Updated: Tue, 03 Sep 2024 11:35 AM (IST)
जीएसटी में फर्जी पंजीकरण करवाकर इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ लेने व टैक्स चोरी करने वाली फर्जी फर्मों के खिलाफ चल रहे विशेष अभियान के तहत 15 दिन में विभाग ने जोन में 162 फर्मों की जांच पूरी कर ली है। इनमें से अब तक 45 फर्मों के सत्यापन में फर्जी मिले एक फर्म से एक करोड़ 97 लाख की कर चोरी पकड़ी गई है।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में फर्जी पंजीकरण करवाकर इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ लेने व टैक्स चोरी करने वाली फर्जी फर्मों के खिलाफ चल रहे विशेष अभियान के तहत 15 दिन में विभाग ने जोन में 162 फर्मों की जांच पूरी कर ली है।
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केंद्रीय व स्टेट जीएसटी टीम के संयुक्त अभियान में इनमें से अब तक 45 फर्मों के सत्यापन में फर्जी मिले एक फर्म से एक करोड़ 97 लाख की कर चोरी पकड़ी गई है। फर्म ने जहां-जहां माल बेचकर कर चोरी की है वहां से कर वसूली के लिए एडिशनल कमिश्नर ने मुख्यालय को पत्र लिख दिया है।
अभियान के तहत दोनों टीमें आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस (एआई) के साथ-साथ मशीन लर्निंग जैसे हाईटेक टूल्स का इस्तेमाल कर संदिग्ध फर्मों को चिह्नित कर रहीं हैं। परिक्षेत्र में लगभ इस दौरान चिह्नित फर्मों की जांच की जा रही है, करीब पांच सौ संदिग्ध फर्में संयुक्त टीम की रडार पर हैं, जिनके विरुद्ध कार्रवाई हो सकती है। पिछले दो से तीन महीने के अंदर राज्यकर विभाग की टीम ने भवन निर्माण सामग्री से लेकर सरिया कारोबारियों पर बड़ी कार्रवाई की है।
कुशीनगर से लेकर गोरखपुर तक 100 करोड़ से अधिक के कर चोरी के मामले पकड़े गए हैं। इनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए विभाग द्वारा जुर्माना भी वसूला जा चुका है। 16 अक्टूबर तक चलने वाले अभियान के तहत सेंट्रल जीएसटी और राज्य कर विभाग की टीमें संदिग्ध जीएसटीआईएन (जीएसटी पहचान संख्या) का तय समय में सत्यापन करेंगी। जीएसटीआईएन फर्जी है या मौजूद ही नहीं है, तो कर अधिकारी पंजीकरण को निलंबित करने, रद्द करने और इनपुट टैक्स क्रेडिट (आइटीसी) को रोकने की कार्रवाई करेगी।
गोपनीय तरीके से जांच कर रही टीम
अभियान के तहत जीएसटी की विशेष जांच शाखा गोपनीय तरीकों से फर्मों की जांच कर रही है। ताकि फर्जी फर्मों व जालसाजों के विरुद्ध कार्रवाई की जा सकें।
अभियान के तहत आईटीसी का गलत तरीके से लाभ लेने व गलत पते पर फर्में संचालित करने वालों पर विभाग की पैनी नजर है। 15 दिन में गोरखपुर परिक्षेत्र में 162 फर्मों की जांच कर 45 का सत्यापन किया जा चुका है। इनमे से 1.97 करोड़ की कर चारी करने वाली एक फर्जी फर्म पाई गई है। इससे रिकवरी के लिए मुख्यालय को पत्र लिख दिया गया है। - संजय कुमार, एडिशनल कमिश्नर, ग्रेड-दो
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