गोरखपुर में अपहरण-लूट मामला: बिना अनुमति मुंबई गए नौसढ़ चौकी प्रभारी निलंबित, दो सिपाही भी घेरे में
गोरखपुर में अपहरण और लूट के एक मामले में पुलिस की भूमिका संदिग्ध पाई गई है जिसके चलते नौसढ़ चौकी प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है। जांच में पता चला कि चौकी प्रभारी और दो सिपाही बिना अनुमति के मुंबई गए थे और पीड़ित के खाते से 90 हजार रुपये निकाले गए थे। सीसीटीवी फुटेज में पीड़ित अपने साथियों के साथ जाते हुए दिखे।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। लूट और अपहरण के एक मामले में पुलिस की भूमिका पर सवाल उठने के बाद नौसढ़ चौकी प्रभारी शुभम श्रीवास्तव को निलंबित कर दिया गया है। विभागीय जांच का आदेश भी दे दिया गया है, जबकि उनके साथ मुंबई गए दो सिपाहियों पर भी जल्द कार्रवाई की संभावना है।
छानीबन में सामने आया कि घटना के बाद बिना अनुमति के ही चौकी प्रभारी व दो सिपाही छह माह पहले दर्ज हुए अपहरण के मुकदमे की जांच के संबंध में मुंबई जाने की बात कहकर थाने से निकल गए।तब से उनका पता नहीं है। मोबाइल फोन भी बंद आ रहा है।राजघाट थाने में दर्ज हुए मुकदमे की जांच सीओ कोतवाली की अगुवाई में चल रही है।
पीड़ित से पूछताछ व जांच में सामने आया कि लूट करने वालों ने खुद को क्राइम ब्रांच का सदस्य बताया था। रविशंकर के खाते की जांच करने पर नौसढ़ के पास स्थित ग्राहक सेवा केंद्र से 90 हजार रुपये निकाले जाने की भी पुष्टि हुई है।ट्रांसपोर्टनगर चौराहे से लेकर घटनास्थल के बीच लगे सीसी कैमरे का फुटेज देखा गया जिसमें इस बात की पुष्टि हुई कि रविशंकर अपने चचेरे भाई व एक अन्य युवक के साथ जाते हुए दिखे।
इस घटना के बाद नौसढ़ चौकी प्रभारी व दो सिपाही के मोबाइल फोन बंद है।संदेह बढ़ने पर जांच हुई तो पता चला कि तीनों ने जीडी में किशोरी को बरामदगी का उल्लेख कर मुंबई रवाना होने की बात लिखी है, लेकिन इस संबंध में उच्चाधिकारियों से कोई अनुमति नहीं ली गई है।
नियमानुसार राज्य से बाहर किसी मामले की जांच के लिए जाने से पहले डीआइजी रेंज की अनुमति आवश्यक होती है। चौकी प्रभारी और दोनों सिपाही बिना अनुमति मुंबई चले गए। मोबाइल फोन बंद होने से कई सवाल खड़े हो गए हैं। मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस मुख्यालय से मामले की जानकारी ली जा रही है। एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि सीओ को जांच सौंपी गई है और प्रारंभिक तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई तय होगी।
यह है मामला :
बेलीपार इलाके में पिछौरा के रहने वाले रवि शंकर को मंगलवार की दोपहर कार सवारों ने राजघाट पुल के पास अगवा कर 90 हजार रुपये लूट की वारदात की थी। इस मामले में अगले दिन बदमाशों ने तीन लाख रुपये लेकर एकला बांध पर स्थित झोपड़ी के पास बुलाया था। बुधवार को पुलिस कार्यालय पहुंचे पीड़ित ने इसकी शिकायत एसपी सिटी अभिनव त्यागी से की थी।
इसके बाद राजघाट थाने में अज्ञात पर केस दर्ज कर लिया गया। क्योंकि लूट करने वालों ने खुद को पुलिस के क्राइम ब्रांच का बताया था और उसी दिन से चौकी प्रभारी समेत तीन पुलिसकर्मियों के मोबाइल फोन बंद हैं, इस वजह से उनकी भूमिका संदिग्ध मानी जा रही है।
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