गोरखपुर, जागरण संवाददाता। माफिया मुख्तार अंसारी गैंग के शूटर और ग्राम प्रधानों से रंगदारी मांगने वाले राजन पासी के सहयोगी सत्यनारायण यादव उर्फ झीनक बड़हलगंज थाने का हिस्ट्रीशीटर है। वर्ष 2008 में लूट के लिए सैनिक की हत्या कर सनसनी फैला दी थी। घटना के बाद पुलिस ने उसे मुठभेड़ में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। आजमगढ़ में मुठभेड़ के बाद उसकी गिरफ्तारी की सूचना बड़हलगंज पहुंची तो लोगों में उसके दुस्साहस की यादें ताजा हो गईं।
अलग-अलग जिलों में अपराध कर चुका है बदमाश
बता दें कि माफिया मुख्तार अंसारी गैंग के शूटर और ग्राम प्रधानों से रंगदारी मांगने वाले राजन पासी के सहयोगी सत्यनारायण यादव उर्फ झीनक को शुक्रवार सुबह मेंहनगर के हटवा गांव के समीप पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। उसका एक साथी भाग निकला। अलग-अलग जिलों में अपराध करने वाला मिश्रौली गांव का सत्यनारायण यादव उर्फ झीनक कुछ दिन पहले सुल्तानपुर जेल से छूटा था। बड़हलगंज व बेलीपार थाने में उसके विरुद्ध हत्या, लूट, हत्या के प्रयास, आर्म्स व गैंगस्टर एक्ट के पांच मुकदमे दर्ज हैं।
ये हैं झिनक के अपराध का इतिहास
सत्यनारायण गोरखपुर जिले के बड़हलगंज क्षेत्र के मिश्रौली गांव का निवासी है। मुठभेड़ में बदमाश के घायल होने की सूचना पर बड़हलगंज थाना पुलिस ने छानबीन की तो पता चला कि दो अप्रैल 2008 को सत्यनारायण ने बाइक लूटने में नाकाम होने पर शनिचरा गांव के रहने वाले सैनिक उदयनारायण यादव की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसी वर्ष नौ अक्टूबर को पांच अन्य साथियों संग मिलकर उसने मुहाजलकर गांव निवासी संतोष यादव की हत्या कर दी। बाद में बड़हलगंज थाना पुलिस ने मुठभेड़ में असलहे के साथ सत्यनारायण को गिरफ्तार कर जेल भेजा। जेल से छूटकर आने के बाद वर्ष 2012 में बदमाश ने एक युवक की हत्या का प्रयास किया था, जिसमें जेल गया था। एसपी साउथ अरुण सिंह ने बताया कि सत्यनारायण बड़हलगंज थाने का हिस्ट्रीशीटर है।
कुछ दिन पहले सुल्तानपुर जेल से छूटा था
बड़हलगंज पुलिस गांव में पहुंची तो सत्यनाराण की पत्नी प्रमिला ने बताया कि वह घर से मतलब नहीं रखता था। कभी-कभार ही घर आता था। सास-ससुर की पहले ही मृत्यु हो चुकी है। कोरोना संक्रमण की वजह से दो वर्ष पहले देवर बबलू की भी मृत्यु हो गई। प्रमिला ने बताया कि उसके चार बच्चे हैं, जिसमें सबसे बड़ी बेटी की शादी हो चुकी है। कुछ दिन पहले सत्यनारायण सुल्तानपुर जेल से छूटा था।