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गोरखपुर के अस्पतालों में इन्फ्लूएंजा के लक्षणों वाले रोगियों की भरमार, अभी जांच किट का हो रहा इंतजार

गोरखपुर में इन्फ्लूएंजा के लक्षणों वाले रोगियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। चिंता की बात ये है कि अभी तक यहां जांच की व्यवस्था नहीं की गई है। उधर बीआरडी मेडिकल कॉलेज ने जेम पोर्टल पर 96 किट का ऑर्डर दिया है।

By Jagran NewsEdited By: Pragati ChandPublished: Thu, 23 Mar 2023 08:45 AM (IST)Updated: Thu, 23 Mar 2023 08:45 AM (IST)
गोरखपुर के अस्पतालों में इन्फ्लूएंजा के लक्षणों वाले रोगियों की भरमार, अभी जांच किट का हो रहा इंतजार
गोरखपुर में इन्फ्लूएंजा के लक्षणों वाले रोगियों की संख्या बढ़ी। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। सरकारी अस्पतालों में इंन्फ्लूएंजा के रोगियों की भरमार है लेकिन सरकार के निर्देश के बाद भी यहां के दो सबसे संस्थान जांच किट का इंतजार रहे हैं। इन रोगियों में से कितने इन्फ्लूएंजा के नए स्ट्रेन से पीड़ित हैं, जांच न होने से अभी तक यह पता नहीं चल पाया है। एम्स, बीआरडी मेडिकल कॉलेज व जिला अस्पताल के मेडिसिन ओपीडी में पहुंच रहे रोगियों में लगभग 30 प्रतिशत सर्दी-जुकाम, बुखार व सांस फूलने से परेशान हैं। ये लक्षण इन्फ्लूएंजा के ही हैं। दिल्ली में इन्फ्लूएंजा के नए स्ट्रेन एच3एन2 के मामले बढ़ने के साथ ही सरकार ने चिकित्सा संस्थानों को सतर्कता बरतने का निर्देश जारी कर दिया था। साथ ही गोरखपुर में आरएमआरसी व बीआरडी मेडिकल कालेज को जांच की जिम्मेदारी सौंप दी है। ताकि सर्दी-खांसी-जुकाम व बुखार के रोगियों में इन्फ्लूएंजा का नया स्ट्रेन मिले तो उसकी रोकथाम के एहतियाती कदम उठाए जा सकें, लेकिन निर्देश के लगभग 10 दिन बाद भी यहां जांच शुरू नहीं हो पाई है।

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तीन दिन में आ जाएगी जांच किट

बीआरडी मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलाजी विभाग ने बुधवार को जेम पोर्टल पर 96 जांच किट का ऑर्डर कर दिया है। उम्मीद है कि तीन दिन में किट आ जाएगी। क्षेत्रीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान केंद्र (आरएमआरसी) ने इंडियन काउंसिल फार मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) से किट की मांग की और उम्मीद जताई है कि शीघ्र ही किट आ सकती है। इसके बाद जांच शुरू कर दी जाएगी। पूर्वी उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी लैब आरएमआरसी व बीआरडी मेडिकल कालेज के पास है। मेडिकल कॉलेज के पास बायोसेफ्टी लेवल- थ्री (बीएसएल-थ्री) लैब है। आरएमआरसी के पास भी मोबाइल बीएसएल-थ्री लैब है।

दावे जीनोम सिक्वेंसिंग के किए जाते हैं। लैब खुली को दावा यही किया गया था कि जब महामारी फैलेगी तो जीनोम सिक्वेंसिंग कर वायरस के नए स्ट्रेन के बारे में पहचान की जाएगी और उसकी रोकथाम के उपाय खोज जाएंगे। मोबाइल बीएसएल लैब सरकार ने इसीलिए प्रदान की है ताकि जहां बीमारी फैले, उन गांवों में जाकर मौके पर ही जांच की जा सके। लेकिन, दोनों संस्थान सरकार का निर्देश मिलने के बाद भी 10 दिन तक उदास रहे। मेडिकल कालेज प्रबंधन ने जेम पोर्टल पर इसकी खरीदारी का अब आर्डर दिया है। किट दिल्ली से आएगी, इसलिए माना जा रहा है कि इसमें तीन दिन का समय लग सकता है।

क्या कहते हैं डॉक्टर

  • बीआरडी मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायालोजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. अमरेश कुमार सिंह ने बताया कि इन्फ्लूएंजा के नए स्ट्रेन की जांच के लिए 96 किट का ऑर्डर दे दिया गया है। तीन दिन के अंदर किट आने की उम्मीद है। इसके बाद जांच शुरू कर दी जाएगी। बीच में शासन से किट आ सकती है, इसके बाद जांच में कोई दिक्कत नहीं होगी।
  • आरएमआरसी के मीडिया प्रभारी डॉ. अशोक पांडेय ने बताया कि आइसीएमआर से इन्फ्लूएंजा जांच किट की मांग की गई है। उम्मीद है कि शीघ्र ही किट आ जाएगी, इसके बाद जांच शुरू कर दी जाएगी। हमारे पास लैब तैयार है, विशेषज्ञ भी हैं। इन्फ्लूएंजा जांच का पूर्वाभ्यास भी किया जा चुका है।

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