यूपी टी-20 में बल्ले से कमाल दिखाएंगे कामिल, गोरखपुर लायंस टीम के लिए हुए चयनित
गोरखपुर के कामिल खान का चयन यूपी टी-20 लीग के लिए गोरखपुर लायंस टीम में हुआ है। बाएं हाथ के बल्लेबाज और ऑफ स्पिन गेंदबाज कामिल ने इस अवसर को गौरवपूर्ण बताया है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार और कोच को दिया और युवा खिलाड़ियों को कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित किया। उनका लक्ष्य रणजी ट्रॉफी और आईपीएल में खेलना है।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन यूपी टी-20 लीग का तीसरा चरण 17 अगस्त से लखनऊ के भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी इकाना क्रिकेट स्टेडियम में आरंभ हो रहा है। इसमें गोरखपुर लायंस की टीम में कामिल खान का चयन किया गया है, जो अपने बल्ले से 'कमाल' दिखाएंगे।
शहर के चिलमापुर रुस्तमपुर के रहने वाले कामिल खान बाएं हाथ से बल्लेबाजी करने के लिए जाने जाते हैं। वह आफ स्पिन गेंदबाजी भी करते हैं। कामिल यूपी से 2017-18 में अंडर-16 टीम के भी सदस्य रहे हैं।
वर्ष 2021-22 में अंडर-19 टीम के सदस्य रहे, वर्ष 2023 में यूपी टी-20 लीग में काशी रूद्रा टीम के लिए खेलते हुए शानदार प्रदर्शन किया। गत दिनों गोरखपुर लायंस टीम के लिए नोएडा में हुए ट्रायल के बाद इनका चयन किया गया।
क्रिकेट में शहर के उभरते खिलाड़ी कामिल के पिता सुहेल अहमद खान प्रयागराज में यूपी पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हैं। इन्होंने बचपन से ही गोरखपुर में कोच दुर्गेश चौधरी से क्रिकेट का प्रशिक्षण लिया।
इनके चयन पर उनके कोच समेत यूपीपीएससी के निदेशक व मंडल क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव जीएन तिवारी, दुर्गेश सिंह, वेटरन क्रिकेट लीग प्रभारी आशीष श्रीवास्तव, आकाश सिंह, नीरज यादव, शिवेंद्र रावत, कमलेश सिंह, अमित सिंह, रजनीश यादव, आदर्श जायसवाल, अंकुर लखमानी, संदीप मित्तल, आदित्य पांडेय, आशीष पांडेय व अल्पना सिंह आदि ने शुभकामनाएं दीं हैं।
गोरखपुर लायंस से खेलना गर्व की बात : कामिल खान
गोरखपुर लायंस से खेलने का अवसर मिलने पर क्रिकेटर कामिल खान ने इसे अपने जीवन का यादगार और गौरवपूर्ण क्षण बताया। उन्होंने कहा कि उनका बचपन गोरखपुर की गलियों में क्रिकेट खेलते हुए बीता है और अब अपने शहर की टीम से मैदान में उतरना मेरे लिए सम्मान की बात है। मैं इस मंच पर बेहतरीन प्रदर्शन कर गोरखपुर का नाम खेल जगत में और ऊंचा करने की पूरी कोशिश करूंगा।
जागरण से बातचीत में कामिल ने बताया कि इस लीग के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की है और फिटनेस व तकनीक पर विशेष ध्यान दिया है। यह अवसर मेरे करिअर का अहम पड़ाव है। मैं हर मैच में अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास करूंगा।
उन्होंने कहा कि यूपी से रणजी ट्राफी खेलने के बाद मेरा अगला लक्ष्य देश के लिए खेलना है। साथ ही मेरा सपना है कि आने वाले वर्षों में वे इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) में भी जगह बनाऊं। अपनी सफलता का श्रेय पिता सुहेल अहमद खान, भाई शोएब खान और क्रिकेट कोच दुर्गेश चौधरी को दिया।
उन्होंने कहा कि इन तीन लोगों ने मुझे हमेशा प्रेरित किया है। चाहे मुश्किल समय हो या जीत का पल। इनका मार्गदर्शन और समर्थन मेरे साथ रहा है। आज जो भी हूं, इन्हीं के सहयोग और विश्वास की वजह से हूं। उभरते खिलाड़ियों को संदेश देते हुए कहा कि खेल में अनुशासन और निरंतर अभ्यास ही सफलता की कुंजी है। कड़ी मेहनत से कभी डरें नहीं, और हार को सीख में बदलें।
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