गोरखनाथ मंदिर में खुला खिचड़ी मेला थाना व सात चौकियां, सुरक्षा व्यवस्था पर रहेगी खुफिया नजर Gorakhpur News
इस वर्ष खिचड़ी मेला की सुरक्षा व्यवस्था पर खुफिया एजेंसियों की नजर रहेगी। मंदिर सुरक्षा में तैनात निरीक्षण सीएम भाटिया को डीआइजी/एसएसपी ने मेला थाना प्रभारी नियुक्त किया है। मेला थाना मुख्य मंदिर के सामने प्रवेश द्वार के पास है।

गोरखपुर, जेएनएन। गोरखनाथ मंदिर में लगने वाले खिचड़ी मेला की सुरक्षा व्यवस्था पर खुफिया एजेंसियों की नजर रहेगी। डीआइजी/एसएसपी ने खिचड़ी मेला थाना व सात चौकियां खोलने के साथ ही प्रभारी नियुक्त कर दिए। प्रभारियों ने कामकाज शुरू कर दिया है।
मंदिर सुरक्षा में तैनात निरीक्षण सीएम भाटिया को डीआइजी/एसएसपी ने मेला थाना प्रभारी नियुक्त किया है। मेला थाना मुख्य मंदिर के सामने प्रवेश द्वार के पास है। मेला क्षेत्र में मौत का कुंआ, यात्री निवास, आउट गेट नंबर चार, दहशरी बाग तिराहा, दक्षिणी मुख्य द्वार, कौडिय़हवा तिराहा व जेपी हास्प्टिल के पास पुलिस चौकी खोलकर प्रभारी की नियुक्ति कर दी गई है। गुरुवार को सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने मंदिर पहुंचे कमिश्नर, आइजी रेंज, डीआइजी/एसएसपी ने थाना व चौकी का भ्रमण कर व्यवस्था की जानकारी ली। खुफिया एजेंसियां भी खिचड़ी मेला सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी कर रही हैं। बुधवार को एसपी क्षेत्रीय अभिसूचना ईकाई ने बुधवार को टीम के साथ गोरखनाथ मंदिर पहुंचकर परिसर का निरीक्षण किया। दो दिन में एटीएस के कमांडों भी गोरखपुर पहुंच जाएंगे।
श्रद्धालुओं के सेवा में मौजूद रहेंगे मंदिर के स्वयंसेवक
गोरखनाथ मंदिर में खिचड़ी चढ़ाने के लिए लाखों की संख्या में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए अगर पुलिस-प्रशासन मुस्तैद है तो मंदिर प्रबंधन उनकी सुविधा के लिए हर इंतजाम कर रहा है। श्रद्धालुओं को परिसर में आने के बाद कोई असुविधा न हो, इसके लिए प्रबंधन ने स्वयंसेवकों की जिम्मेदारी तय कर दी है। बैठक कर व्यवस्था से जुड़े सभी स्वयंसेवकों को उनकी जिम्मेदारी बता दी गई। उन्हें कब से कब तक अपनी जिम्मेदारी के लिए मुस्तैद रहना होगा, यह भी बताया गया। प्रबंधन के मुताबिक हर उस स्थान पर स्वयंसेवकों को तैनात किया गया है, जहां से व्यवस्था को लेकर श्रद्धालुओं के सामने समस्या खड़ी हो सकती है। स्वयंसेवक आगे बढ़कर श्रद्धालुओं की मदद करेंगे। खिचड़ी चढ़ाने के लिए श्रद्धालुओं को हमेशा की तरह मुख्य द्वार से प्रवेश करना होगा। बाबा गोरखनाथ के दरबार में पहुंचने के लिए महिलाओं को पश्चिम की राह पकडऩी होगी जबकि पूरब से पुरुष खिचड़ी चढ़ाने के लिए आगे बढ़ेंगे। भीड़ के बावजूद इस बात की हर संभव कोशिश होगी कि दो श्रद्धालु के बीच फिजिकल डिस्टेंसिंग बनी रहे। इसे लेकर मुख्य मंदिर को छोड़कर हर स्थान पर बेरीकेडिंग कर दी गई है। खिचड़ी चढ़ाने बाद श्रद्धालु मंदिर के सरोवर और यज्ञशाला गेट से परिसर से बाहर जा सकेंगे।
कई स्थानों पर रहेगा भंडारे का इंतजाम, मिलेगी खिचड़ी
मंदिर पहुंचने के बाद हर इच्छुक व्यक्ति का बाबा गोरखनाथ की खिचड़ी प्रसाद के रूप में मिल सके, इसके लिए प्रबंधन गोरक्षपीठाधीश्वर व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर कई स्थान पर भंडारे का इंतजाम कर रहा है। दिग्विजयनाथ स्मृति भवन, साधना भवन और मंदिर के भंडार में भंडारा लगाने का निर्णय ले लिया गया है। तिलक हाल में भी खिचड़ी का प्रसाद मिलेगा।
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