सावधान! कोरोना का टीका लगने के बाद भी शरीर में एंट्री ले सकता है संक्रमण, छोटी सी लापरवाही फिर से कर देगी चित
कोरोना टीके की डोज लगने के बाद भी कोरोना आपके शरीर में प्रवेश कर सकता है। गोरखपुर जिले में कई ऐसे लोग संक्रमित हो चुके हैं जिन लोगों ने डोज ले लिया है। ऐसे में विशेषज्ञों का कहना है कि टीका लगने पर भी सावधानी बरतें।
गोरखपुर, गजाधर द्विवेदी। कोरोनारोधी टीके की डोज कोरोना को शरीर में प्रवेश करने से नहीं रोकती, यह बात लोग नहीं जानते थे। इसलिए टीका लगवाकर निश्चिंत हो गए और लापरवाही बरतने लगे। बैंक, बाजार व अस्पतालों में बिना मास्क लगाए गए, शारीरिक दूरी का पालन भी नहीं किया और संक्रमण लेकर घर लौटे। गनीमत यह थी कि टीका लगने के बाद उनके भीतर कोरोना से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो गई थी, इसलिए उनकी तबीयत गंभीर नहीं हो पाई।
टीकाकरण के बाद भी करें नियमों का पालन
विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि टीका लगवाने के बाद भी कोविड से बचाव के नियमों का पालन जरूरी है। 28 मार्च से मंगलवार तक जिले में 197 लोग संक्रमित हुए हैं। इसमें से 138 लोगों की कांटैक्ट ट्रेसिंग हो सकी है। केवल एक 10 माह के बच्चे को छोड़कर सभी ने कोरोनारोधी टीका लगवाया है। 133 लोगों ने दोनों डोज, 67 लोगों ने सतर्कता डोज और चार ने केवल एक डोज लगवाई है। 39 संक्रमितों का पता नहीं मिल पा रहा और 20 जेल के कैदी हैं, उनसे सीधे बात नहीं हो पा रही है। उनके बारे में जेल प्रशासन से ही पूछना पड़ता है, इसलिए उनके टीका लगवाने के बारे में स्पष्ट सूचना नहीं मिल पाई है। टीका लगवाने के बाद लोग यह मानकर चल रहे थे कि अब उन्हें कोरोना प्रभावित नहीं कर पाएगा।
आत्मविश्वास ठीक पर लापरवाही बरतना गलत
विशेषज्ञों का कहना है कि यह आत्मविश्वास अच्छा है लेकिन इसकी वजह से लापरवाही बरतना गलत है। टीका लगवाने के बाद भी मास्क लगाना व शारीरिक दूरी का पालन करना जरूरी है। क्योंकि वैक्सीन मास्क जैसा काम नहीं करती है, अर्थात कोरोना को शरीर में प्रवेश करने से नहीं रोकती है। वह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है, ताकि कोरोना शरीर में प्रवेश करे तो कमजोर पड़ जाए। वैक्सीन ने अपना पूरा काम किया है। इसलिए कोई गंभीर नहीं हो पाया और किसी को अस्पताल में भर्ती कराने की जरूरत नहीं पड़ी।
ये भी जानें
- 197 लोग 28 मार्च के बाद संक्रमित हुए
- 133 लोगों को कोरोनारोधी वैक्सीन की दो डोज लग चुकी है।
- 67 लोगों ने सतर्कता डोज भी लगवा ली है।
- चार लोगों ने केवल पहली डोज लगवाई है।
- एक बच्चे (10 माह) को एक भी डोज नहीं लगी है।
- 39 लोगों का मोबाइल बंद है, उनकी कांटैक्ट ट्रेसिंग नहीं हो सकी।
- 20 जेल के बंदी हैं, उनसे सीधे बात नहीं हो पा रही है।
क्या कहते हैं अधिकारी
सीएमओ डॉ. आशुतोष कुमार दूबे ने बताया कि जो लोग कोरोनारोधी टीका लगवा चुके हैं वे भी कोविड से बचाव के नियमों का पालन करें। भीड़ में जाने से बचें, जाना जरूरी हो तो मास्क लगाएं और शारीरिक दूरी बनाए रखें। बाजार, अस्पताल या बैंक से घर जाने पर बुजुर्गों व बच्चों के संपर्क में तत्काल न आएं। गरम पानी व साबुन से स्नान करने के कुछ देर बाद ही परिवार के सदस्यों के बीच बैठें। टीका वायरस से लड़ने की क्षमता प्रदान करता है, उसे शरीर में प्रवेश करने से रोकता नहीं है।
क्या कहती हैं प्रभारी
इंटीग्रेटेड कोविड कमांड सेंटर की प्रभारी सुनीता पटेल ने बताया कि अब तक जिन संक्रमितों से संपर्क हो पाया, उनमें से एक बच्चे को छोड़कर सभी ने कोरोनारोधी टीका लगावाया है। उनके शरीर का तापमान लेने के साथ ही रोज फालोअप किया जा रहा है, ताकि तबीयत गंभीर होने पर तत्काल उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया जा सके। अभी तक किसी की तबीयत गंभीर नहीं हुई है।