गोरखपुर में शादी के मंडप पर पहुंची पहली पत्नी, हंगामे के बाद बिना फेरे के लौटी बरात
गोरखपुर में एक विवाह समारोह में उस समय बाधा उत्पन्न हुई, जब दूल्हे की पहली पत्नी विवाह स्थल पर पहुंच गई। इससे विवाह स्थल पर हंगामा मच गया। पहली पत्नी ने दूल्हे पर आरोप लगाए, जिसके कारण विवाद बढ़ गया और शादी रोक दी गई। अंततः बरात बिना फेरे लिए ही वापस लौट गई।

शादी के मंडप पर पहली पत्नी के पहुंचते ही वापस लौट गई बरात।
जागरण संवाददाता, सहजनवां। एक मैरेज हाल में रविवार रात उस समय हड़कंप मच गया, जब जयमाल के बाद अचानक दूल्हे की पहली पत्नी पुलिस के साथ स्टेज पर पहुंच गई। हंगामे के बीच विवाह कार्यक्रम रुक गया और बिना फेरे के ही बरात लौट गई।
सहजनवां थाना पुलिस ने दूल्हे और उसके पिता को हिरासत में ले लिया है। वहीं युवती के पिता ने तहरीर देकर पहली शादी छिपाने और दहेज लेने के आरोप में केस दर्ज कराया।
सहजनवां के एक गांव के व्यक्ति ने अपनी पुत्री की शादी शाहपुर थाना के खरैया पोखरा बशारतपुर निवासी शंभू शुक्ला के पुत्र कृष्ण नारायण शुक्ल से तय की थी। रविवार रात बरात धूमधाम से मैरेज हाल पहुंची और रस्में पूरी होने लगीं।
दूल्हा-दुल्हन एक-दूसरे को जयमाल भी पहना चुके थे। तभी रात करीब 12 बजे संतकबीरनगर जिले के घनघटा क्षेत्र के बभनौली निवासी संध्या मिश्रा पुलिस के साथ स्टेज पर पहुंच गईं और खुद को कृष्ण नारायण की पहली पत्नी बताते हुए विवाह रुकवा दिया।
संध्या मिश्रा का कहना है कि वर्ष 2020 में उनकी शादी कृष्ण नारायण से हुई थी, लेकिन डेढ़ वर्ष बाद विवाद होने पर वह मायके में रहने लगीं।
आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि उनका पति अब दूसरी शादी कर रहा है, जिसकी जानकारी उन्हें मिली तो वह पुलिस के साथ कार्यक्रम स्थल पर पहुंच गईं।
उधर, हंगामा बढ़ता देख पुलिस ने तुरंत दूल्हे कृष्ण नारायण शुक्ल और उसके पिता शंभू शुक्ला को हिरासत में लेकर थाने भेज दिया।
इससे विवाह संपन्न नहीं हो सका और बरात को लौटना पड़ा। सोमवार सुबह लड़की पक्ष की ओर से थाने में तहरीर दी गई। इसमें दूल्हे पर पहली शादी की जानकारी छिपाने, 14 लाख रुपये दहेज लेने तथा अन्य रस्मों में लगभग 12 लाख रुपये खर्च कराने का आरोप लगाया गया।
थाना प्रभारी महेश चौबे ने बताया कि युवती के पिता की तहरीर पर दूल्हा कृष्ण नारायण शुक्ल, उसके पिता शंभू शुक्ला और मंगल मिश्र के विरुद्ध केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
किराए में रहने के दौरान हुआ था प्रेम
संध्या और कृष्ण नारायण की शादी अचानक नहीं हुई थी। कृष्ण नारायण के मकान में संध्या मिश्र किराए पर कमरा लेकर रहती थीं। इसी दौरान संध्या और कृष्ण नारायण में प्रेम शुरू हुआ और बाद में दोनों ने शादी भी कर ली। शादी के डेढ़ वर्ष तक सबकुछ ठीकठाक रहा मगर बाद में विवाद होने लगा। इसके बाद संध्या मायके चली गई और वहीं पर रहने लगी।

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