Indian Railway Recruitment: रेलवे में पर्यवेक्षकों की भर्ती का रास्ता खुला, संरक्षा तंत्र होगा मजबूत
भारतीय रेलवे में पर्यवेक्षकों की भर्ती का रास्ता साफ हो गया है। रेलवे बोर्ड ने सभी क्षेत्रीय रेलवे से पर्यवेक्षी स्तर के पद सृजन के लिए आवश्यकताओं का आकलन कर विवरण मांगा है। परिचालन और इंजीनियरिंग विभाग में ग्रुप सी के ग्रेड पे 4200 और ग्रेड पे 4600 पर अतिरिक्त पर्यवेक्षकों की भर्ती का प्रस्ताव है। रेलवे बोर्ड के इस निर्णय से रेलवे का संरक्षा तंत्र मजबूत होगा।
प्रेम नारायण द्विवेदी, गोरखपुर। भारतीय रेलवे में अतिरिक्त पर्यवेक्षकों की भर्ती का रास्ता साफ हो गया है। रेलवे बोर्ड ने पर्यवेक्षी स्तर के पद सृजन के लिए सभी क्षेत्रीय (जोन) रेलवे के महाप्रबंधकों (जीएम) से आवश्यकताओं का आकलन कर यथाशीघ्र विवरण मांगा है। कहा है कि परिचालन और इंजीनियरिंग विभाग में ग्रुप सी के ग्रेड पे 4,200 और ग्रेड पे 4,600 पर अतिरिक्त पर्यवेक्षकों की भर्ती का प्रस्ताव तैयार हुआ है।
उपलब्ध विवरण के आधार पर प्रस्ताव को आगे बढ़ाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। बोर्ड के दिशा-निर्देशों के अनुपालन में रेलवे प्रशासन ने मांगी गई जानकारियों की समीक्षा आरंभ कर दी है। रेलवे बोर्ड के निदेशक (सिविल इंजीनियरिंग-जी) किशन रावत ने 30 जून, 2025 को सभी क्षेत्रीय रेलवे के महाप्रबंधकों को परिचालन समेत इंजीनियरिंग के विभिन्न तकनीकी संवर्ग में पर्यवेक्षकों के पद सृजन के प्रस्ताव को लेकर चिट्ठी लिखी है।
उन्होंने महाप्रबंधकों से पांच बिंदुओं पर जानकारी मांगी है। साथ ही चार बिंदुओं पर पूरक विवरण उपलब्ध कराने का अनुरोध करते हुए पीवे, ब्रिज, ट्रैक मशीन और निर्माण आदि में ग्रुप सी में अतिरिक्त पर्यवेक्षी लेवल स्तर के पद के सृजन का जल्द विवरण उपलब्ध कराने को कहा है।
आल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन (एआइआरएफ) के सहायक मंत्री व एनई रेलवे मजदूर यूनियन (नरमू) के महामंत्री केएल गुप्ता ने रेलवे बोर्ड के पर्यवेक्षकों के पद सृजन के प्रस्ताव का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि ट्रेनों के निर्बाध संचालन के लिए तकनीकी संवर्ग में अतिरिक्त पर्यवेक्षकों की तैनाती जरूरी है।
रेलवे बोर्ड के इस निर्णय से रेलवे का संरक्षा तंत्र मजबूत होगा। पद के साथ रोजगार का भी सृजन होगा। एआइआरएफ ने रेलवे बोर्ड के साथ 24 और 25 अप्रैल को आयोजित स्थायी वार्ता तंत्र (पीएनएम) की बैठक में तकनीकी पक्ष को मजबूत बनाने व पर्यवेक्षकों की भर्ती का मुद्दा उठाया था।
रेलवे बोर्ड ने इन बिंदुओं पर मांगी जानकारी
- अतिरिक्त पर्यवेक्षी पद की कार्यात्मक आवश्यकता।
- वर्तमान कार्यभार और पर्यवेक्षी अवधि।
- दक्षता और सुरक्षा पर प्रभाव।
- मौजूदा स्तर पर स्थिरता के आंकड़े।
- कैडर प्रबंधन और करियर प्रगति के लिए दीर्घकालिक लाभ।
इन चार बिंदुओं पर मांगा पूरक विवरण
- स्वीकृत संख्या बनाम वास्तविक कार्यशील संख्या।
- रिक्त पद।
- आगामी सेवानिवृत्ति और अनुमानित जनशक्ति अंतराल।
- नई प्रौद्योगिकी, ट्रैक मशीनों के आने से उत्पन्न आवश्यकताएं।
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