स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2025: आज खत्म होगी स्वच्छता की परीक्षा, अब नतीजे का इंतजार
गोरखपुर में स्वच्छ सर्वेक्षण 2025 के लिए आई केंद्रीय टीम ने 63 राजस्व गांवों का निरीक्षण किया। टीम जल्द ही वापस लौट जाएगी। मूल्यांकन सार्वजनिक स्थलों संयंत्रों और नागरिक सहभागिता के आधार पर किया गया। पिछले दो सालों से सर्वेक्षण अटका हुआ है लेकिन इस बार टीम ने गंभीरता से निरीक्षण किया। मूल्यांकन में गांवों की स्वच्छता संयंत्रों की कार्यक्षमता और नागरिक प्रतिक्रिया जैसे मानकों को शामिल किया गया है।

जागरण संवादददाता, गोरखपुर। स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के तहत स्वच्छ सर्वेक्षण- 2025 के लिए तय होने वाली रैंकिग को लेकर गोरखपुर पहुंची केंद्रीय टीम, गुरुवार को परीक्षण का काम पूरा कर लेगी। टीम के अगले दो दिनों में वापस लौट जाने की उम्मीद है।
करीब दो सप्ताह तक जिले में जमी रही टीम ने लगभग सभी ब्लाकों में मिलाकर 63 राजस्व गांवों का निरीक्षण किया। ये राजस्व गांव ही पूरे जनपद में सफाई की तस्वीर बनेंगे। बुधवार को टीम ने करीब 60 राजस्व गांवों के निरीक्षण का काम पूरा कर लिया। टीम बाकी बचे तीन गांव का निरीक्षण गुरुवार को करेगी।
दो साल से लटका है सर्वेक्षण
विभाग के मुताबिक इस बार बहु-स्तरीय रैंडम सैंपलिंग पद्धति के आधार पर सभी जिलों में सार्वजनिक स्थलों, संयंत्रों और नागरिक सहभागिता के आधार पर मूल्यांकन किया जाएगा। स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण 2025 के लिए केंद्रीय टीमें गोरखपुर के 63 राजस्व गांवों का रैंडम सर्वेक्षण करेंगी।
पिछले दो साल से स्वच्छ सर्वेक्षण ग्रामीण का कार्य लटका है। वर्ष 2023 में सर्वेक्षण हुआ लेकिन परिणाम ही नहीं घोषित न हो सका जबकि वर्ष 2024 में तैयारी चलती रहीं लेकिन अंतिम समय में सर्वेक्षण टीमें ही नहीं आई।
नंबर गेम
- 04 श्रेणियों में हुआ मूल्यांकन
- 1000 अंकों का है मूल्यांकन
- 540 अंक गांवों की स्वच्छता स्थिति के प्रत्यक्ष अवलोकन पर
- 120 अंक संयंत्रों की कार्यक्षमता के अवलोकन पर
- 100 अंक नागरिक प्रतिक्रिया पर
- 100 अंक सेवा स्तर की प्रगति के आंकलन पर
टीम ने इन महत्वपूर्ण बिंदुओं पर किया निरीक्षण
1 - ग्राम पंचायत के परिवारों की संख्या।
2-महत्वपूर्ण बिल्डिंग जिसमे स्वच्छ सर्वेक्षण 2025 एवं आइईसी की गतिविधि का पेंटिंग अंकित होना ।
3-गांव में कितनी नालियां हैं और इनकी शुरुआत एवं अंतिम प्वांइट कहां है।
4 -क्या उन नालियों में फिल्टर चेंबर और सामुदायिक सोखता बना है कि नही, इसे विजीट कर देख रहे।
5 आरआरसी संचालित है या नहीं, उस भवन को भी देखा जा रहा है।
6 -पंचायत भवन और सामुदायिक शौचालय स्कूल आंगनबाड़ी, इन महत्वपूर्ण भवन के शौचालयों को देखा जा रहा है ।
7 -ग्राम पंचायत सहायक और सामुदायिक शौचालय के केयरटेकर से संवाद स्थापित कर उनसे कुछ महत्वपूर्ण जानकारी ली जा रही है।
8 -स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के अंतर्गत बने शौचालय जो ग्राम पंचायत में वर्ष 2014 से अब तक के लाभार्थियों में से 14 लोगों का नाम टीम खुद चयनित कर सत्यापित कर रही।
9- ग्राम पेयजल एवं स्वच्छता समिति की बैठक हो रही है, यदि हो रही है तो इसकी कार्यवाही।
10- पांच ऐसे लाभार्थियों का चयन किया जा रहा है, जिन्होंने बगैर किसी योजना के स्वयं के संसाधन से अपना शौचालय निर्माण किया हो, विजिट कर टीम उनसे भी संवाद कर रही है।
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