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    गोरखपुर में इंजीनियरिंग छात्र की करतूत, तीन हजार रुपये में खरीदा पुलिस की वर्दी, रौब दिखाकर करता था वसूली

    By Jagran NewsEdited By: Pragati Chand
    Updated: Thu, 23 Mar 2023 09:39 AM (IST)

    गोरखपुर पुलिस ने कुशीनगर जिले के रहने वाले आरोपित अपूर्व को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। वह घरवालों और रिश्तेदारों से मुरादाबाद में दारोगा का प्रशिक्षण लेने की बात बताई थी। लेकिन वह तीन साल से गोरखपुर में किराए पर कमरा लेकर रह रहा था।

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    पुलिस के गिरफ्त में कुशीनगर जिले का रहने वाला आरोपित अपूर्व। -जागरण

    गोरखपुर, जागरण संवाददाता। पुलिस की नौकरी नहीं मिली तो कम्प्यूटर इंजीनियरिंग का छात्र तीन हजार रुपये में पुलिस की वर्दी खरीद दारोगा बन गया। शहर में घूम- घूम कर लोगों पर रौब झाड़ते हुए वसूली करता था। नौकायान पर दुकानदारों से वसूली करने की सूचना पर रामगढ़ताल थाना पुलिस ने कुशीनगर जिले के तरयासुजान निवासी अपूर्व राय को हिरासत में ले लिया।

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    फर्जी निकला आईकार्ड

    जांच-पड़ताल में उसके पास मिला आईकार्ड फर्जी निकला। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए उसे न्यायालय में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया गया। रामगढ़ताल थाना प्रभारी शशिभूषण राय ने बताया कि आरोपित ने पूछताछ में बताया कि वह गीडा स्थित एक विद्यालय में कम्प्यूटर इंजीनियरिंग का छात्र है। तीन वर्ष से वह बगहाबाबा स्थान के पास किराए पर कमरा लेकर रह रहा था। नौकरी नहीं मिलने पर उसने 3000 रुपये में वर्दी खरीदी और वसूली करने लगा। इसकी हरकतों से परेशान दुकानदारों ने शिकायत की थी। इसके बाद से ही पुलिस उसकी तलाश कर रही थी।

    मुरादाबाद में ले रहा प्रशिक्षण

    आरोपित अपूर्व ने अपने घर वालों, रिश्तेदारों और दोस्तों को बता रखा था कि वह मुरादाबाद में दारोगा का प्रशिक्षण ले रहा है। दोस्तों को वाट्सएप पर और फेसबुक पर पुलिस की वर्दी वाली फोटो भेजता व लगाता था। घर जाने पर वह माता-पिता व रिश्तेदारों को फर्जी आईकार्ड दिखाता था, जिसे देखने के बाद वह भी जानते थे कि वह प्रशिक्षण ले रहा है।

    पुलिस के सामान हुए बरामद

    रामगढ़ताल पुलिस ने फर्जी दारोगा के पास से काले रंग बैग, पुलिस टीशर्ट, मोनोग्राम, वर्दी में खिंचवाई गई फोटो, उत्तर प्रदेश पुलिस का विजिटिंग कार्ड, दो आईफोन, दो मोबाइल, यूपी विशेष पुलिस अधिकारी का दो आईकार्ड, यूनिफार्म में फोटो लगा डीएल, स्मार्टवाच, सर्जिकल हैंड ग्लब्स, भारत निर्वाचन आयोग से निर्गत पहचान पत्र, पुलिस लिखा लाल रंग की बुलेट।

    गैर इरादतन हत्या के मामले में दो को दस वर्ष कठोर कारावास

    गैर इरादतन हत्या का मामला सिद्ध पाए जाने पर अपर सत्र न्यायाधीश तनु भटनागर ने झगहां थाना क्षेत्र के मोतीराम अड्डा निवासी अभियुक्त जमालुद्दीन व मोहम्मद उर्फ सोनू को दस साल के कठोर कारावास और प्रत्येक को 50 हजार रुपये के अर्थदंड से दंडित किया है। विशेष लोक अभियोजक परमानंद राम त्रिपाठी का कहना था कि वादी शिवंजय पासवान खोराबार का निवासी है।

    20 फरवरी 2010 को वादी को ग्रामीणों से पता चला कि एक व्यक्ति की लाश सूबा बाजार में राममिलन पासी की पंचर की दुकान के सामने पड़ी है। वादी मौके पर गया और उस व्यक्ति के बारे में पता किया, लेकिन शिनाख्त नहीं हो पाई। दौरान विवेचना अभियुक्तों के नाम प्रकाश में आए। पता चला कि अभियुक्तों ने उसे बुरी तरह मारा-पीटा था, जिससे उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान नहीं हो सकी।