नेपाल से चुराई गई थी भगवान बुद्ध की 1200 साल पुरानी मूर्ति, गिरोह के सरगना को जीआरपी ने पकड़कर भेजा जेल
सात महीने पहले अष्टधातु की मूर्ति के साथ चार बदमाश पकड़े गए थे। पकड़े गए बदमाशों में दो गोरखपुर एक बिहार व एक झारखंड के रहने वाले थे। इसी मामले में गिरोह के सरगना को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। भगवान बुद्ध की 1200 साल पुरानी अष्टधातु की मूर्ति नेपाल से चुराई गई थी। जीआरपी थाना गोरखपुर के प्रभारी ने फरार चल रहे गिरोह के सरगना को सुबह गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने मूर्ति के बारे में जानकारी दी। दोपहर बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया जहां से जेल भेज दिया गया। मूर्ति के साथ गिरोह के चार सदस्यों को जीआरपी ने सात पहले गिरफ्तार कर मामले का पर्दाफाश किया था।
ये है मामला: प्रभारी निरीक्षक जीआरपी थाना उपेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि 16 दिसंबर 2021 को अष्टधातु की भगवान बुद्ध की मूर्ति के साथ चार बदमाश पकड़े गए थे। जिसमें दो गोरखपुर, एक बिहार व एक झारखंड के रहने वाले थे। छानबीन में पता चला कि 1200 साल पुरानी मूर्ति को नेपाल से चुराकर लाया गया था जिसे झारखंड में बेचने की योजना थी।
एक आरोपित अभी भी फरार: पकड़े गए आरोपितों ने बताया था कि गुलरिहा थानाक्षेत्र स्थित जैनपुर गांव के रामपुर टोला निवासी विजय कुमार से यह मूर्ति उन्हें मिली थी। वहीं विजय को जैनपुर गांव के पास गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल किया।दोपहर बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया जहां से जेल भेज दिया गया। वारदात में शामिल रहा पीपीगंज का बनारसी साथियों की गिरफ्तारी के बाद से ही फरार है।
जीआरपी ने मूर्ति के साथ इनको पकड़ा था : जीआरपी ने अष्टधातु की मूर्ति के साथ पीपीगंज के बढ़नी निवासी शैलेंद्र कुमार, गीडा क्षेत्र के हरैया निवासी प्रहलाद प्रसाद, झारखंड के सरायकेला जिले के आदित्यपुरी निवासी सोनू कुमार और बिहार, सिवान के रघुनाथपुर निवासी सुधीर मिश्रा को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में विजय व बनारसी का नाम सामने आया था।
हत्या के प्रयास व मारपीट का आरोपित गिरफ्तार: हत्या के प्रयास व मारपीट करने के आरोपित काे कैंट थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया। इसके बाद कोर्ट में पेश किया गया जहां से जेल भेज दिया गया। प्रभारी निरीक्षक थाना कैंट शशिभूषण राय ने बताया कि 19 मई की रात को विशुनपुरवा मोहल्ले में मनबढ़ों ने जेसीबी से चहारदीवारी गिरा दी थी।विरोध करने पर मां-बेटी को कुचलकर मारने का प्रयास किया था। मुकदमा दर्ज कर घटना में शामिल रहे आरोपितों को जेल भेजा था। विशुनपुरवा के रहने वाले गोलू की तलाश चल रही थी।सोमवार की सुबह उसे कूड़ाघाट तिराहा के पास गिरफ्तार किया गया।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।