आयुष महाविद्यालयों को न दें संबद्धता, 12 विश्वविद्यालयों को भेजा गया पत्र
इस सत्र से महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय से 94 महाविद्यालय संबद्ध होंगे। ऐसे में विश्वविद्यालय प्रदेश के सभी 94 महाविद्यालयों को संबद्धता प्रदान करेगा। वहीं पंजीकरण के बाद विश्वविद्यालय परीक्षा भी कराएगा। इसके लिए तैयारी शुरू कर दी है।

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर के महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय ने प्रदेश के उन 12 विश्वविद्यालयों को पत्र भेजकर आयुष महाविद्यालयों को संबद्धता नहीं देने व छात्रों का पंजीकरण न करने को कहा है। यह भी कहा है कि जिन महाविद्यालयों को स्थायी संबद्धता दी गई है, उन्हें भी आयुष विश्वविद्यालय से संबद्धता लेने को कहा जाए। महाविद्यालयों को भी इस संबंध में पत्र भेजे जांएगे। इस बार सभी 94 महाविद्यालयों को विश्वविद्यालय संबद्धता प्रदान करेगा। छात्रों का पंजीकरण करेंगा, पेपर बनाएगा व परीक्षा भी विश्वविद्यालय ही कराएगा। तैयारी शुरू हो गई है।
इस सत्र से आयुष विश्वविद्यालय से संबद्ध होंगे 94 महाविद्यालय
भटहट में बन रहे प्रदेश के पहले महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय का निर्माण भले ही पूरा नहीं हो पाया है लेकिन शैक्षिक व्यवस्था नार्मल परिसर में बने अस्थायी कार्यालय से ही संचालित करने का निर्णय लिया गया है। इसी सत्र (2021-22) से प्रदेश के सभी 94 आयुष महाविद्यालयों को संबद्धता प्रदान की जाएगी। अभी तक सभी महाविद्यालय 12 विश्वविद्यालयों से संबद्ध हैं। पहले चरण के काउंसिलिंग के छात्रों का नामांकन हो गया है। कई जगह पढ़ाई भी शुरू हो गई है। दूसरे चरण की काउंसिलिंग व मापअप राउंड अभी बाकी है। सभी महाविद्यालयों में 14 अप्रैल से पढ़ाई शुरू करने का निर्देश दिया गया है। इसके बाद महाविद्यालयों को संबद्ध कर छात्रों का पंजीकरण किया जाएगा। इसके लिए महाविद्यालयों को आनलाइन आवेदन करना होगा।
- प्रदेश में आयुष महाविद्यालयों की संख्या- 94
- आयुर्वेद महाविद्यालय- 08 सरकारी व 59 निजी
- यूनानी महाविद्यालय- 02 सरकारी व 13 निजी
- होम्योपैथ महाविद्यालय- 09 सरकारी व 03 निजी
बनवाई जा रही वेबसाइट व साफ्टवेयर
महाविद्यालयों को संबद्धता देने, छात्रों का पंजीकरण करने व परीक्षा कराने में कोई दिक्कत न आए, इसके लिए आयुष विश्वविद्यालय अपनी वेबसाइट व साफ्टवेयर बनवा रहा है। वेबसाइट का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। परीक्षा से पूर्व साफ्टवेयर भी तैयार कर लिया जाएगा। होम्योपैथ व यूनानी की परीक्षा अगले साल जनवरी-फरवरी तथा आयुर्वेद की जून में संभावित है। इसके साथ ही एजूकेटिव काउंसिल बनाने की भी तैयारी है। इसके लिए शासन से अनुरोध किया जाएगा।
आयुष कोर्स शुरू न करने को लखनऊ विवि को लिखा जाएगा पत्र
आयुष विश्वविद्यालय प्रबंधन ने कहा है कि लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा प्राकृतिक चिकित्सा व योग का पांच साल का कोर्स शुरू करने की सूचना है। विश्वविद्यालय को पत्र लिखकर कहा जाएगा कि वह ऐसा न करे। अब आयुष से संबंधित काेर्सों का संचालन केवल आयुष विश्वविद्यालय ही करेगा।
अधिकारी बोले
महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति डा. अवधेश कुमार सिंह ने बताया कि सभी 94 आयुष महाविद्यालयों को अब विश्वविद्यालय ही संबद्धता प्रदान करेगा। उन्हें संबद्धता न देने के लिए 12 विश्वविद्यालयों को पत्र लिखा गया है। सत्र 2021-22 के छात्रों का पंजीकरण भी विश्वविद्यालय ही करेगा। वेबसाइट व साफ्टवेयर निर्माण का कार्य शुरू हो चुका है। विश्वविद्यालय का भी निर्माण तेजी से चल रहा है। अधिकतम पांच-छह माह में हमारा कार्यालय विश्वविद्यालय परिसर में शिफ्ट हो जाएगा।
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