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    Navratri 2024: यूपी के इस मंदिर की कहानी जानकर हो जाएंगे दंग, यहां अंग्रेजों का सिर कलम कर मंदिर में चढ़ाता था यह देशभक्‍त

    Updated: Tue, 09 Apr 2024 08:54 AM (IST)

    Maa Tarkulha Devi Temple गोरखपुर का मां तरकुलहा देवी मंदिर स्वतंत्रता संग्राम का साक्षी है। देश भक्त यहां मां की पूजा-अर्चना कर अपने अभियान पर निकलते थे। चैत्र नवरात्र पर मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी। इसको देखते हुए प्रमुख मंदिरों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। तरकुलहा व बांसथान में एक माह तक मेला लगता है। मुंडन व जनेऊ व अन्य संस्कार भी स्थल पर होते हैं।

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    गोरखपुर से 22 किलोमीटर दूर मां तरकुलहा देवी मंदिर मार्ग का मुख्य गेट है।

    गोरखपुर जिला मुख्यालय से लगभग 22 किलोमीटर दूर देवरिया रोड पर फुटहवा ईनार के पास मां तरकुलहा देवी मंदिर मार्ग का मुख्य गेट है। वहां से लगभग डेढ़ किमी. पैदल, निजी वाहन या आटो से चलकर मंदिर पहुंचा जा सकता है।

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    इतिहास

    मंदिर की कहानी चौरीचौरा तहसील क्षेत्र के डुमरी रियासत के बाबू बंधू सिंह से जुड़ी है। बाबू बंधू सिंह अंग्रेजों का सिर कलम कर मां को चढ़ाते थे। इससे अंग्रेज अफसर घबरा गए और धोखे से बंधू सिंह को गिरफ्तार कर उन्हें फांसी पर लटकाने का आदेश दे दिया।

    सात बार फांसी का फंदा टूट गया। तब बंधू सिंह ने मां तरकुलहा से अनुरोध किया कि हे मां मुझे अपने चरणों में ले लो। आठवीं बार बंधू सिंह ने स्वयं फांसी का फंदा अपने गले में डाला। इसके बाद उन्हें फांसी दी जा सकी। बाद में भक्तों ने यहां मंदिर का निर्माण कराया।

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    विशेषता

    मां तरकुलहा देवी मंदिर स्वतंत्रता संग्राम का साक्षी है। उस समय वहां जंगल था, इसलिए स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के छिपने का सबसे मुफीद स्थान था। देशभक्त यहां मां की पूजा-अर्चना कर अपने अभियान पर निकलते थे। यहां चैत्र रामनवमी से एक माह का मेला लगता है। मुंडन व जनेऊ व अन्य संस्कार भी स्थल पर होते हैं।

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    पुजारी दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि वासंतिक नवरात्र के दृष्टिगत श्रद्धालुओं की मदद के लिए स्वयं सेवक तैयार किए गए हैं। मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं की सुविधा की पूरी व्यवस्था की है।

    श्रद्धालु पल्लवी अग्रहरि ने कहा कि मां तरकुलहा में मेरी व मेरे परिवार की गहरी आस्था है। हर नवरात्र में मैं मां का दर्शन-पूजन करने अवश्य आती हूं। मुझे मां की कृपा मिलती रहती है।

    मंदिरों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम

    चैत्र नवरात्र पर मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी। इसको देखते हुए प्रमुख मंदिरों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। तरकुलहा व बांसथान में एक माह तक मेला लगता है। दोनों जगह अतिरिक्त फोर्स तैनात की गई है। थानेदार को सुरक्षा का प्रभारी बनाया गया है।

    मंगलवार से चैत्र नवरात्र की शुरूआत होगी। जिले में एम्स थाना क्षेत्र के बुढ़िया माई मंदिर, चौरीचौरा थाना क्षेत्र के तरकुलहा देवी मंदिर, गुलरिहा थाना क्षेत्र के बांसस्थान सहित अन्य जगहों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है।

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