बच्चों को बुखार होने पर तत्काल डॉक्टर को दिखाएं, लापरवाही बिलकुल न करें Gorakhpur News
दैनिक जागरण के लोकप्रिय कार्यक्रम हैलो डॉक्टर में गोरखपुर और बस्ती मंडल के तमाम लोगों ने सवाल पूछेेे। ज्यादातर बच्चों की बीमारी को लेकर सवाल आए जिसका डाक्टर ने जवाब दिया।
गोरखपुर, जेएनएन। दैनिक जागरण के लोकप्रिय कार्यक्रम 'हैलो डॉक्टर में वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. आरएन सिंह ने इस बदलते मौसम में बच्चों को स्वस्थ रहने के टिप्स दिए। उन्होंने कहा कि सर्दी-जुकाम में कोई दवा खिलाने की जरूरत नहीं है। दो-चार दिन बाद वह स्वत: समाप्त हो जाता है, लेकिन यदि बुखार है तो तत्काल डॉक्टर को दिखा लें और परामर्श के अनुसार ही दवा दें।
गोरखपुर-बस्ती मंडल के तमाम लोगों ने ली सलाह
गोरखपुर-बस्ती मंडल के जनपदों से अनेक लोगों ने फोन कर बीमार बच्चों के इलाज व दवाओं के बारे में डॉ. सिंह से परामर्श लिया। देवरिया के अंकित पांडेय का कहना था कि मेरा बेटा है, जिसे सर्दी-खांसी हमेशा बनी रहती हैं और सांस भी फूलती है। डाक्टर ने कहा कि यह दमा के लक्षण हैं, जो अमूमन छह-सात साल में शुरू होते हैं और 12 साल की उम्र के बाद खत्म हो जाते हैं। इस बारे में किसी योग्य चिकित्सक से परामर्श ले लें। इसी तरह कुशीनगर की अंजिरा ने पूछा कि तीन साल की बच्ची है, उसे तीन दिन से शाम होते ही बुखार चढ़ जाता है। जीभ पर छाले भी पड़ गए हैं। डाक्टर ने कहा कि बुखार का कारण बिना देखे नहीं बताया जा सकता। तीन दिन हो गया है तो किसी डॉक्टर को दिखा लें।
बच्चों के रोग के बारे में डाक्टर से ली सलाह
संतकबीर नगर के हरिहरपुर के पप्पू गुप्ता ने पूछा कि पांच माह की बच्ची है, उसे खांसी आ रही है। सांस लेने पर आवाज आती है। डाक्टर ने कहा कि किसी योग्य चिकित्सक को दिखा लें। दो-तीन दिन में आराम मिल जाएगा। इसी तरह गोरखपुर के बैंक रोड निवासी नीलम जायसवाल ने कहा कि मेरी बेटी आठ साल की है। जब वह साढ़े चार साल की थी तो खांसी आई। तबसे हर ठंडी में वह खांसी से परेशान रहती है। डाक्टर ने कहा कि यह एलर्जी की वजह से है। मैं फोन पर कोई दवा नहीं बता सकता। उसे ठंडी से बचाकर रखें और जब खांसी आए तो डॉक्टर को दिखाएं। कुशीनगर के रामकोला के जोगिंदर ने पूछा कि मेरा तीन साल का बच्चा है। हमेशा उसकी नाक बहती रहती है। डाक्टर ने कहा कि बच्चे की उम्र बढ़ेगी तो यह अपने आप ठीक हो जाएगा। उसे पौष्टिक आहार दीजिए और आसपास के किसी डॉक्टर को दिखा लें। वहीं हाटा कुशीनगर के मंकेश तिवारी ने कहा कि बच्चे के शरीर पर लाल-लाल दाने निकल रहे हैं, क्या करें? डाक्टर ने कहा कि किसी भी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर दिखा सकते हैं। वहां दवाएं मिल जाएंगी। जबकि जंगल कौडि़या के आदेश कसौधन ने कहा कि तीन दिन से खांसी आ रही है, सिरप लिए हैं लेकिन खांसी कम नहीं हो रही है। डाक्टर ने कहा कि बिना देखे दवा नहीं बताई जा सकती। गरम पानी पिलाएं और किसी डॉक्टर को दिखा लें।
बस्ती और सिद्धार्थनगर से भी बच्चों के बारे में ली जानकारी
वहीं बस्ती हर्रैया के मौलिचंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि 22 माह का बच्चा है, उसे अक्सर जुकाम हो जाता है। डाक्टर ने कहा कि जुकाम में दवा देने की जरूरत नहीं है। बुखार हो तो केवल पैरासिटामॉल दिया जा सकता है। उसे प्रोटीनयुक्त आहार दें और डॉक्टर को दिखा लें। इसी तरह सिद्धार्थनगर डुमरियागंज के हरेंद्र कुमार ने कहा कि छोटा बच्चा है, उसे शाम को खांसी आने लगती है। पिछले साल भी ऐसा हुआ था। डाक्टर बताया कि मौसम बदलने की वजह से ऐसा होता है, लेकिन हर साल खांसी आना ठीक नहीं है। आसपास के किसी डॉक्टर से परामर्श लें। उधर देवरिया के नीतेश कुमार साहनी ने कहा कि बच्चे को खांसी, जुकाम, बुखार बहुत ज्यादा है। छह माह से बुखार छोड़ नहीं रहा है। उसका हीमोग्लोबिन दो ग्राम व प्लेटलेट्स छह हजार है। उसे ब्लड कैंसर भी है। उसकी मुंबई से दवा भी चल रही है। डाक्टर ने बताया कि इस बच्चे को तत्काल मेडिकल कॉलेज में भर्ती करा दें और ब्लड चढ़वाएं। जिस डॉक्टर की दवा चल रही हैं, उनसे संपर्क करें।
कोरोना वायरस से बचाव के इंतजाम पर भी सवाल
बड़हलगंज से उज्ज्वल त्रिपाठी ने कहा कि कोरोना वायरस से बचाव के लिए गोरखपुर में क्या इंतजाम हैं? डाक्टर ने बताया कि यहां मेडिकल कॉलेज व जिला अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं। स्वयं भी सफाई पर ध्यान दें। तापमान 30 डिग्री के ऊपर ज्यों ही जाएगा, यह बीमारी खत्म हो जाएगी।
जंगल कौडि़या से डॉ. दरख्शा फातिमा ने कहा कि 10 साल की बच्ची है। उसकी नाक छेदवाई थी। जहां छेदा गया है उसके ऊपर सूजन आ जाती है और उसमें से पस निकलने लगता है। डाक्टर ने बताया कि किसी सर्जन को दिखा लें।