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    जल्द ही ई- पुलिसिंग के तहत काम करती दिखेगी जीआरपी, एडीजी रेलवे ने पुलिसकर्मियों को दिया ये खास निर्देश

    By Pragati ChandEdited By:
    Updated: Thu, 02 Jun 2022 07:07 PM (IST)

    अपर पुलिस महानिदेशक रेलवे पीयूष आनंद ने जीआरपी के सभी थानाध्यक्षों को ई-पुलिसिंग के तहत काम करने की आदत डालने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि पुलिस कर्मी त्रिनेत्र सी- प्लान एप का अधिक से अधिक उपयोग करें।

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    जल्द ही ई- पुलिसिंग के तहत काम करती दिखेगी जीआरपी। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

    गोरखपुर, जागरण टीम। अपर पुलिस महानिदेशक रेलवे पीयूष आनंद ने कहा कि जल्द ही राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) थानों में ई-पुलिसिंग के तहत काम देखने को मिलेगा। उन्होंने इसके लिए जीआरपी के सभी थानाध्यक्षों को निर्देशित किया कि वह ई-पुलिसिंग के तहत अधिक से अधिक काम करने की आदत डालें। अपने साथ- साथ थाने के सहयोगियों को भी इसके लिए तैयार करें। गुंडा एक्ट, अपराधियों की सूची सहित थानों का अधिकांश विवरण आनलाइन दिखे। त्रिनेत्र व सी-प्लान एप का अधिक से अधिक उपयोग करें। इन एप की मदद से गुमशुदा बच्चों को उनके स्वजन से मिलाएं।

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    एडीजी रेलवे ने दिया ये निर्देश: एडीजी रेलवे ने पुलिस लाइन जीआरपी सभागार में गुरुवार को गोरखपुर जीआरपी अधिकारी व थाना प्रभारियों के छह माह के कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि जीआरपी में तैनात अधिकांश पुलिस कर्मी अपनी ड्यूटी कार्यालय में चाहते हैं। उन्हें अपनी इस मानसिकता से उबरना होगा। वह फील्ड ड्यूटी पर विशेष ध्यान दें। लंबित मामलों के निस्तारण पर ध्यान दें। थाना प्रभारी के कार्यों में गुणवत्ता दिखनी चाहिए। एडीजी ने एसपी जीआरपी से कहा कि वह कर्मचारियों की तैनाती थाने के हिसाब से न करके, बल्कि कार्य जरूरत के अनुसार करें। ताकि संख्या को लेकर कठिनाई न हो। इसके अलावा जहां पुलिस कर्मियों की जरूरत है, वहां के लिए मांग की जाए।

    ब्लूटूथ स्पीकर के माध्यम से रेल यात्रियों को करें जागरूक: एडीजी ने थानेदारों से कहा कि वह ब्लूटूथ स्पीकर के माध्यम से रेल यात्रियों को जागरूक करें। ताकि वह जहरखुरानों को लेकर सतर्क रहें। गुंडा, गैगस्टर की कार्रवाई पर अधिक से अधिक जोर दें। सक्रिय अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए अपराध पर त्वरित कार्रवाई करें। ब्लूटूथ स्पीकर के माध्यम से यात्रियों को जहर खुरानी से सावधान करते रहें। महिला हेल्प डेस्क को सक्रिय रखा जाए। ताकि महिला संबंधित समस्याओं का त्वरित निदान हो सके।

    बैरकों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत: एडीजी ने समीक्षा से पूर्व बैरक, स्टोर रूम, गणना कार्यालय, भोजनालय का निरीक्षण किया। बैरक में अव्यवस्था देखकर उन्होंने उसमें सुधार करने के लिए कहा। इस दौरान पुलिस अधीक्षक रेलवे डा. अवधेश सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक/पुलिस उपाधीक्षक रेलवे रचना मिश्रा भी वहां मौजूद रहीं।