जाम से कराह रहा गोरखपुर शहर, पैदल मार्च कर डीआइजी ने कसा शिकंजा
गोरखपुर में यातायात व्यवस्था चरमराने से डीआईजी सड़क पर उतरे। उन्होंने पुलिसकर्मियों को अतिक्रमण हटाने और यातायात नियमों का पालन कराने का निर्देश दिया। व्यापारियों और राहगीरों ने अतिक्रमण और खराब ट्रैफिक सिग्नल की शिकायत की। डीआईजी ने यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की चेतावनी दी और जाम से मुक्ति के लिए विशेष अभियान चलाने का आदेश दिया।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। शहर की यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा चुकी है। मुख्य चौराहों और तिराहों पर जाम की स्थिति इतनी भयावह हो चुकी है कि अब पुलिस के आला अधिकारियों को खुद सड़क पर उतरना पड़ रहा है।
शुक्रवार की शाम डीआइजी डॉ. एस. चनप्पा ने एसपी सिटी अभिनव त्यागी और सीओ कैंट योगेंद्र सिंह के साथ देवरिया बाइपास से लेकर कूड़ाघाट तक पैदल गश्त किया।चौक-चौराहों पर ड्यूटी कर रहे पुलिसकर्मियों की कार्यशैली की समीक्षा की और जाम की समस्या का प्रत्यक्ष जायजा लिया।
पैदल मार्च के दौरान कई जगह व्यापारियों और राहगीरों ने अधिकारियों से संवाद किया। उन्होंने साफ कहा कि अतिक्रमण ने सड़कें संकरी कर दी हैं और ट्रैफिक सिग्नल महीनों से खराब पड़े हैं। जाम की समस्या दिन-ब-दिन विकराल होती जा रही है।
डीआइजी ने मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों से कहा कि ड्यूटी के दौरान मुस्तैदी से काम करें और दबाव वाले इलाकों में तुरंत अतिरिक्त फोर्स लगाया जाए।एसपी सिटी और सीओ कैंट को आदेश दिया कि शहर को जाममुक्त करने के लिए कार्ययोजना बनाकर तत्काल प्रभाव से लागू करें।
थानेदारों और चौकी प्रभारियों को बताया जाए कि वे सड़क पर उतरें और यातायात व्यवस्था में सुधार लाएं। अतिक्रमण की वजह से अगर सड़कें संकरी होती हैं तो उसे हटवाएं।वाहन चालकों से संवाद करते हुए अपील की कि वे यातायात नियमों का पालन करें।
उन्होंने कहा कि नो-एंट्री में घुसने, बिना हेलमेट बाइक चलाने और बिना सीट बेल्ट कार चलाने वालों पर अब विशेष अभियान के तहत कड़ी कार्रवाई होगी। दूसरी तरफ मेडिकल कालेज रोड पर शुक्रवार को पूरे दिन वाहन रेंगते रहे।सड़क पर वाहनों की पार्किंग होने की वजह से खजांची व असुरन के पास राहगीरों को परेशान होना पड़ा
सोमवार को चेताया, शुक्रवार को फिर सड़क पर उतरे
शहर की यातायात स्थिति का जायजा लेने डीआईजी सोमवार को भी सड़क पर निकले थे और चौकी व थाना प्रभारियों को स्पष्ट चेतावनी दी थी कि सड़क पर उतरकर व्यवस्था संभालें। लेकिन शुक्रवार को जब वे दुबारा निरीक्षण पर निकले तो स्थिति जस की तस दिखी।
अतिक्रमण ही जाम की सबसे बड़ी वजह
राहगीरों ने अधिकारियों को बताया कि दुकानदारों का फुटपाथ और सड़क पर कब्जा यातायात व्यवस्था की रीढ़ तोड़ रहा है। वाहनों की पार्किंग के लिए जगह नहीं है और लोग सड़क पर गाड़ियां खड़ी कर देते हैं।
अभियान चलाकर जहां भी अतिक्रमण हटवाया जाता है अगले दिन स्थिति फिर उसी तरह हो जाती है।डीआइजी ने मौके पर ही आदेश दिया कि नगर निगम और प्रशासन के साथ मिलकर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाए।मनमानी करने वालों पर कार्रवाई करें।
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जाम के खिलाफ अब होगी जंग
एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि शहर को जाम से निजात दिलाने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। पुलिस की निगरानी टीम हर रोज स्थिति की रिपोर्ट तैयार करेगी और लापरवाही करने वाले पुलिसकर्मियों पर सीधी कार्रवाई होगी।यदि थानेदार और चौकी प्रभारी सड़क पर नहीं उतरेंगे तो उनकी जिम्मेदारी तय की जाएगी।
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