यूपी चुनाव 2022 : कपिलवस्तु विधान सभा क्षेत्र की ग्राउंड रिपोर्ट, बदली स्वास्थ्य, शिक्षा की तस्वीर
शहर से नौ किलोमीटर दक्षिण हाईवे के किनारे भिटिया गांव से सटे रेलवे क्रासिंग। हरि जायसवाल की चाय-पान की दुकान पर सियासी चर्चा चल रही है। स्वामी नाथ तिवारी कहते हैं कि एह सरकार में बड़का काम त भइल लेकिन आपस की लड़ाई में छोटका लटक गईल।

गोरखपुर, ब्रजेश पांडेय। नेपाल से सटे कपिलवस्तु विधान सभा क्षेत्र में सियासी हवा गर्म है। 2012 के परिसीमन में यह क्षेत्र अस्तित्व में आया। आजकल हर तरफ राष्ट्रीय व स्थानीय मुद्दों पर चर्चा चल रही है। पिछली सरकार ने विश्वविद्यालय दिया तो वर्तमान सरकार में मेडिकल कालेज, केंद्रीय विद्यालय और हाईवे जैसे बड़े कार्यों से विकास को पंख लगे। स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में तरक्की हुई है तो बड़े नेताओं की गुटबाजी में छोटे काम लटक गए। खस्ताहाल सड़कें चिराग तले अंधेरा की कहावत चरितार्थ कर रही हैं तो सड़कों के लिए आखिरी दिनों में भारी-भरकम बजट मिलने से लोगों में इस समस्या से निजात की आस भी जगी है।
चाय-पान की दुकान पर चल रही सियासी चर्चा
शहर से नौ किलोमीटर दक्षिण हाईवे के किनारे भिटिया गांव से सटे रेलवे क्रासिंग। सुबह के साढ़े नौ बजे हैं। हरि जायसवाल की चाय-पान की दुकान पर सियासी चर्चा चल रही है। स्वामी नाथ तिवारी कहते हैं कि एह सरकार में बड़का काम त भइल, लेकिन आपस की लड़ाई में छोटका लटक गईल। हमहन के सम्मान बचल बा। गुंडाराज खत्म हो गइल। बसंत शर्मा बोले, कहां विकास भइल। एकहू सड़क बता द न जवन चले लायक हो। फ्री के अनाज से का जनता कामचोर नाहीं बनीं। तभी बीच में दीप चंद बोल पड़े, सरकार ठीक चली है, आगे भी चलेगी।
हर किसी की अलग-अलग है राय
बात काटते हुए हैदर अली कहते हैं कि अब वह जमाना लद गया जब हिंदू-मुस्लिम में दरार डालकर सरकारें बनती बिगड़ती थीं। गणेश चतुर्वेदी बोले, देखिए एक समय का भोजन भले मिले, लेकिन सरकार तो योगी-मोदी की ही ठीक है। यहां से आगे बढऩे पर उसका-मोहाना मार्ग के दोनों तरफ खेतों की हरियाली खुशहाली को बयां कर रही है, लेकिन नगवा में सड़क पर पानी मजा किरकिरा कर दे रहा है। यहां के अब्दुल खालिद कहते हैं कि यह सड़क बीस किलोमीटर मोहाना तक ऐसे ही है। तीन दशक पहले बनी थी, उसके बाद इस पर मरम्मत के नाम पर कितना धन बर्बाद किया गया, कोई देखने वाला नहीं है। तभी प्रधान प्रतिनिधि गोली कहते हैं आगे बचकर जाइएगा बाबू, बसावनपुर में भी ऐसा ही नरक है।
बिजली को लेकर चर्चा
यहां से आगे सोहांस-जनूबी में स्कूल के बाहर कुछ लोग ग्राम प्रधान सुरेंद्र कुमार को घेरे मिल जाते हैं। दस दिन से गांव में बिजली नहीं है, इसी पर चर्चा छिड़ी है। निशार अहमद बताते हैं कि मथुरा प्रसाद जब विधायक थे, तब उन्होंने गांव को बिजली दी थी, तीन दशक बाद भी 25 केवीए का ट्रांसफार्मर 63 का नहीं हो सका। सोहांस चौराहे पर मेडिकल की दुकान पर बैठे राजू गुप्ता कहते हैं कि यह चौराहा विधान सभा की हृदय स्थली है। इसकी दशा न तो पिछली सरकार में बदली न तो वर्तमान में। नौ महीने यहां ऐसे ही कीचड़ रहता है। सुभाष गोस्वामी कहते हैं कि यहां से उसका, लोटन, नौगढ़ और मोहना चार प्रमुख कस्बे जुड़े हैं, लेकिन