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    हादसे के बाद गायब हो गया बस का अहम हिस्सा, वजह जानकर अधिकारी हैरान, जांच में सामने आई चौंकाने वाली बात

    Updated: Tue, 16 Sep 2025 10:46 PM (IST)

    गोरखपुर के गोला में एक स्कूल बस दुर्घटना में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। आरएसपी स्कूल की बस का नंबर प्लेट फर्जी निकला जो अयोध्या के एक अन्य स्कूल के नाम पर पंजीकृत था। बस का चेसिस और इंजन नंबर भी मेल नहीं खा रहे थे। पुलिस ने चालक और स्कूल प्रबंधन के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है क्योंकि उन्होंने बच्चों की जान खतरे में डाली और धोखाधड़ी की।

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    फर्जी नंबर प्लेट से चल रही थी स्कूल बस,हादसे में उजागर हुआ खेल

    जागरण संवाददाता, गोरखपुर। गोला में हुए स्कूल बस हादसे ने बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर कर दिया। आरएसपी सीनियर सेकेंडरी स्कूल, हरपुर शुगर मिल की जिस बस में 11 बच्चे सवार थे, उसका नंबर प्लेट फर्जी था।

    बस का चेसिस और इंजन नंबर किसी भी पंजीकरण से मेल नहीं खा रहा, जबकि नंबर प्लेट अयोध्या के एक अन्य स्कूल की गाड़ी का निकला। हादसे में दो बच्चों को सिर में गंभीर चोट लगी थी,बस चालक नशे में पाया गया था।

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    जांच में जालसाजी सामने आने पर एआरटीओ ने गोला थाने में चालक व स्कूल प्रबंधतंत्र पर कूटरचित दस्तावेज तैयार कर जालसाजी करने व बच्चों की जान खतरे में डालने का मुकदमा दर्ज कराया है।

    यह है पूरा मामला

    सोमवार सुबह 7:30 बजे गोला-उरुवा मार्ग पर चंदौली गांव के पास आरएसपी स्कूल की बस अनियंत्रित होकर पलट गई थी। गाड़ी में बैठे 11 बच्चों में से दो घायल हुए। बस चालक उदय प्रताप सिंह निवासी बैदौली को पुलिस ने हिरासत में लिया। मौके पर पहुंची पुलिस और आरटीओ टीम ने जब वाहन की जांच की, तो हैरान करने वाले तथ्य सामने आए।

    बस का चेसिस नंबर MAT454063D7G21638 और इंजन नंबर GWY835497 पाया गया, लेकिन जब वाहन 4.0 पोर्टल पर जांच की गई तो इस चेसिस व इंजन नंबर पर कोई पंजीकरण नहीं मिला। घटनास्थल पर ग्रामीणों ने बताया कि गाड़ी पर उस समय पंजीकरण संख्या UP53DT1161 लगी हुई थी।

    जांच करने पर यह नंबर अयोध्या के भदौरिया पब्लिक स्कूल के नाम पंजीकृत निकला, जिसकी असली बस का चेसिस नंबर और इंजन नंबर पूरी तरह अलग है। आरएसपी स्कूल के संचालक बस पर फर्जी नंबर प्लेट लगाकर चला रहे थे।

    जांच अधिकारियों ने साफ किया है कि यह मामला केवल लापरवाही नहीं, बल्कि सुनियोजित जालसाजी है। विद्यालय प्रबंधन ने अपंजीकृत वाहन पर फर्जी नंबर लगाकर बच्चों का परिवहन कराकर उनकी जान से खिलवाड़ किया। यही नहीं, हादसे के बाद सबूत छिपाने के लिए बस की नंबर प्लेट तक हटा दी गई थी।

    देर शाम सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) नरेंद्र यादव ने गोला थाना प्रभारी को बस चालक और विद्यालय प्रबंधन के विरुद्ध तहरीर दी। सीओ गोला दरवेश कुमार ने बताया कि हादसे के बाद बस चालक को हिरासत में लिया गया जो नशे में था। एआरटीओ की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर छानबीन की जा रही है, दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई होगी।

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