UP Flood: राप्ती नदी की कटान की जद में उत्तरासोत- डोमिनगढ़, लगातार बढ़ रहा दबाव
गोरखपुर में नदियों के जलस्तर में वृद्धि से दहशत है। राप्ती नदी के कटाव से उत्तरासोत और डोमिनगढ़ जैसे गांवों पर खतरा मंडरा रहा है। सिंचाई विभाग कटान रोकने में जुटा है पर ग्रामीण चिंतित हैं। करमैनी-पनघटियां बंधे के पास चकदहा और रामकोला में भी कटान जारी है जिससे लोगों को घर डूबने का डर सता रहा है। रोहिन नदी के उफान से कई गांव जलमग्न हो गए हैं।

जागरण टीम, गोरखपुर। जनपद की नदियों का रूप देखकर बंधों के किनारे बसे ग्रामीण डरने लगे हैं। उत्तरासोत गांव के समीप राप्ती नदी की कटान तेज होती जा रही है। शनिवार को यहां पर कटान रोधी कार्य के लिए सिंचाई विभाग के कर्मचारी, ग्रामीण और तहसीलकर्मी डटे रहे।
ग्रामीणों का कहना है कि नदी का जलस्तर बढ़ता रहा तो डोमिनगढ़ और उत्तरासोत गांव पर संकट बढ़ जाएगा। करमैनी -पनघटियां बंधे और राप्ती नदी के बीच बसे चकदहा और रामकोला गांव के किनारे भी नदी तेज गति से कटान कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि बाढ़ से बचाव के लिए कटान रोधी कार्य किए जा रहे हैं। नेपाल में होने वाली वर्षा से नदियां बढ़ रही हैं।
सिंचाई विभाग के अनुसार शनिवार को सरयू नदी का जलस्तर अयोध्या पुल के समीप कम हुआ। लेकिन नदी के खतरे के निशान से नीचे नहीं उतरी। तुर्तीपार के पास लगे मीटर गेज पर बढ़ाव दर्ज किया गया। राजघाट पुल के समीप बर्डघाट में राप्ती का जलस्तर बढ़ा हुआ दर्ज किया। यहां नदी अपने खतरे के निशान से 0.13 मीटर अधिक बह रह रही है। रोहिन नदी का जलस्तर त्रिमुहानीघाट और भौराबारी में लगातार बढ़ रहा है।
जंगल कौड़िया संवाद सूत्र के अनुसार गाहासाड़-कोलिया बंधे के स्पर नंबर छह और सात के बीच उत्तरासोत गांव के सामने कटान की गति शनिवार को और तेज हो गई। इससे ग्रामीणों डर फैल गया है। नदी की धारा यहां पर तट को 18 फीट काट चुकी है।
इससे उत्तरासोत के अलावा डोमिनगढ़ समेत आसपास के कई गांव खतरे की जद में हैं। ग्रामीणों ने बताया कि पुराने स्थल से लगभग 100 मीटर आगे डोमिनगढ़ की ओर नई जगह पर कटान हो रही है। दो जगहों पर कटान से स्थिति गंभीर हो गई है। बचाव के लिए मौके पर दो सौ श्रमिक लगाए गए हैं। मौके पर एक अस्थायी चौकी स्थापित की गई है।
महावनखोर संवाद सूत्र के अनुसार कैंपियरगंज तहसील क्षेत्र में रोहिन नदी के उफान से बुढ़ेली के कोमर टोला के बाद चंदीपुर गांव पानी से घिर गया है। ग्रामीणों की सुविधा के लिए चंदीपुर में दो एवं कोमर में एक नाव लगाई गई है। दोनों गांवों 85 घर व धान की फसल बाढ़ से प्रभावित है।
करमैनीघाट संवाद सूत्र के अनुसार कैंपियरगंज तहसील क्षेत्र के करमैनी -पनघटियां बंधे और राप्ती नदी के बीच बसे चकदहा और रामकोला गांव के किनारे राप्ती नदी कटान कर रही है।
यहां आबादी से मात्र 20 फीट की दूरी बह रही है। मकान डूबने की आशंका में ग्रामीणों ने सामान और अनाज सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है। रघुवर साहनी, कौशल और सेमर भारती ने बताया कि सिंचाई विभाग दोनों कटान स्थलों पर पेड़ों की टहनियों से कटान रोकने का प्रयास कर रहा है। शिवदास यादव, सोमई यादव, विश्वभर चौधरी ने बताया कि भुजौली टोले पर 20 जून को जलशक्ति मंत्री बाढ़ बचाव कार्य का निरीक्षण करने आए थे।
तब उनको इस संबंध में जानकारी दी गई थी। रिगौली -बेलसर बंधे के किनारे बहबोलिया गांव के पास नदी बंधे के नजदीक पहुंच गई है। यहां बंधे में बनी पुलिया का आधा हिस्सा बह गया है। ग्राम प्रधान योगेंद्र साहनी, पूर्व प्रधान मधुसूदन गुप्ता ने बताया कि पुलिया के पास बोल्डर पीचिंग धंसने से बंधे की कटने की आशंका बढ़ गई है।
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