अमृत संवाद में यात्रियों ने दिया सुझाव, सफाई तो ठीक है साहब, गोरखपुर से बढ़नी के लिए सुबह एक ट्रेन चला दीजिए
गोरखपुर जंक्शन पर अमृत संवाद कार्यक्रम में यात्रियों ने रेलवे अधिकारियों को सुझाव दिए। एक यात्री ने गोरखपुर-बढ़नी रूट पर सुबह के लिए ट्रेन चलाने का आग्रह किया। महाप्रबंधक ने स्वच्छता अभियान और प्रधानमंत्री के पंचप्रण के बारे में बताया। रेलवे प्लास्टिक के उपयोग को कम करने के लिए कपड़े के थैले वितरित कर रहा है। अधिकारियों ने यात्रियों से स्वच्छता में सहयोग करने की अपील की।

जागरण संवाददाता, गोरखपुर। स्वच्छता ही सेवा अभियान के अंतर्गत मंगलवार को पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्यालय समेत लखनऊ, वाराणसी इज्जतनगर मंडल में रेलवे के साथ यात्रियों का 'अमृत संवाद' शुरू हुआ। गोरखपुर जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर दो पर आयोजित अमृत संवाद में यात्रियों ने स्टेशनों की स्वच्छता को सराहा।
संवाद में एक यात्री ने पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक उदय बोरवणकर को बताया कि स्टेशनों की सफाई तो ठीक है, लेकिन गोरखपुर से बढ़नी के लिए सुबह के समय एक ट्रेन चला दीजिए, जो शाम को गोरखपुर वापस आ सके। सुबह के समय एक ट्रेन बढ़नी के लिए है, लेकिन वह नकहा से चलती है। नकहा आवागमन में परेशानी होती है।
महाप्रबंधक ने गोरखपुर-बढ़नी के अलावा अन्य रूटों पर भी ट्रेनों के संचालन, ठहराव और समय बेहतर बनाने का आश्वासन दिया। साथ ही यात्रियों से रेल परिसर और ट्रेनों में स्वच्छता एवं रेल सेवाओं में सुधार के लिए सुझाव आमंत्रित किया। कहा कि, रेलवे सबकी संपत्ति है। इसे अपना समझकर उपयोग करें।
अपने संबोधन में महाप्रबंधक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दिशा-निर्देश एवं रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव के मार्गदर्शन में अगस्त से भारतीय रेलवे को स्वच्छ बनाए रखने के लिए ‘स्वच्छोत्सव‘ अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री के ‘पंच प्रण‘ की चर्चा करते हुए कहा कि पंचप्रण का प्रथम प्रण-विकसित भारत के लिए कार्य करना है। हमें विकसित भारत के लिए उठाए गए कदमों के तहत भारतीय रेल को साफ-सुथरा बनाए रखना है। दूसरा प्रण- गुलामी की मानसिकता से निजात पाना, तीसरा प्रण-अपनी विरासत पर गर्व करना, चौथा प्रण-एकता की शक्ति को पहचानना तथा पांचवां प्रण-नागरिकों के कर्तव्यों को समझना है।
रेलवे में अब प्लास्टिक को ना, अभियान के अंतर्गत महाप्रबंधक रेल यात्रियों और रेलकर्मियों को स्वच्छता का संदेश दिया। उन्होंने बताया कि रेल प्रशासन प्लास्टिक का बैग लेकर चल रहे यात्रियों को कपड़े का थैला प्रदान कर रहा है। ताकि, लोक जागरूक हो सकें और यात्रा में प्लास्टिक का उपयोग नहीं करें। रेलवे अनुपयोगी बेडशीट का थैला बनवा रहा है।
पूर्वोत्तर रेलवे के प्रमुख मुख्य यांत्रिक इंजीनियर नरेश कुमार और प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधक प्रकाश चन्द्र जायसवाल ने भी अपने विचार रखे और यात्रियों से स्वच्छता अभियान में सहयोग करने की अपील की। कार्यक्रम में सदर सांसद रवि किशन शुक्ल का स्वचछता से संबंधित संदेश भी सुनाया गया।
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कार्यक्रम का संचालन मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने किया। अमृत संवाद कार्यक्रम के बाद महाप्रबंधक ने गोरखपुर जंक्शन व खानपान के स्टालों और बेस किचेन तथा आरपीएफ सीसीटीवी कक्ष का गहन निरीक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किया। उन्होंने प्लेटफार्मों पर पड़े अवरोधों को यथाशीघ्र हटाने का निर्देश दिया।
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