गोरखपुर में पथराव के मामले में 22 आरोपियों की हुई पहचान, पुलिस दे रही दबिश
गोरखपुर के नौसड़ तिराहे पर हनुमान की मौत के बाद हुए पथराव मामले में पुलिस ने 22 आरोपियों की पहचान की है, जिनमें से 6 को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बाकी आरोपियों की तलाश कर रही है और दबिश दे रही है। घटना के दौरान वैन में छिपने वाले पुलिसकर्मियों की भी जांच हो रही है।

पुलिस की गाड़ी पर पथराव करते ग्रामीण। जागरण
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। जवाहर चक निवासी हनुमान की मौत के बाद नौसड़ तिराहे पर हुई हिंसक घटना में पुलिस और उपद्रवियों के बीच झड़प के मामले में कार्रवाई तेज हो गई है। पुलिस ने वीडियो फुटेज और सीसी कैमरे के आधार पर भीड़ में शामिल 22 से अधिक लोगों की पहचान कर ली है।
इसमें से छह आरोपित बसौली निवासी अंगद, सोमनाथ, बुगानी देवी, जवाहर चक निवासी विकास व सुभाष कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। अन्य आरोपित घर छोड़कर फरार है।
पुलिस उनकी तलाश में दबिश दे रही है। वहीं घटना के दिन पथराव के दौरान पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं करने और खुद को बचाने के लिए वैन में छिपते पुलिसकर्मियों की भी जांच शुरू हो गई है।
मंगलवार को हनुमान की मौत के बाद स्वजन और ग्रामीण आरोपितो पर कार्रवाई की मांग को लेकर नौसढ तिराहे को जाम कर दिया था। इसी दौरान कुछ उपद्रवियों ने पुलिस टीम पर पथराव किया। इस झड़प में एक महिला कांस्टेबल समेत छह पुलिसकर्मी घायल हुए, जबकि आठ पुलिसकर्मी वैन में छिपकर अपनी जान बचाते नजर आए।
घटना का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित होने के बाद पुलिसकर्मियो पर सवाल उठने लगे। अधिकारियों ने इसे अनुशासनहीनता मानते हुए जांच बैठा दी है। वहीं घटना के बाद से जवाहर चक के कई आरोपितों की पहचान हो गई है। हालांकि पथराव करने वालों में कुछ आरोपित बांसगांव के भी है।
पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए दिन-रात दबिश दे रही है। साथ ही गश्त कर संदिग्धों की हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। उधर, हनुमान के स्वजन अब किसी विवाद या बयानबाजी में नहीं पड़ना चाहते और उन्होंने किसी प्रकार का बयान देने से इनकार कर दिया है।
पुलिस का कहना है कि आरोपितो की जल्द गिरफ्तारी कर ली जाएगी। दबिश दी जा रही है। वीडियो फुटेज के आधार कई आरोपितों की पहचान हो गई है। अन्य की पहचान की जा रही है।

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