गोरखपुर के गीडा में खुलेगा प्रदेश का पहला स्टेट इंस्टीट्यूट आफ होटल मैनेजमेंट
State Institute of Hotel Management पहले स्टेट इंस्टीट्यूट आफ होटल मैनेजमेंट के लिए प्रशासन की ओर से चिन्हित जमीन को पर्यटन विभाग ने अनुपयोगी बता दिया है। विभाग की ओर से इसके लिए गीडा में जमीन तलाशने की बात कही गई है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। प्रदेश के पहले स्टेट इंस्टीट्यूट आफ होटल मैनेजमेंट के लिए प्रशासन की ओर से चिन्हित जमीन को पर्यटन विभाग ने अनुपयोगी बता दिया है। विभाग की ओर से गीडा में जमीन तलाशने की बात कही गई है। इस बावत पर्यटन महानिदेशक का पत्र आने के बाद गोरखपुर के डीएम ने गीडा के सीईओ को पत्र लिखकर जमीन चिन्हित करने को कहा है। पत्र मिलने के बाद गीडा के सीईओ ने जमीन चिन्हित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
जिलाधिकारी ने जमीन चिन्हित करने के लिए सीईओ गीडा को लिखा पत्र
दरअसल, मार्च में पर्यटन महानिदेशक ने गोरखपुर के क्षेत्रीय पर्यटन कार्यालय को पत्र लिखकर जिला प्रशासन के सहयोग से इंस्टीट्यूट की स्थापना के लिए पांच एकड़ भूमि तलाशने का निर्देश दिया था। क्षेत्रीय पर्यटक अधिकारी के अनुरोध पर जिला प्रशासन ने पिपराइच क्षेत्र के अगया गांव में पांच एकड़ जमीन चिन्हित की थी, जिसकी सूचना पर्यटन महानिदेशक को दे दी गई थी। सड़क के किनारे जमीन होने के नाते जिला प्रशासन को पूरी उम्मीद थी कि पर्यटन महानिदेशक को जमीन पसंद आ जाएगी। पर ऐसा हुआ नहीं। पर्यटन महानिदेशक ने उस जमीन को शैक्षणिक दृष्टि से अनुपयुक्त बता दिया और इंस्टीट्यूट के लिए गीडा में जमीन तलाशने के बाबत पत्र जारी कर दिया।
स्थानीय होटलों से होगा अनुबंध
गोरखपुर में प्रस्तावित इस इंस्टीट्यूट में 400 से अधिक छात्र-छात्राओं को पढ़ाने की व्यवस्था होगी। हास्टल की भी समुचित व्यवस्था की जाएगी। शहर के होटलों के साथ इस संस्थान का अनुबंध भी होगा। संस्थान में होटल मैनेजमेंट के क्षेत्र में डिप्लोमा से लेकर बैचलर एवं मास्टर डिग्री तक के पाठ्यक्रम संचालित होंगे।
इंस्टीट्यूट के शुरू कर दी गई है जमीन की तलाश
गीडा के सीईओ पवन अग्रवाल ने कहा कि जिलाधिकारी का पत्र प्राप्त हुआ है। पत्र के मुताबिक स्टेट इंस्टीट्यूट आफ होटल मैनेजमेंट के लिए जमीन की तलाश शुरू कर दी गई है। जल्द ही पांच एकड़ जमीन चिन्हित कर, इसकी जानकारी जिलाधिकारी को दे दी जाएगी।