Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    India-Nepal Relations: 15 दिसंबर तक सील रहेगी भारत-नेपाल सीमा, विमानों के उड़ान पर भी जारी रहेगा प्रतिबंध

    By Pradeep SrivastavaEdited By:
    Updated: Fri, 13 Nov 2020 07:39 AM (IST)

    गुरुवार को नेपाल कैबिनेट की बैठक के बाद कोरोना संक्रमण के बढ़ते मरीजो की संख्या को देखते हुए सीमा सील की अवधि एक माह के लिए बढ़ा दी गई है। कोरोना वायरस ...और पढ़ें

    Hero Image
    भारत-नेपाल सीमा का प्रवेश द्वार। - फाइल फोटो

    महराजगंज, अरविंद त्रिपाठी। भारत नेपाल की अंतरराष्ट्रीय सीमा फिर से एक माह के लिए बढ़ाकर 15  दिसंबर तक कर दी गई है। इसके पहले 15 अक्टूबर से 16 नवंबर तक सीमा सील की घोषणा नेपाल सरकार ने किया था।

    मार्च को सील हुई थी सीमा

    22 मार्च से सोनौली सीमा सील होने से आवागमन पर रोक लगी है। पिछले महीने में नेपाल कैबिनेट की बैठक में 16 नवंबर को भारत नेपाल की सभी सीमा पर आवागमन सामान्य बनाने के लिए सहमति बनी थी। लेकिन गुरुवार को नेपाल कैबिनेट की बैठक के बाद कोरोना संक्रमण के बढ़ते मरीजोंं की संख्या को देखते हुए सीमा सील की अवधि एक माह के लिए बढ़ा दी गई है। अब नेपाल में प्रवेश करने वाली अंतर्राष्ट्रीय सीमाएं 15 दिसंबर तक बंद रहेंगी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उड़ान पर जारी रहेगा प्रतिबंध

    नेपाल सरकार के प्रवक्ता संचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री पर्वत गुरुंग ने बताया कि अभी भी कोरोना वायरस के संक्रमण का खतरा बना हुआ है। इसलिए एक माह के लिए नेपाल प्रवेश पर रोक है। नेपाली नागरिक नेपाल आने के लिए सरकार के निर्देशित स्थान से प्रवेश कर सकेंगे। इसके अलावा विदेशों में फंसे नेपाली नागरिकों के लिए भी बचाव उड़ान नहीं बंद रखने का फैसला किया है। 

    तीन माह से एक-एक माह की अवधि को बढ़ रही है तिथि

    कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को गंभीरता से लेते हुए भारत-नेपाल की सीमा 22 मार्च से सील कर दी गई है। जबकि तीन माह से नेपाल सरकार एक-एक माह की अवधि को बढ़ाते आ रहा है।

    सीमावर्ती बाजारों के व्यापारी मायूस

    एक बार फिर से सीमा सील की अवधि नेपाल सरकार ने एक माह के लिए बढ़ा दी है। जिससे सीमा खुलने से व्यापार की रुकी गति को बढ़ाने की आस लिए व्यापारियों के अरमानों पर पानी फिर गया है, वह काफी मायूस हैं। जबकि ऐसा फरमान पिछले तीन माह से लगातार सुनते आ रहे हैं।