छह हजार एकड़ में बसेगा 'नया गोरखपुर', टाउनशिप में मिलेंगी ये सुविधाएं
गोरखपुर में छह हजार एकड़ में 'नया गोरखपुर' नामक एक नई टाउनशिप विकसित की जाएगी। इस टाउनशिप में आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी, जिससे निवासियों को बेहतर जीवनशैली मिलेगी। इसका उद्देश्य शहर के बुनियादी ढांचे को मजबूत करना है।

छह हजार एकड़ में बसेगा नया गोरखपुर।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। नया गोरखपुर परियोजना के तहत समझौते और अनिवार्य अधिग्रहण से प्राधिकरण छह हजार एकड़ भूमि जुटाएगा। समझौते के आधार पर अब तक तीन राजस्व ग्राम में कुल 85.250 हेक्टयर यानी 210.076 एकड़ भूमि अर्जित की गई है। ग्राम मानीराम और रहमत नगर में कुल 44.135 हेक्टेयर (109.05 एकड) भूमि और ग्राम बालापार में कुल 41.115 हेक्टेयर (101.593 एकड़) भूमि अर्जित की गई है। अभी इन क्षेत्रों में समझौते के आधार पर भूमि खरीदने की प्रक्रिया जारी है।
वहीं समझौते के आधार पर भूमि लेने के साथ ही अनिवार्य अधिग्रहण की भी प्रक्रिया तेज कर दी गई है। गोरखपुर-कुशीनगर रोड पर चौरीचौरा तहसील क्षेत्र के माड़ापार में 151.261 हेक्टेयर और सदर तहसील क्षेत्र के तकिया मेदनीपुर में 44.076 व कोनी में 56.482 हेक्टेयर यानी कुल 251.819 हेक्टेयर भूमि अधिगृहीत की जाएगी।
समझौते की भूमि पर टाउनशिप बसाने की तैयारी शुरू
नया गोरखपुर में प्राधिकरण की ओर से प्रस्तावित गुरुकुल टाउनशिप फेज-1 आवासीय योजना बसाने की तैयारी शुरू हो गई है। प्राधिकरण की इस सुव्यवस्थित टाउनशिप के तलपट मानचित्र (ले-आउट प्लान) को हाल ही में बोर्ड से मंजूरी भी मिल चुकी है।
अब जीडीए ने नया गोरखपुर योजना के लिए समझौते के आधार पर काश्तकारों से खरीदी गई करीब दो सौ एकड़ भूमि पर कब्जा हासिल करने को टीम गठित कर दी है। साथ ही जिला प्रशासन से लेखपाल और कानूनगो की टीम उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है ताकि सीमांकन किया जा सके।
प्राधिकरण, मानीराम और रहमत नगर में 126.35 हेक्टेयर (312.23 एकड़) में गुरुकुल सिटी फेज-01 लांच करेगा। अब तक यहां 44.135 हेक्टेयर (109.05 एकड) भूमि समझौते के आधार पर अर्जित की जा चुकी है। 82 हेक्टेयर भूमि और ली जानी है। प्राधिकरण जल्द ही इसकी भी रजिस्ट्री प्रक्रिया पूरी करेगा।
टाउनशिप में मिलेगी हर सुविधा
ग्राम मानीराम और रहमतनगर में अर्जित एवं प्रस्तावित कुल 126.35 हेक्टेयर भूमि पर विकसित की जाने वाली गुरुकुल टाउनशिप फेज-01 योजना में तलपट मानचित्र में विभिन्न श्रेणियों के लिए भूमि आरक्षित की गई है। परियोजना में ग्रुप हाउसिंग, प्लाटेड डेवलपमेंट, सर्विस अपार्टमेंट, ईडब्ल्यूएस और एलआइजी आवास, होटल, शापिंग माल, रिटेल कामर्शियल, शैक्षणिक संस्थान, प्रशिक्षण केंद्र, सिटी सिविक सेंटर, जलाशय, हरित क्षेत्र (ग्रीन जोन, पार्क आदि) और सड़कों के लिए भूमि चिन्हित की गई है।
प्राधिकरण उपाध्यक्ष आनंद वर्द्धन का कहना है कि गुरुकुल सिटी परियोजना का उद्देश्य न सिर्फ आवासीय ज़रूरतों को पूरा करना है, बल्कि इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यापार, और हरित पर्यावरण का संतुलित विकास भी सुनिश्चित करना है। यह योजना भविष्य के गोरखपुर का नया चेहरा बनेगी। संबंधित अधिकारियों को मानीराम और रहमतनगर में शेष भूमि के समझौते के आधार पर अधिग्रहण की प्रक्रिया को तेज करने के निर्देश दिए गए हैं।

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