Indian Railways News: स्लीपर को जनरल कोच बनाकर पूजा स्पेशल ट्रेन चलाएगा रेलवे, बोर्ड ने जारी की नई गाइड लाइन
रेलवे अब स्लीपर कोचों को जनरल कोच बनाकर पूजा स्पेशल ट्रेनें चलाएगा। त्योहारों में यात्रियों की भीड़ को देखते हुए रेलवे बोर्ड ने यह फैसला लिया है। महाप्रबंधकों को स्लीपर कोचों को जनरल कोच में बदलने का अधिकार दिया गया है। यह व्यवस्था त्योहारों और व्यस्त समय के दौरान ही लागू होगी। पूर्वोत्तर रेलवे ने दीपावली और छठ पर्व के लिए स्लीपर कोचों की व्यवस्था कर ली है।

महाप्रबंधकों को मिला स्लीपर को जनरल कोच बनाकर स्पेशल ट्रेन चलाने का अधिकार
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। रेलवे अब स्लीपर कोचों (शयनयान श्रेणी) को जनरल कोच (साधारण श्रेणी) बनाकर अनारक्षित पूजा स्पेशल ट्रेन चलाएगा। त्योहारों (दशहरा, दीपावली, छठ और होली आदि) में भीड़ बढ़ने पर अधिक से अधिक स्पेशल ट्रेनें चलाई जा सकेंगी। त्योहारों के अलावा लग्न और गर्मी की छुट्टियों में भी जरूरत के अनुसार ट्रेनें चलाई जा सकेंगी।
इसको लेकर रेलवे बोर्ड ने नई गाइड लाइन जारी कर दी है। साथ ही महाप्रबंधकों को स्लीपर को जनरल कोच बनाकर स्पेशल ट्रेन चलाने का अधिकार भी प्रदान कर दिया है। अब महाप्रबंधकों को रेलवे बोर्ड से अनुमति लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
रेलवे बोर्ड के निदेशक (यात्री विपणन) प्रवीण कुमार ने इस संबंध में सभी क्षेत्रीय रेलवे के प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधकों को पत्र लिखकर आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिया है। रेलवे बोर्ड के निदेशक ने कहा है कि रेल मंत्रालय ने अब जोनल रेलवे के महाप्रबंधकों को विशेष ट्रेनों के स्लीपर श्रेणी के डिब्बों को अनारक्षित स्लीपर श्रेणी या अनारक्षित द्वितीय श्रेणी में बदलने का अधिकार देने का निर्णय लिया है।
त्योहारों में अधिक पूजा स्पेशल स्पेशल ट्रेन चलाने के लिए स्लीपर श्रेणी के डिब्बों को अनारक्षित (जनरल) कोचों में डाउनग्रेड किया जा सकेगा। अनारक्षित स्पेशल ट्रेनों के संचालन के लिए संबंधित जोनल रेलवे के पास अनारक्षित द्वितीय श्रेणी के डिब्बे उपलब्ध नहीं होने पर ही यह व्यवस्था लागू होगी। इनका उपयोग केवल त्योहारों, मेला अवधि, अप्रत्याशित यातायात वृद्धि, गर्मी व ठंड की भीड़ आदि जैसे व्यस्त समय के दौरान ही किया जाएगा। यह दिशा-निर्देश वित्त निदेशालय की सहमति से जारी किया गया है।
दरअसल, रेलवे के पास जनरल कोचों की कमी है। अधिकतर परंपरागत (आइसीएफ) जनरल कोचों की आयु समाप्त हो चुकी है। बड़ी संख्या में पुराने जनरल कोचों का उपयोग माडिफाइड गुड्स वैगन बनाने में किया जा चुका है। नए वाले लिंक हाफमैन बुश (एलएचबी) कोच एक्सप्रेस ट्रेनों में लग रहे हैं।
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ऐसे में त्योहारों में भीड़ बढ़ने पर जोनल रेलवे जनरल यात्रियों के लिए चाहकर भी पूजा स्पेशल ट्रेन नहीं चला पा रहा है। अब नई व्यवस्था में रेलवे प्रशासन स्लीपर कोचों को जनरल के रूप में डाउनग्रेड कर अनारक्षित पूजा स्पेशल ट्रेन चला सकता है।पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने दीपावली और छठ पर्व के लिए स्लीपर कोचों की व्यवस्था भी कर ली है।
भीड़ बढ़ने पर स्लीपर कोचों को अनारक्षित स्पेशल ट्रेन बनाकर चलाया जा सके। यद्यपि, पूर्वोत्तर रेलवे के गोरखपुर समेत विभिन्न स्टेशनों से देश के विभिन्न शहरों के लिए 1,208 फेरों में 80 पूजा स्पेशल ट्रेनो की घोषणा हो चुकी है। इसके अलावा विभिन्न स्टेशनों से होकर 1,276 फेरा में 42 पूजा स्पेशल ट्रेनें गुजरेंगी। कुल 122 पूजा स्पेशल ट्रेनें 2,484 फेरों में चलाई जानी हैं।
त्योहारों में फुल हैं नियमित ट्रेनें, नहीं मिल रहा टिकट
दीपावली और छठ पर्व पर चलने वाली ट्रेनें पूरी तरह फुल हो गई है। पंजाब, दिल्ली, महाराष्ट्र व गुजरात आदि राज्यों से गोरखपुर आने वाली किसी भी नियमित ट्रेन में कन्फर्म टिकट नहीं मिल रहा। गोरखधाम, हमसफर, वैशाली, कुशीनगर और बांद्रा एक्सप्रेस के टिकट पहले ही बुक हो चुके हैं। अब तो वेटिंग टिकट के लिए मारामारी मची है, लेकिन नो रूम (टिकटों की बुकिंग बंद) के चलते वेटिंग टिकट भी नहीं मिल रहा। त्योहारों में पूर्वांचल व बिहार के लोगाें का घर आवागमन मुश्किल हो गया है।
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