गोरखपुर में मतांतरण के चक्कर में खुद के बनवाए मंदिर में स्थापित प्रतिमा तोड़ी, जांच में जुटी पुलिस
हरपुर-बुदहट के सोनबरसा बाबू गांव में राम सांवर ने अपने ही बनाए मंदिर में मूर्ति तोड़ दी। ग्रामीणों ने मतांतरण का आरोप लगाया पर पुलिस जांच में ऐसा कुछ नहीं मिला। पुलिस के अनुसार राम सांवर ने 20 साल पहले मंदिर बनवाया था। बेटे ने विरोध किया तो विवाद हुआ। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।

जागरण संवाददाता, हरपुर-बुदहट। सोनबरसा बाबू में शुक्रवार को एक युवक ने खुद की बनवाए मंदिर में स्थापित प्रतिमा को तोड़ दी। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची हरपुर-बुदहट थाने की पुलिस पूछताछ कर रही है।
आरोप है कि युवक ने मतांतरण के चक्कर में इस घटना को अंजाम दिया है। जबकि पुलिस का कहना है कि अभी तक की जांच में इस तरह का कोई मामला सामने नहीं आया है।
सोनबरसा बाबू के राम सांवर ने करीब 20 वर्ष पहले घर के सामने दरवाजे पर मंदिर का निर्माण कराकर प्रतिमा स्थापित की थी। जहां उसका परिवार और गांव के लोग पूजा अर्चना करते थे।
आरोप है कि गांव के एक बिरादरी के लोग बीते डेढ़ वर्ष से थाना क्षेत्र के एक गांव में मतातंरण के लिए जाता है। हर रविवार को दो आटो में भरकर जाते हुए लोगों को देख राम सांवर और उसके बेटे भी जाने लगे, जिसके बाद शुक्रवार की शाम को उसने प्रतिमा को तोड़ दिया।
इसका विरोध उसके बड़े बेटे ने किया तो बाप-बेटे में कहासुनी और विवाद भी हुआ। मामला शांत होने के कुछ देर बाद जब उसे पछतावा हुआ तो पड़ोसी से प्रतिमा को दोबारा से सही कराने को लेकर बातचीत की। इसी बीच किसी ने पुलिस को सूचना दे दी।
यह भी पढ़ें- यूपी में चोरों का गिरोह पीता है बीड़ी, नंगे पैर व हाफ पैंट-बनियान पर कर रहे चोरी
थाना प्रभारी मदन मोहन मिश्रा ने कहा कि पुलिसकर्मियों के साथ वह मौके पर पहुंचे। ग्रामीणों से पूछताछ कर प्रतिमा तोड़ने वाले को थाने लाया गया है। 20 वर्ष पूर्व इसने खुद ही मंदिर बनवाकर प्रतिमा स्थापित की थी।
पूछताछ में उसने बताया कि अकारण उसके घर के एक पशु की मौत हो गई। जिसके बाद उसने प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया। अभी तक की जांच में मतातंरण का आरोप गलत है। तहरीर मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।