हिंदू लड़कियों को घुमाने के नाम पर नेपाल ले जा रहे थे मुस्लिम लड़के, कहीं मामला लव जिहाद का तो नहीं!
गोरखपुर में नेपाल सीमा पर तीन मुस्लिम युवकों के साथ हिंदू लड़कियों के मिलने से लव जिहाद का संदेह गहरा गया है। खुफिया एजेंसियां जांच कर रही हैं कि लड़कियों को नेपाल क्यों ले जाया जा रहा था। क्या यह सिर्फ दोस्ती थी या कोई साजिश? पुलिस मुख्यालय ने रिपोर्ट मांगी है और गहन जांच के निर्देश दिए हैं।

सतीश पांडेय, गोरखपुर । नेपाल की सोनौली सीमा पर तीन मुस्लिम युवकों के साथ मिली हिंदू लड़कियों का मामला लव जिहाद के एंगल पर घूम गया है। खुफिया एजेंसियां पता लगाने में जुटी हैं कि इन लड़कियों को नेपाल क्यों ले जाया जा रहा था।
क्या यह केवल इंस्टाग्राम पर दोस्ती का मामला था या इसके पीछे कोई गहरी साजिश थी? पुलिस मुख्यालय ने महराजगंज पुलिस से रिपोर्ट मांगी है और गोरखपुर पुलिस को भी गहन जांच के निर्देश दिए गए हैं।
नौ जून 2025 की रात, सोनौली सीमा पार कर नेपाल जा रही तीन लड़कियों को पुलिस और एनजीओ की टीम ने रोक लिया। पूछने पर उन्होंने पीछे आ रहे तीन लड़कों की ओर इशारा किया। पूछताछ में लड़कों की पहचान आजमगढ़ के निजामाबाद-चकिया के अयान खान, हुसैनाबाद के वासित खान और सरायमीर क्षेत्र के एक 15 वर्षीय किशोर के रूप में हुई।
गोरखपुर की रहने वाली थीं दो नाबालिग
लड़कियों में दो नाबालिग गोरखपुर के कोतवाली की थीं, तीसरी जौनपुर की थी। तीनों लड़कियां हिंदू थीं। एक ने बताया कि वासित खान से उसकी दोस्ती मुंबई में हुई थी और फिर इंस्टाग्राम व मोबाइल फोन पर बातचीत आगे बढ़ी। वह एक-दूसरे को पहले से नहीं जानती थीं और उनका धर्म भी अलग है। पुलिस ने लड़कों और लड़कियों को गोरखपुर कोतवाली थाने को सौंपा।
पूछताछ के बाद सभी को छोड़ दिया गया। लेकिन मामला उच्चाधिकारियों तक पहुंचा, तो सभी चौकन्ना हो गए। पुलिस मुख्यालय ने तत्काल रिपोर्ट मांगी और जांच का दायरा बढ़ा दिया। 25 अगस्त को महराजगंज पुलिस ने इस मामले में उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेजी, जिसमें लिखा गया कि लड़के-लड़कियों को गोरखपुर कोतवाली थाने के दारोगा को सौंप दिया गया था। वहीं, गोरखपुर पुलिस ने जांच के दौरान कोई ठोस जानकारी सामने न आने की बात कही। लेकिन खुफिया एजेंसियां अब हर एंगल पर छानबीन कर रही हैं।
सबसे बड़ा सवाल, क्यों बुलाया नेपाल
सबसे अहम पहलू यह है कि आखिर इन युवकों ने लड़कियों को नेपाल ही क्यों बुलाया? गोरखपुर, वाराणसी या लखनऊ जाने की बजाय नेपाल का चुनाव संदेह पैदा कर रहा है। एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि सीमा पार करने के बाद इनका अगला पड़ाव कहां होता। क्या वहां कोई और व्यक्ति इनका इंतजार कर रहा था? या फिर यह किसी बड़े नेटवर्क से जुड़ने का हिस्सा था?
एजेंसियां लव जिहाद की आशंका पर भी काम कर रही हैं। नेपाल की खुली सीमा के जरिए किसी तस्करी या अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क से जुड़ाव के तार तलाशे जा रहे हैं। अभी तक की जांच में लड़कियों ने नेपाल घूमने की बात कही है, लेकिन एजेंसियां इस बयान को पर्याप्त नहीं मान रही हैं। मामले की पूरी रिपोर्ट जल्द ही लखनऊ भेजी जाएगी।
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