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    डिब्बा वाली दीदी के सीएफसी को मिली उद्योग विभाग की मंजूरी, CM योगी आदित्यनाथ करेंगे शिलान्यास

    Updated: Fri, 28 Nov 2025 08:56 AM (IST)

    गोरखपुर में 'एक जिला एक उत्पाद' योजना के तहत चयनित उत्पादों को वैश्विक पहचान दिलाने के लिए पहला कॉमन फैसिलिटी सेंटर (सीएफसी) जैनपुर में खुलेगा। 'डिब्बा वाली दीदी' के नाम से मशहूर संगीता पांडे के इस सेंटर का शिलान्यास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। 3.91 करोड़ की लागत से बनने वाले इस सेंटर से महिलाओं को उद्यमिता के क्षेत्र में मदद मिलेगी और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

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    महिला उद्यमी संगीता पांडे। जागरण

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। एक जिला एक उत्पाद’ में चयनित उत्पादों को पैकेजिंग के माध्यम से वैश्विक स्तर तक पहुंचाने के लिए गोरखपुर के जैनपुर में प्रदेश का पहला कामन फैसिलिटी सेंटर (सीएफसी) बनेगा। गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) के 36वें स्थापना दिवस के मौके पर ‘डिब्बा वाली दीदी’ के नाम से विख्यात महिला उद्यमी संगीता पांडे के बहुप्रतीक्षित कामन फैसिलिटी सेंटर (सीएफसी) का शिलान्यास होने जा रहा है।

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    करीब 3.91 करोड़ रुपये की लागत से विकसित होने वाले सेंटर को लेकर उद्योग विभाग से मंजूरी मिल गई है। 29 नवंबर को गीडा दिवस के शुभारंभ के मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सेंटर का शिलान्यास करेंगे।

    गोरक्षनगरी की जानी-मानी उद्यमी संगीता पांडे ने 1500 रुपये के छोटे निवेश से ‘डिब्बा वाली दीदी’ के नाम से अपनी पहचान बनाई और अपने व्यवसाय को करोड़ों रुपये के टर्नओवर तक पहुंचाया। उनकी सफलता की कहानी कई महिलाओं के लिए प्रेरणा रही है।

    अब, उनके कामन फैसिलिटी सेंटर की स्थापना से सैकड़ों अन्य महिलाओं को भी अपने उद्यमी सपनों को साकार करने में मदद मिलेगी। इस केंद्र में महिलाओं को विभिन्न प्रकार के उत्पादों के निर्माण, पैकेजिंग और विपणन के लिए आवश्यक मशीनरी और प्रशिक्षण की सुविधा मिलेगी।

    महराजगंज रोड पर खुटहन के पास जैनपुर गांव में बनेगा सीएफसी
    मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट ओडीओपी के तहत टेराकोटा से लेकर काला नमक को वैश्विक पहचान मिली है। इसी तरह कुशीनगर में केले के रेशे से तैयार होने वाले उत्पाद की भी अच्छी मांग है। इन उत्पादों को बेहतर पैकिंग में बिक्री को लेकर शासन ने महराजगंज रोड पर खुटहन के पास जैनपुर गांव में सीएफसी खोलने की मंजूरी दे दी है। सेंटर में एक ही छत के नीचे मिलेंगी गुणवत्ता जांच, ट्रेनिंग समेत कई सुविधाएं मिलेंगी।

    प्रदेश के सभी जिलों के ओडीओपी की पैकेजिंग की है योजना
    सेंटर से जुड़ी संगीता पांडेय का कहना है कि शुरुआत में टेराकोटा उत्पादों को बेहतर पैकेजिंग में बिक्री के लिए मुहैया कराया जाएगा। इसके बाद प्रदेश के सभी 75 जिलों के ओडीओपी उत्पादों की पैकेजिंग को लेकर तकनीकी टीम काम करेगी। प्रयास होगा कि यूपी में ओडीओपी में चयनित उत्पाद बेहतर पैकिंग में विदेशों तक पहुंचे। इसकी बिक्री ई-कामर्स प्लेटफार्म पर भी हो सके।

    सिद्धि विनायक वूमेन स्ट्रेंथ सोसाइटी की अध्यक्ष संगीता पांडेय और उनकी टीम द्वारा सेंटर को संचालित किया जाएगा। परियोजना में 90 फीसदी अंशदान प्रदेश सरकार करेगी। 10 फीसदी अंशदान सोसाइटी को करना है। प्रदेश की यह पहली ओडीओपी की सीएफसी होगी जो पूरी तरह महिलाओं द्वारा ही संचालित होगी।

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    महिला स्वयं सहायता समूहों व महिला उद्यमियों को मिलेगा साझा मंच
    इस कामन फैसिलिटी सेंटर का मुख्य उद्देश्य महिला स्वयं सहायता समूहों और व्यक्तिगत महिला उद्यमियों को एक साझा मंच प्रदान करना है, जहां वे उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद तैयार कर सकें। अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस यह केंद्र उत्पादन लागत को कम करने और उत्पादों की गुणवत्ता बढ़ाने में सहायक होगा।

    इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर पैदा होंगे और महिलाएं आर्थिक रूप से अधिक आत्मनिर्भर बन सकेंगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जो अक्सर संगीता पांडे की सफलता की सराहना करते रहे हैं, इस केंद्र के माध्यम से पूर्वी उत्तर प्रदेश में महिला उद्यमिता के एक नए अध्याय की शुरुआत करेंगे।


    टेराकोटा समेत ओडीओपी उत्पादों की पैकेजिंग के लिए सीएफसी खुटहन में प्रस्तावित है। इसका शिलान्यास मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों 29 नवम्बर को होना है। इससे ओडीओपी उत्पादों की बेहतर पैकेजिंग हो सकेगी। इससे उत्पादों की अच्छी ब्रांडिंग भी होगी।

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    -रोशन अम्बेडकर, सहायक आयुक्त उद्योग