाने में तो सफलता मिल गई थी। छह वर्ष के अंतराल के बाद यूनिवर्सिटी ने 2024 में पूरे उत्साह के साथ आवेदन किया। लेकिन इस बार भी सफलता नहीं मिल सकी है।

    By Jagran NewsEdited By: Riya Pandey Updated: Tue, 13 Aug 2024 01:42 PM (IST)
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    एनआइआरएफ रैंकिंग में नहीं दिखा गोरखपुर विश्वविद्यालय (प्रतिकात्मक फोटो)

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर।  DDU Gorakhpur University: उधर, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय को एक बार फिर रैंकिंग सूची में जगह नहीं मिल सकी है। सरकारी राज्य विश्वविद्यालय की सूची में भी नाम न होने का कारण विश्वविद्यालय प्रशासन फिलहाल तकनीकी खामी बता रहा है।

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    दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (DDU Gorakhpur University) की कुलपति प्रो. पूनम टंडन ने ओवरआल संस्थानों की सूची में विश्वविद्यालय को स्थान न मिलने को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है, लेकिन राज्य विश्वविद्यालयों की सूची में विश्वविद्यालय के न होने की वजह तकनीकी खामी बताई है।

    उनका कहना है कि राज्य विश्वविद्यालय की श्रेणी एनआइआरएफ की ओर से पहली बार जारी हुई है। इस श्रेणी के लिए कोई आवेदन नहीं मांगा गया था।

    विश्वविद्यालय को गड़बड़ी की आशंका

    ओवरआल आवेदन के आधार पर ही यह इस श्रेणी की सूची भी जारी हुई है। चूंकि विश्वविद्यालय इस श्रेणी के लिए आवेदन करने वालों की सूची में शामिल नहीं है, इसलिए निश्चित रूप से कोई तकनीकी गड़बड़ी हुई है। इसे लेकर विश्वविद्यालय ने अपनी आपत्ति तत्काल प्रभाव से दर्ज करा दी है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय का जवाब मिलने के बाद स्थिति पूरी तरह स्पष्ट हो सकेगी।

    2017 के बाद पहली बार गोवि ने किया था आवेदन

    गोरखपुर विश्वविद्यालय की बात करें तो इससे पहले एनआइआरएफ रैंकिंग के लिए 2017 में आवेदन किया गया था। उस समय विश्वविद्यालय को टॉप 200 में स्थान बनाने में तो सफलता मिल गई थी, लेकिन टॉप 100 में स्थान नहीं मिल सका था। उसके बाद तैयारियां तो खूब हुईं, लेकिन आवेदन की स्थिति नहीं बन सकी, रैंकिंग तो दूर की बात है।

    छह वर्ष के अंतराल के बाद विश्वविद्यालय ने 2024 में पूरे उत्साह के साथ आवेदन किया। इस बार उसके साथ नैक से मिले ए प्लस-प्लस ग्रेड का आत्मबल भी था। बावजूद इसके सफलता नहीं मिल सकी है।

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