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    Guru Purnima: दिल्ली से आए थे मासूम जुड़वां भाई-बहन, सीएम योगी ने पांव स्पर्श कराकर दी संस्कार की दीक्षा

    By Jagran NewsEdited By: Abhishek Pandey
    Updated: Mon, 03 Jul 2023 11:50 AM (IST)

    मातृशक्ति को सम्मान देने की गोरक्षपीठ की अपनी खास परंपरा है। मुख्यमंत्री बनने के बाद गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ इस परंपरा को नारी सुरक्षा सम्मान व स्वावलंबन की योजनाओं के माध्यमों से पूरे प्रदेश में आगे बढ़ा रहे हैं। गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर मातृशक्ति के सम्मान से जुड़ा हृदय को झंकृत कर देने वाला दृश्य भी तब नजर आया जब योगी ने मातृशक्ति को गुरुशक्ति सदृश प्रतिष्ठित किया।

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    दिल्ली से आए थे मासूम जुड़वां भाई-बहन, सीएम योगी ने पांव स्पर्श कराकर दी संस्कार की दीक्षा

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर: मातृशक्ति को सम्मान देने की गोरक्षपीठ की अपनी खास परंपरा है। मुख्यमंत्री बनने के बाद गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ इस परंपरा को नारी सुरक्षा, सम्मान व स्वावलंबन की योजनाओं के माध्यमों से पूरे प्रदेश में आगे बढ़ा रहे हैं।

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    गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर गोरखनाथ मंदिर में मातृशक्ति के सम्मान से जुड़ा हृदय को झंकृत कर देने वाला दृश्य भी तब नजर आया जब योगी ने मातृशक्ति को गुरुशक्ति सदृश प्रतिष्ठित किया। उनसे आशीर्वाद लेने गए जुड़वां भाई-बहन को उन्होंने स्नेह और आशीष तो दिया ही भाई को संस्कार की यह दीक्षा दी कि बहन का गुरु की भांति ही सम्मान करो। उन्होंने भाई से बहन के पांव स्पर्श कराए और आशीर्वाद दिलाया।

    सीएम ने जुड़वां बच्चों पर लुटाया प्रेम

    हुआ यूं कि गुरु पूर्णिमा पर गोरक्षपीठ में शीश नवाने तथा गोरक्षपीठाधीश्वर का आशीर्वाद लेने नई दिल्ली से रजत अरोड़ा अपनी पत्नी मेघा और जुड़वां बच्चों, बेटी आद्या व बेटा अभव के साथ आए हुए थे। सोमवार सुबह जब इस परिवार की मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ से मुलाकात हुई। योगी ने सबको आशीर्वाद तो दिया ही जुड़वां भाई-बहन पर खूब स्नेह भी लुटाया।

    उन्होंने भाई अथव से प्यार से पूछा, बहन को सम्मान देते हो। उसने हां कहते हुए सिर हिलाया। इस पर सीएम ने कहा कि आज गुरु पूर्णिमा है। बहन को भी गुरु जैसा मानो और पांव छूकर आशीर्वाद लो। अथव ने ऐसा ही किया। उसने बहन आद्या के पांव छूकर हाथ माथे पर लगा लिया। बच्चों के इस स्नेह पर योगी भी मोहित हो गए और दोनों को खूब प्यार व आशीष से सिंचित किया।