गोरखपुर में अवैध निर्माण पर चला बुलडोजर, GDA ने पांच एकड़ की प्लाटिंग तोड़ी
गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने राप्ती नदी के किनारे जमुआड़ गांव में पांच एकड़ में हो रही अवैध प्लाटिंग को ध्वस्त कर दिया। यह कार्रवाई बिना मानचित्र स्वीकृत कराए चहारदीवारी बनाकर प्लाटिंग करने पर की गई। जीडीए ने चेतावनी दी है कि बिना मानचित्र स्वीकृत कराए निर्माण करने वालों पर भी कार्रवाई होगी। डूब क्षेत्र में अवैध निर्माण के खिलाफ अभियान जारी रहेगा।
जागरण संवाददाता, गोरखपुर। गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने बुधवार को प्रशासन और पुलिस के साथ मिलकर डूब क्षेत्र में अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई की। इस दौरान प्राधिकरण की टीम ने राप्ती नदी के किनारे ग्राम जमुआड़ में लगभग पांच एकड़ भूमि पर चहारदीवारी का निर्माण कर की जा रही अवैध प्लाटिंग को बुलडोजर से ध्वस्त करा दिया। साथ ही मौके पर घोषणा करा कर चेतावनी दी कि बिना मानचित्र स्वीकृत कराए संबंधित क्षेत्र में निर्माण कराने वालों भी कार्रवाई होगी।
बुधवार को 12 बजे के करीब जिला प्रशासन की ओर से नामित मजिस्ट्रेट और चिलुआताल थाने की पुलिस और पीएसी बल के साथ जीडीए की टीम ने मौके पर पहुंच कार्रवाई की।
प्राधिकरण के प्रभारी मुख्य अभियंता किशन सिंह ने बताया कि अंकित पांडेय की ओर से बिना तलपट मानचित्र स्वीकृत कराए ही डूब क्षेत्र में अवैध प्लाटिंग की जा रही थी। उपाध्यक्ष आनंद वर्द्धन ने कहा कि डूब क्षेत्र में अवैध निर्माण और प्लाटिंग के खिलाफ अभियान आगे भी निरंतर जारी रहेगा।
जिला प्रशासन ने पहले से ही मलौनी और हार्वर्ट बांध किनारे के 24 गांव की भूमि की रजिस्ट्री पर सशर्त रोक लगा रखी है। साथ ही यह अनिवार्य कर रखा है कि गोरखपुर विकास प्राधिकरण और ग्रामीण क्षेत्र में हाेने की दशा में जिला पंचायत या नगर पंचायत से एनओसी के बिना किसी भी तरह का निर्माण इन क्षेत्रों में नहीं कराया जा सकता।
डूब क्षेत्र होने की वजह से जीडीए इन क्षेत्रों में मानचित्र नहीं स्वीकृत करता है। बावजूद इसके प्राधिकरण सीमा में आने वाले डूब क्षेत्र में कहीं पेट्रोल पंप बना लिया गया तो कहीं क्लीनिक, मकान, दुकान व अन्य व्यावसायिक निर्माण हो रहे थे, जिसपर प्रशासन और जीडीए ने सख्ती शुरू की है। कार्रवाई के दौरान सहायक अभियंता अनिल सिंह, राज बहादुर सिंह, संजीव तिवारी, ज्योति, अवर अभियंता रोहित कुमार, मनीष कुमार त्रिपाठी, प्रभात कुमार और राकेश कुमार आदि मौजूद रहे।
अस्पताल का मानचित्र भी स्वीकृत नहीं
गोरखपुर। हार्बर्ट बंधे के पास डूब क्षेत्र में एक बड़े अस्पताल का भी निर्माण कराया जा रहा है, जिसका मानचित्र नहीं स्वीकृत कराया गया है।
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