Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Gorakhpur News: ड्यूटी में लापरवाही और जनप्रतिनिधियों से दुर्व्यवहार करने पर JE निलंबित, चेतावनी के बाद भी नहीं सुधरा रवैया

    उनवल उपकेंद्र के जेई बृथराज राम एकमुश्त समाधान योजना (ओटीएस) में रुचि नहीं ले रहे थे। साथ ही सामान लेने के बाद भी गांव में विद्युतीकरण नहीं कराया। इतना ही नहीं उन पर जनप्रतिनिधियों से भी अनुचित व्यवहार करने का आरोप है। उनके इस रवैये को लेकर चेतावनी के बाद भी सुधार नहीं हुआ। जिसके बाद मुख्य अभियंता आशु कालिया ने उनवल के अवर अभियंता (जेई) को निलंबित कर दिया।

    By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandUpdated: Sun, 26 Nov 2023 08:28 AM (IST)
    Hero Image
    गोरखपुर में लापरवाह जेई को किया गया निलंबित। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। कार्यों में लापरवाही बरतने और बार-बार चेतावनी के बाद भी सुधार न होने के बाद मुख्य अभियंता आशु कालिया ने उनवल के अवर अभियंता (जेई) बृथराज राम को निलंबित कर दिया। उन पर जनप्रतिनिधियों से भी अनुचित व्यवहार करने का आरोप है। शुक्रवार को ग्रामीण वितरण मंडल द्वितीय के अधीक्षण अभियंता (एसई) रमेश कुमार श्रीवास्तव ने जेई के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की थी। 23 नवंबर को एसई ने खजनी उपखंड के कार्यों की समीक्षा की थी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    यह है पूरा मामला

    समीक्षा बैठक में खजनी के उपखंड अधिकारी (एसडीओ) और विद्युत वितरण खंड द्वितीय के अधिशासी अभियंता (एक्सईएन) सोमदत्त शर्मा ने एसई को बताया कि उनवल उपकेंद्र के जेई बृथराज राम एकमुश्त समाधान योजना (ओटीएस) के कार्यों में रुचि नहीं ले रहे हैं।

    बकाया जमा कराने के लिए न कोई योजना बनाई और न ही शिविर का आयोजन किया। टेकवार गांव में विद्युतीकरण के लिए सामान लिया, लेकिन कोई कार्य नहीं कराया। अब तार भी गायब हो चुका है। वह कर्तव्यों व दायित्वों में लगातार लापरवाही बरतते हैं। एसई ने जेई पर निगम की छवि धूमिल करने की भी रिपोर्ट दी है। निलंबन अवधि में जेई को एसई कार्यालय से संबद्ध किया गया है।

    यह भी पढ़ें, Dev Diwali 2023: एक लाख दीयों से आज जगमग होगा गोरखपुर का राजघाट, अपने हिस्से का दीप जला आप भी बनें दीपोत्सव में भागीदार

    पेड़ कटवाने की हुई थी शिकायत

    उनवल उपकेंद्र में कुछ दिनों पहले एक हरा पेड़ काट दिया गया था। इसकी जानकारी किसी ने वन विभाग और पुलिस को दे दी। इस मामले में जेई को अभियंताओं ने भी चेतावनी दी थी। पेड़ काटने से पहले जेई ने अनुमति भी नहीं ली थी।