UP News: गोरखनाथ विश्वविद्यालय में तैयार सॉफ्टवेयर से एमपी पीजी का चुनाव, इससे पहले भी रच चुका है कई इतिहास
महाराणा प्रताप पीजी कॉलेज गोरखपुर ने छात्रसंघ चुनाव के लिए एक नए युग की शुरुआत की है। इस बार कॉलेज महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय द्वारा विकसित एक पूरी तरह से स्वदेशी सॉफ्टवेयर के माध्यम से ऑनलाइन चुनाव करा रहा है। यह सॉफ्टवेयर मतदान प्रक्रिया को सुरक्षित और पारदर्शी बनाने में मदद करेगा। छात्रसंघ चुनाव में भाग लेने के लिए छात्रों को कक्षा प्रतिनिधि होना अनिवार्य है।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। अध्ययन, अध्यापन, परिसर संस्कृति, सामाजिक सरोकार और छात्रसंघ जैसे अनेक आयामों पर रोल माडल के रूप में उभरे महाराणा प्रताप पीजी कालेज जंगल धूसड़ ने एक और नवाचार किया है। इस बार का नवाचार छात्रसंघ चुनाव को लेकर है।
कालेज इस बार महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर द्वारा विकसित किए गए पूरी तरह स्वदेशी सॉफ्टवेयर से आनलाइन चुनाव करा रहा है। यह सॉफ्टवेयर गोरखनाथ विश्वविद्यालय की आइटी टीम ने तैयार किया है। कालेज प्रबंधन का दावा है कि voting.mgug.ac.in नाम का यह सॉफ्टवेयर देश में शिक्षण संस्थानों के छात्रसंघ चुनाव के लिए बना पहला सॉफ्टवेयर है। इस नए सॉफ्टवेयर के जरिये कालेज प्रबंधन ने आनलाइन चुनाव प्रक्रिया शुरू कर दी है। शुक्रवार से शुरू हुई प्रक्रिया शनिवार को सम्पन्न हो जाएगी।
कालेज के प्राचार्य, गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलसचिव और छात्रसंघ चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी डा. प्रदीप कुमार राव ने बताया कि शुक्रवार को कक्षा संचलन के साथ ही विद्यार्थियों के मासिक मूल्यांकन, व्यवहार और आचरण के आधार पर कुल 84 कक्षा प्रतिनिधियों का चुनाव किया गया।
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इसके बाद शाम तीन बजे से साढ़े चार बजे तक अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महामंत्री और पुस्तकालय मंत्री के पदों के लिए पर्चा दाखिला हुआ। डा. राव ने बताया कि छात्रसंघ चुनाव में पदाधिकारी का चुनाव लड़ने के लिए कक्षा प्रतिनिधि होना अनिवार्य है।
उन्होंने बताया कि शनिवार को सुबह नौ बजे से साढ़े ग्यारह बजे तक पर्चा भरने वालों को उसकी वापसी का अवसर दिया जाएगा। दोपहर बाद सवा दो बजे प्रत्याशियों का योग्यता भाषण होगा। उसके बाद शाम चार बजे से रात नौ बजे तक आनलाइन मतदान होगा और रात 11 बजे कालेज की वेबसाइट पर परिणाम जारी कर दिया जाएगा।
कोरोना काल में छात्रसंघ चुनाव कराने वाला प्रदेश का पहला कालेज बना था एमपी पीजी
इसके पहले महाराणा प्रताप महाविद्यालय में कोरोना काल में पहली बार आनलाइन मतदान का प्रयोग किया था, तब फ्रांस में बने साफ्टवेयर का इस्तेमाल किया गया था। कोरोना काल में ऐसा करने वाला प्रदेश का पहला कालेज बना था यह कालेज।
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ऐसे होगा आनलाइन मतदान
छात्रसंघ चुनाव के लिए आनलाइन मतदान का सॉफ्टवेयर विकसित करने वाली महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय की आइटी टीम के नेतृत्वकर्ता असिस्टेंट प्रोफेसर बी. सुमिथ ने बताया कि यह सॉफ्टवेयर voting.mgug.ac.in सिर्फ मतदान की समय सीमा तक ही खुलेगा। कालेज में पंजीकृत छात्र मतदाता मतदान शुरू होने के समय अपने मोबाइल नंबर से लिंक क्लिक करेंगे तो एक ओटीपी आएगा।
ओटीपी भरने पर वह पेज खुल जाएगा, जहां अलग-अलग पदों के प्रत्याशियों के विकल्प होंगे। प्रत्याशी का चयन कर छात्र मतदाता को सबमिट बटन दबाना होगा। सबमिट होते ही मतदान पेज खुद ही बंद हो जाएगा। इस प्रक्रिया में किसी तरह की सेंधमारी की कोई गुंजाइश नहीं है। क्योंकि एक मोबाइल नंबर से एक ही बार लागिन होगा और दूसरा इसे इस तरह से विकसित किया गया है जिसकी कोडिंग को हैकर तोड़ नहीं पाएंगे।
विश्वविद्यालय के छात्रसंघ चुनाव में भी होगा इस साफ्टवेयर का प्रयोग
महाराणा प्रताप महाविद्यालय के बाद महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय में होने वाले छात्रसंघ चुनाव में भी आनलाइन मतदान के लिए इसी साफ्टवेयर का प्रयोग किया जाएगा। अन्य उच्च शिक्षण संस्थान भी अपने यहां आनलाइन छात्रसंघ चुनाव कराने के लिए महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय इस सॉफ्टवेयर क्रय कर सकते हैं।
डा. प्रदीप कुमार राव ने कोरोना काल में जब महाराणा प्रताप महाविद्यालय ने पहली बार आनलाइन मतदान के लिए फ्रांस के सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल किया था, तब प्रति छात्र 11 रुपये का खर्च आया था।