‘टोनी’ ने फिर कर दिखाया कमाल, 45 किलोमीटर दूर जाकर ढूंढा शव; हो गया नीलम हत्याकांड का पर्दाफाश
गोरखपुर में नीलम हत्याकांड का पर्दाफाश हुआ, जिसमें पुलिस के खोजी कुत्ते टोनी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। टोनी ने 45 किलोमीटर दूर गन्ने के खेत में नीलम का शव ढूंढ निकाला, जिससे पुलिस को आरोपी तक पहुंचने में मदद मिली। आरोपी रामआशीष ने शव को ठिकाने लगाने के लिए कई रास्तों का इस्तेमाल किया था, लेकिन टोनी की सूंघने की क्षमता ने उसे बेनकाब कर दिया। टोनी ने पहले भी कई मामलों में पुलिस की मदद की है।

पुलिस व गांव के लोग हुए नाकाम तब गाेरखपुर से भेजा गया खोजी कुत्ता
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। रामपुर नयागांव की नीलम हत्याकांड में जहां पुलिस तकनीकी साक्ष्यों के सहारे आरोपित भाई तक पहुंची, वहीं शव की बरामदगी का सबसे बड़ा श्रेय पुलिस के खोजी कुत्ता ‘टोनी’ को जाता है, जिसने 45 किलोमीटर दूर जाकर गन्ने के खेत में पुलिस को उस स्थान तक पहुंचाया, जहां नीलम का शव फेंका गया था।
कुशीनगर के कप्तानगंज क्षेत्र में गन्ने के खेतों के बीच दबे इस राज तक पुलिस के साथ ही स्थानीय लोगों की नजर नहीं पहुंच पा रही थी,लेकिन ‘टोनी’ की सूंघने की क्षमता ने इस जघन्य अपराध की आखिरी कड़ी को बेनकाब कर दिया।
27 अक्टूबर की शाम पांच बजे नीलम की हत्या करने के बाद आरोपी रामआशीष ने बड़ी साजिश रची। उसने बहन का शव बोरे में भरकर बाइक से रवाना हुआ। बरगदवा, फर्टिलाइजर, मेडिकल कालेज, परतावल बाजार होते हुए वह कप्तानगंज थाने के सामने से होते हुए छोटी गंडक नदी तक पहुंचा।
नदी पार कर नेबुआ नौरंगिया के क्रांति चौक पहुंचा और शव को गन्ने के खेत में 1500 मीटर अंदर ले जाकर फेंक दिया।गोरखपुर से करीब 45 किलोमीटर दूर यह भयावह काम किया।पुलिस को बुधवार की शाम छह बजे जब यह जानकारी मिली कि रामआशीष ने ही बहन की हत्या की है, तो लेकर क्रांति चौराहा पहुंची।
स्थानीय पुलिस व ग्रामीणों की मदद से रात आठ बजे से सर्च अभियान चलाया।गन्ने के खेतों में तीन घंटे तक तलाशी ली, लेकिन अंधेरे ने हर दिशा बंद कर दी। स्थानीय ग्रामीण भी लगभग 50 की संख्या में जुटे, पर कुछ पता नहीं चला।रात 11 बजे जब तलाशी बेअसर रही तो एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने कुशीनगर पुलिस से खोजी कुत्ता बुलाने को कहा, लेकिन वहां उपलब्ध नहीं था।
इसके बाद तुरंत पुलिस लाइन से ‘टोनी’ को रवाना किया गया। रात करीब 12 बजे ‘टोनी’ मौके पर पहुंचा। गोरखनाथ पुलिस अपने साथ नीलम के पुराने कपड़े ले गई थी जिसे सूंघाने के बाद टोनी को उस रास्ते की ओर छोड़ा गया, जहां आरोपित की बाइक देखी गई थी।
कोटवा ब्रह्मस्थान मंदिर के पास बाइक के निशान मिले। वहां से टोनी ने 150 मीटर अंदर गन्ने के खेत की ओर बढ़ना शुरू किया। पुलिसकर्मी टार्च लेकर उसके पीछे-पीछे चलते रहे। लगभग 30 मिनट बाद टोनी एक जगह रुक गया और जोर से भौंकने लगा। जब पुलिस ने टार्च की रोशनी डाली तो वहां गन्ने की झाड़ियों के बीच नीलम का शव पड़ा था।
एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि शव की बरामदगी इस केस का सबसे कठिन हिस्सा था। जिस इलाके में शव फेंका गया था, वहां गन्ने के खेत कई एकड़ तक फैले हुए हैं। ‘टोनी’ की सूंघने की क्षमता ने हमें उस बिंदु तक पहुंचाया।
‘टोनी’ पहले भी कर चुका है कमाल:
यह पहली बार नहीं है जब पुलिस का खोजी कुतता ‘टोनी’ ने किसी जटिल केस में अहम भूमिका निभाई हो। 25 सितंबर को जब नकहा में 10 वर्षीय बालक के लापता होने पर अपहरण की अफवाह फैली थी, तब भी टोनी ने अपनी सूंघने की क्षमता से पुलिस की परेशानी खत्म की थी।
उसने बच्चे की गंध पहचानकर घर की छत पर रखे सोफे के पीछे सोते हुए बच्चे तक पहुंचा दिया था।इसी तरह पीपीगंज में बुजुर्ग महिला की हत्या और शव फेंकने के मामले में भी ‘टोनी’ ने सटीक दिशा दिखाई थी। महिला की पौत्री ने ही हत्या की थी, और टोनी ने पुलिस को सीधे उसके घर तक पहुंचा दिया था।
हाल के दिनों कब-कब हुआ रिश्तों का कत्ल :
- 22 अक्टूबर 2025: खोराबार के डुमरी गांव में छोटे भाई ने पेंशन की रकम के लिए दिव्यांग की हत्या कर दी।
- 26 अक्टूबर 2025: खोराबार के रामपुर गांव में रुपये के लिए बस चालक ने गला दबाकर मां को मारने का प्रयास किया।
- 25 सितंबर 2025: पीपीगंज के भुईधरपुर गांव में पौत्री ने धारदार हथियार से गला काटकर दादी की हत्या कर दी।
- 28 फरवरी 2025: झंगहा के मोतीराम अड्डा में युवक ने अपने दादा,बड़े दादा व दादी की फावड़े से काटकर हत्या कर दी।
- 14 दिसंबर 2024 : चिलुआताल के दहला गांव में युवक ने दो भाइयों समेत पांच लोगों को जलाकर मार डाला।
- 09 दिसंबर 2024 : सहजनवा के सिसई गांव में संपत्ति के लिए युवक ने छोटे भाई की हत्या कर दी।

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