चारों तरफ सड़क पर चलना खतरे से खाली नहीं है। आगे मदरनहा के राजाराम बाइक का पंचर बनवाते मिल गए। कहा कि आवास, शौचालय और फ्री का अनाज जरूर मिल रहे हैं, लेकिन सड़क की हालत सुधारने पर कोई काम नहीं हुआ। मोहाना में विकास की तस्वीर दिखी। यहां से लोटन और ककरवा और नौगढ़ तक की सड़क चकाचक है। मोहाना में एक इलेक्ट्रानिक की दुकान पर भी बहस चल रही है। श्रीपति सिंह लोधी कहते हैं कि सड़क की दिक्कत जरूर है, पर सरकार अ'छी है। हर योजना सीधे पब्लिक को जोड़ रही है।
भगवान बुद्ध से है कपिलवस्तु की पहचान
कपिलवस्तु विधान सभा क्षेत्र की पहचान भगवान गौतम बुद्ध से है। शाक्यों की राजधानी हिमालय की तराई कपिलवस्तु में थी, जो भारत-नेपाल दोनों तरफ बसा है। यहां पिपरहवा में बुद्ध का स्तूप है, जो शाक्यों द्वारा निर्मित है। बुद्ध का बाल्यकाल से 29 वर्ष तक का जीवन यहीं गुजरा। कालानमक धान की उत्पत्ति यहीं से मानी जाती है, जिसकी पहचान अंग्रेजों के शासन काल से ही वैश्विक स्तर पर है। यह एक जिला-एक उत्पाद में भी चयनित है।
क्या बोले मतदाता
सरकार ने बेहतर काम किए हैं। कोरोना संकट से उबारने का काम हुआ है। गरीबों को निश्शुल्क राशन मिल रहा है। आवास मिले हैं। घर-घर शौचालय की व्यवस्था हुई है। बिजली में भी सुधार हुआ है। स्वास्थ्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर काम हुए हैं।
अखंड प्रताप सिंह, अधिवक्ता, नौगढ़
भाजपा सरकार से पूरी नहीं हुई विकास की उम्मीद
डबल इंजन की सरकार में विकास की उम्मीद पूरी नहीं हो सकी है। जिले को मेडिकल कालेज जरूर मिला है, लेकिन पांच सालो में नौगढ़ कस्बे की सूरत नहीं बदली। नेताओं की गुटबाजी के चलते सड़कें अधर में लटकी हैं। जल निकासी का प्रबंध भी नहीं हो सका है। पशु सड़क पर घूम रहे हैं।
राकेश मणि त्रिपाठी, पकड़ी
स्थानीय विकास पर नहीं दिया ध्यान
सरकार ने अ'छा काम किया है, लेकिन स्थानीय विकास पर ध्यान नहीं दिया जा रहा। यदि जनप्रतिनिधियों का ध्यान रहता तो सोहांस की सूरत बदल गई होती। यहां जब गाडिय़ां फंस जाती हैं, तो उनको निकलना मुश्किल हो जाता है।
परमात्मा प्रसाद पथिक, सोहांस
बेरोजगारी बढ़ी
बेरोजगारी बढ़ी है। महंगाई से लोग आजिज आ चुके हैं। जो गैस सिलेंडर पहले चार सौ रुपये में मिल जाता था, वह एक हजार में मिल रहा है। दवा और जरूरी सामान के दाम भी दूने हुए हैं।
नूर मोहम्मद, शिक्षक, तिलकहना
कपिलवस्तु विधानसभा क्षेत्र-303
कुल मतदाता- 450971
पुरुष मतदाता- 241767
महिला मतदाता- 209164
युवा मतदाता (18-19 वर्ष)- 4795
युवा मतदाता (20-40 वर्ष)- 105005
बुजु्र्ग मतदाता (80 वर्ष से ऊपर)- 8643
दिव्यांग मतदाता- 3900
बढ़े मतदाता- 4795
कब किसके कब्जे में रही विधान सभा सीट
1951- मथुरा प्रसाद, कांग्रेस
1957- मथुरा प्रसाद, कांग्रेस
1962- जगदीश, जनसंघ
1967- डी यादव, जनसंघ
1974- रामरेखा यादव, जनसंघ
1977- मथुरा प्रसाद, कांग्रेस
1980- मथुरा प्रसाद, कांग्रेस
1985- धनराज यादव, भाजपा
1989- मोहम्मद सईद भ्रमर, लोकदल
1991- धनराज यादव, भाजपा
1996- धनराज यादव, भाजपा
2002- अनिल सिंह, सपा
2007- ईश्वरचंद्र शुक्ला, कांग्रेस
2012- विजय कुमार, सपा
2017- श्यामधनी राही, भाजपा
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