Good News: एक मंच पर आएंगे अचार व चिप्स बेचने वाले दुकानदार, 30 लाख की लागत पर 10 लाख का छूट देगा यह विभाग
शहर से लेकर गांव तक घूम-घूमकर अचार व चिप्स बेचने वालों को उनकी आय व व्यवसाय को बढ़ाने का सुनहरा अवसर मिला है। इसके लिए उद्यान विभाग द्वारा ऐसे लोगों से आवेदन मांगा गया है। गोरखपुर में अबतक सैकड़ों लोगों ने आवेदन किया। आइए जानते हैं योजना के बारे में...

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। राजकीय उद्यान विभाग फुटकर दुकानदारों को एक मंच असंगठित से संगठित क्षेत्र पर लाने जा रही है। इसके लिए विभाग ने दुकानदारों से आवेदन मांगे। आवेदन करने वाले दुकानदारों को विभाग की तरफ से मदद दी जाएगी। जिसे पाकर दुकानदार अपनी आय और व्यवसाय दोनों बढ़ा सकते हैं उद्यान विभाग यह कार्य पीएम सुक्ष्म योजना के तहत कर रही है।
इन दुकानदारों का किया जा रहा सर्वे
इस योजना के तहत शहर से देहात के क्षेत्रों में सड़कों पर या घुम-घुमकर चिप्स, आचार, आवला मुरब्बा समेत अन्य खाद्य सामग्री बेचने वाले दुकानदारों का सर्वे किया जा रहा है। साथ ही विभाग सहकारी समितियों, समूह की महिलाओं और व्यक्तिगत रुप से लोगों से आवेदन मांग रही है। विभाग की मानें तो अब तक 100 से अधिक फुटकर दुकानदारों द्वारा आवेदन किया गया है। इसमें से 46 को इस योजना का लाभ दिलाने पर काम किया जा रहा है।
इतना मिलेगी छूट
विभाग के अनुसार आवेदन करने वाले दुकानदार अपने व्यवासय को बढ़ाने के लिए जो लागत लगाएंगे। उसमें से 35 प्रतिशत तक की छूट राजकीय उद्यान विभाग देगा। जैसे 30 लाख की लागत पर 10 लाख का छूट विभाग देगा। अगर कोई दुकानदार अपने व्यवसाय को बढ़ाने के लिए 30 लाख रुपये से ज्यादा की लागत लगाता है तो भी उसे छूट दस लाख तक ही मिलेगी। आगे का खर्च उसे खुद ही करना होगा।
309 यूनिट का है लक्ष्य
राजकीय उद्यान विभाग ने इस वर्ष 309 यूनिट का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसमें एक व्यक्ति या फिर दो या तीन व्यक्ति की गिनती भी एक यूनिट में ही होगी। इतने दुकानदारों को एक मंच पर लाकर विभाग इनकी मदद करेगा। समय-समय पर इन दुकानदारों को विभाग की तरफ से प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
क्या कहते हैं अधिकारी
जिला राजकीय उद्यान अधिकारी अरुण तिवारी ने बताया कि आचार, चिप्स समेत अन्य खाद्य पदार्थ फुटकर में बेचने वाले दुकानदारों को एक मंच पर लाने के लिए आवेदन मांगे गए है। इसमें दुकानदारों को तीस प्रतिशत तक की छूट दी जाएगी। साथ ही उनके व्यवसाय को बढ़ाने का कार्य भी विभाग करेगा। 100 से अधिक लोगों के आवेदन आ चुके हैं।
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